भारत की पैडल टीम इस साल अगस्त में मलेशिया के कुआलालंपुर में होने वाले एशिया पैसफिक पैडल कप (APPC 2025) में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस टूर्नामेंट में देश के कई बेहतरीन पैडल खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, लेकिन सबसे खास नाम है टीम इंड
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भारत की पैडल टीम अगस्त 2025 में मलेशिया के कुआलालंपुर में होने वाले एशिया पैसफिक पैडल कप (APPC 2025) में भाग लेगी। एमी के लिए यह टूर्नामेंट उनके पैडल करियर का सबसे बड़ा मंच होगा। खुद एमी ने इस मौके को अपने खेल सफर का एक ना यकीन होने वाला पला बताया है।
अमरजोत संग टीम इंडिया तैयार
टीम इंडिया इस टूर्नामेंट में अनुभवी और नए खिलाड़ियों के संतुलन के साथ उतर रही है। सभी खिलाड़ी शानदार सर्व, तेज रैली और रणनीतिक स्मैश के लिए जाने जाते हैं। आयोजकों के मुताबिक APPC 2025 एशिया-प्रशांत क्षेत्र का सबसे बड़ा पैडल इवेंट है, जिसमें शीर्ष देशों की टीमें हिस्सा लेंगी।
अब सबकी निगाहें APPC 2025 पर टिकी हैं, जिसमें अमरजोत कौर और उनकी टीम कुआलालंपुर के कोर्ट पर अपनी ताकत, रणनीति और जुनून का प्रदर्शन करेंगी, और भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर गौरवान्वित करने की कोशिश करेंगी। साथी ही साथ युवराज सिंह से जुड़े फैन्स की भी निगाहें अमरजोत पर टीकी हुईं हैं।

एमी के पिता योगराज सिंह, मां नीना बुंदेल और भाई युवराज सिंह।
युवराज सिंह की सौतेली बहन हैं एमी
अमरजोत कौर पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह की सौतेली बहन हैं। वह योगराज सिंह और उनकी दूसरी पत्नी, पंजाबी अभिनेत्री नीना बुंदेल की बेटी हैं। अमरजोत वर्तमान में चंडीगढ़ में रहती हैं और टेनिस में करियर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। उनके परिवार में उनके सगे भाई विक्टर सिंह के अलावा सौतेले भाई युवराज सिंह और जोरावर सिंह भी शामिल हैं।
अपनी मां की तरह अमरजोत भी काफी ग्लैमरस हैं और सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। इंस्टाग्राम पर उनके साढ़े 32,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। खेल के प्रति जुनून और डिजिटल दुनिया में बढ़ती पहचान के साथ, अमरजोत अब एक उभरती हुई शख्सियत बन रही हैं।
क्या है पैडल खेल और इसकी खास बातें, पढ़ें
पैडल (Padel) एक रैकेट गेम है, जिसे टेनिस और स्क्वैश का मिश्रण माना जाता है और यह मुख्य रूप से डबल्स फॉर्मेट में खेला जाता है। इसका कोर्ट टेनिस कोर्ट से छोटा होता है, लगभग 20 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा, और चारों तरफ कांच व जाली की दीवारों से घिरा होता है, जिससे गेंद दीवार से टकराकर भी खेल में बनी रहती है, ठीक स्क्वैश की तरह।
पैडल में इस्तेमाल होने वाला रैकेट टेनिस रैकेट से छोटा और बिना स्ट्रिंग का होता है, जिसमें छेद बने होते हैं, जबकि गेंद टेनिस बॉल जैसी होती है। लेकिन उसमें दबाव थोड़ा कम होता है, जिससे खेल तेज होने के बावजूद कंट्रोल में रहता है।
पैडल की शुरुआत 1969 में मैक्सिको में हुई थी, लेकिन आज यह स्पेन, अर्जेंटीना, यूएई और यूरोप के कई देशों में बेहद लोकप्रिय है। भारत में पैडल खेल की लोकप्रियता पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है। भारत में यह खेल अभी नया है, मगर मुंबई, दिल्ली और पंजाब जैसे शहरों में इसके कोर्ट तेजी से बन रहे हैं और खेल का दायरा बढ़ रहा है।