दैनिक भास्कर एप से बातचीत करते हुए जैस्मिन लंबोरिया के पिता जयवीर लंबोरिया, मां जोगिंद्र कौर, चाचा एवं कोच संदीप लंबोरिया
वर्ल्ड बॉक्सिंग कप 2025 के फाइनल में गोल्ड मेडल जीतकर अपने पंच का दम दिखाने वाली भिवानी की बॉक्सर जैस्मिन लंबोरिया के पिता जयवीर लंबोरिया, मां जोगिंद्र कौर, चाचा एवं कोच संदीप लंबोरिया ने दैनिक भास्कर एप से बातचीत की। उन्होंने बताया कि जैस्मिन को खान
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भिवानी की रहने वाली जैस्मिन लंबोरिया ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप 2025 के फाइनल में 57 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने ओलिंपिक मेडलिस्ट चीनी ताइपे की खिलाड़ी वू शिह यी को 4–1 से मात दी। वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल 2025 ने चोटिल होते हुए भी इस खिताब को जीता।
इसके साथ ही जैस्मिन पहली मुक्केबाज बनी है, जिसने एक ही साल में 3 वर्ल्ड खिताब जीते हैं। जैस्मिन ने ब्राजील में आयोजित वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं इसके बाद इंग्लैंड के लीवरपुल में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में जैस्मिन लंबोरिया ने गोल्ड मेडल जीता था। वहीं अब वर्ल्ड कप फाइन में भी गोल्ड मेडल जीता है।

जैस्मिन लंबोरिया ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में जीता गोल्ड मेडल
पिता बोले- ओलिंपिक में गोल्ड लाएगी बेटी दैनिक भास्कर एप से बातचीत करते हुए जैस्मिन लंबोरिया के पिता जयवीर लंबोरिया ने कहा कि इस जीत पर वे काफी खुश हैं। उन्होंने देश का नाम रोशन किया है। जैस्मिन से ओलिंपिक में गोल्ड जीतने की उम्मीद है। गोल्ड मेडल जीतने के बाद जब जैस्मिन से बातचीत की तो उसने कहा कि मैं बिल्कुल फिट हूं। आगे ओलिंपिक में भी गोल्ड मेडल लाकर दूंगी और देश का नाम रोशन करके दिखाऊंगी।

जैस्मिन लंबोरिया के पिता जयवीर लंबोरिया
मां बोली- बेटी की जीत पर खुशी दैनिक भास्कर एप से बातचीत करते हुए जैस्मिन लंबोरिया की मां जोगिंद्र कौर ने कहा कि जैस्मिन की जीत से वे खुश है और बेटी पर गर्व है। बेटी ने एक साल में तीन गोल्ड मेडल देख को दिए है। जिससे परिवार व गली में खुशी है। जैस्मिन ने ज्यादा दिक्कत तो नहीं हुई। क्योंकि उसके चाचा ही कोच थे और सिखाते रहे हैं। उसके ऊपर अधिक परेशानी नहीं आने दी। खाने पीने का भी ध्यान रख रही थी।

जैस्मिन लंबोरिया की मां जोगिंद्र कौर
कढ़ी-चावल व खीर-चूरमा पसंद उन्होंने बताया कि जैस्मिन ज्यादा मॉर्डन नहीं हैं, वह सिंपल ही है। घर का ही खाना पीना पसंद है। सिंपल ही ओढ़ना-पहरना पसंद है। जैस्मिन को खाने में घर के कढ़ी-चावल, पेठे के सब्जी, देशी चूरमा व खीर पसंद हैं। जैस्मिन से आगे उम्मीद है कि अभी अच्छा किया है और आगे भी अच्छा प्रदर्शन करेगी तथा गोल्ड मेडल लेकर आएगी।
जोगिंद्र कौर ने कहा कि जो हमारी बेटी कर रही है, वहीं और बेटियां भी करें। सभी माता-पिता अपनी बेटियों को गेम खिलाएं। वे भी नाम रोशन करेंगी।
पहली बॉक्सर जिसने एक साल में वर्ल्ड लेवल पर तीन मेडल दिए दैनिक भास्कर एप से बातचीत करते हुए जैस्मिन लंबोरिया के चाचा एवं कोच संदीप लंबोरिया ने कहा कि इस वर्ष 2025 में जैस्मिन ने वर्ल्ड लेवल पर 3 गोल्ड मेडल दिए है। आज तक किसी भी बॉक्सर ने यह कीर्तिमान हासिल नहीं किया है। तो यह काम जैस्मिन ने करके दिखाया और रिकार्ड बनाया। जैस्मिन चोटिल थी, इसलिए डर था कि कहीं चोट ना बढ़ जाए।
इसके लिए जैस्मिन को बोला भी था कि चोट ज्यादा है तो इसे छोड़ सकते हैं। चोट बढ़ती है तो एशियन व कॉमनवेल्थ गेम पर असर पड़ेगा। लेकिन जैस्मिन ने कहा कि चोट बढ़ी नहीं है। ना ही चोट बढ़ने दी और अच्छा प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता।

जैस्मिन लंबोरिया के चाचा एवं कोच संदीप लंबोरिया
ओलिंपिक में लाएगी गोल्ड : संदीप लंबोरिया संदीप लंबोरिया ने कहा कि जैस्मिन ने 2024 के ओलिंपिक में भाग लिया था। सभी का सपना होता है कि ओलिंपिक में गोल्ड मेडल लेकर आए और तिरंगा झंडा ऊपर आए। अब जैस्मिन ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल में टोक्यो ओलिंपिक की मेडलिस्ट बॉक्सर को हराया है।
वहीं वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पेरिस ओलिंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट को हराया है। उसकी परफॉर्मेंस को देखते हुए हम निश्चिंत हो सकते हैं कि 2028 के ओलिंपिक में जैस्मिन गोल्ड मेडल जीतकर इंडिया की झोली में डालेगी।

वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल 2025 के दौरान रिंग में बॉक्सिंग खेलते हुए जैस्मिन लंबोरिया
हुक व अप्पर कट भी सीखा संदीप लंबोरिया ने कहा कि जैस्मिन की लंबाई अच्छी है और हाथ लंबे है। वह लांग रिच की बॉक्सर है। वह स्टेट पंच के साथ अच्छा खेलती है। अब हुक व अप्पर कट भी एड किए हैं। जो उसे और अच्छी तरह से जिताने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि ओलिंपिक वर्ल्ड का सबसे बड़ा मुकाबला होता है।
उसमें हर तरह के बॉक्सर आएंगे। उन सबसे मुकाबला करने के लिए ट्रेनिंग में हर तरह के बॉक्सर से डिपेंड करना आना चाहिए और जीतना आना चाहिए। तभी ओलिंपिक में मेडल की उम्मीद कर सकते हैं। वह कर भी रही है। इसके तहत और अच्छे से तैयारी करेंगे।


