ईरान जाने पर डोंकरों द्वारा बंधक बनाकर रखा गया करनाल का व्यक्ति।
हरियाणा में करनाल का रहने वाले दो युवकों को ईरान डोंकर द्वारा नग्न कर डंडों से पीटा जा रहा है। दोनों युवक गांव जांबा और दादुपुर के रहने वाले हैं, जो डंकी रूट के जरिए यूरोप के स्पेन जाने निकले थे।
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अब डोंकरों ने उन्हें बंधक बना लिया है और उनके परिजनों से 20 लाख रुपए की फिरौती की मांग की जा रही है।
धमकी दी गई है कि अगर पैसे नहीं मिले तो दोनों की किडनियां निकालकर बेच दी जाएंगी। दोनों पीड़ित परिवारों ने पुलिस को शिकायत दी है।

फ्लाइट में बैठे पवन और ऋतिक की फोटो।
सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, क्या है पूरा मामला…
- विदेश में नौकरी करने निकले थे दोनों घर से: करनाल के जांबा गांव निवासी 24 वर्षीय ऋतिक और दादुपुर निवासी 40 वर्षीय पवन 22 अक्तूबर को अपने-अपने घरों से निकले थे। दोनों विदेश में नौकरी कर अच्छी कमाई का सपना लेकर गए थे। सबसे पहले वे कोलकाता पहुंचे, जहां से एक एजेंट ने उनका टिकट बैंकॉक के लिए करवाया।
- स्पेन पहुंचने से पहले डोंकरों ने पकड़ा: बैंकॉक से उन्हें ईरान भेजा गया। वहां से यूरोप के स्पेन तक की यात्रा शुरू हुई, लेकिन स्पेन पहुंचने से पहले ही दोनों डोंकर के हत्थे चढ़ गए। डोंकर ने पहले दोनों को बेरहमी से पीटा और फिर वीडियो बनाकर उनके परिजनों को भेज दिया।
- 9 लाख मांगी थी पहली फिरौती, फिर हो गए 20 लाख: परिजनों के मुताबिक, पहले 9 लाख रुपए की मांग की गई, फिर 13 लाख रुपए और अंत में 20 लाख रुपए की मांग कर दी गई। उन्होंने कहा कि अगर एक घंटे में पैसे नहीं दिए तो दोनों की किडनियां निकालकर बेच देंगे।
- एजेंट ने कहा – मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं: जब इस मामले पर एजेंट मनीष से बात की गई तो उसने खुद को निर्दोष बताया। मनीष ने कहा कि उसने किसी को नहीं भेजा, न ही उसका इन युवकों से कोई संपर्क था। ये कलकत्ता से किसी दूसरे के संपर्क में आए और वहीं से विदेश गए हैं। मैंने इनके लिए कोई टिकट नहीं करवाई।

पवन, जो डोंकर की कैद में है।
एजेंटों के संपर्क में आए थे दोनों युवक ऋतिक के भाई अंकित ने बताया कि ऋतिक लंबे समय से विदेश जाना चाहता था, लेकिन बार-बार असफल हो रहा था। इसी बीच वह बस्तली गांव के मनीष नाम के एक एजेंट के संपर्क में आया, जिसका दफ्तर कुरुक्षेत्र में है। इसके अलावा एक अन्य एजेंट अंकुश, जो जड़ौला गांव का रहने वाला है, ने दोनों की टिकटें करवाई थी। परिजनों ने बताया कि दोनों युवकों ने एजेंटों को डेढ़-डेढ़ लाख यूरो नकद और तीन से चार लाख रुपए एजेंट फीस के रूप में दिए थे। विदेश जाने से पहले सब कुछ सामान्य था, लेकिन अब दोनों डोंकर के चंगुल में फंसे हुए हैं। जब परिवार ने एजेंटों से संपर्क किया तो उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया।
दो दिन पहले तक बात हुई, अब कोई संपर्क नहीं ऋतिक और पवन के परिजनों ने बताया कि उनकी दोनों से दो दिन पहले बात हुई थी। वे डरे हुए थे और बता रहे थे कि उन्हें बुरी तरह पीटा जा रहा है। इसके बाद से ही उनका कोई संपर्क नहीं हो पा रहा। परिवार ने कई बार एजेंटों को कॉल किया, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। एजेंटों ने कहा कि अब एसपी ऑफिस जाकर शिकायत करो, वहीं से मदद मिलेगी। परिजनों ने बताया कि दोनों ने विदेश जाने से पहले कहा था कि वे वहां जाकर पैसा कमाकर परिवार की हालत सुधारेंगे। अब उनकी जान खतरे में है और परिजन दर-दर भटक रहे हैं।

करनाल पहुंचा पीड़ित परिवार, पहले एसपी से मुलाकात करनी चाही, एसपी नहीं मिले तो वे सदर थाना पुलिस को शिकायत देकर घर लौटे।
पवन की 14 साल की बेटी दादुपुर निवासी पवन के परिवार की हालत बेहद खराब है। उसकी 14 साल की बेटी लगातार रो रही है। उसने प्रशासन से गुहार लगाई है कि किसी तरह उसके पापा को वापस लाया जाए। पवन के भाई प्रवीन कुमार ने बताया कि पवन पिछले दो-तीन साल से विदेश जाने की कोशिश कर रहा था।
मनीष नाम के एजेंट से बात कर उसने आखिरकार यह प्लान बनाया और ऋतिक के साथ चला गया। ईरान के तेहरान तक की उनकी वीडियो और लोकेशन भी परिवार के पास है। कुछ दिन बाद एक अज्ञात नंबर से कॉल आई और कहा गया कि पवन अब स्पेन पहुंच चुका है, पेमेंट कर दो। लेकिन फिर स्थिति बिगड़ गई और डोंकर ने 20 लाख रुपए की मांग करते हुए टॉर्चर शुरू कर दिया।
पुलिस ने दर्ज की शिकायत, जांच शुरू करनाल सदर थाना प्रभारी तरसेम चंद ने बताया कि जांबा और दादुपुर के दो परिवार थाने पहुंचे थे। उन्होंने शिकायत दी कि उनके बेटे ईरान में फंसे हुए हैं और डोंकर उन्हें पीट रहे हैं। पैसों की डिमांड की जा रही है। इस मामले से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट मंगवाए गए है। मामले की जांच की जा रही है।


 
                                    