वॉशिंगटन डीसी1 घंटे पहले
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सारा बेकस्ट्रॉम की उम्र 20 साल थी। उन्होंने 2023 में मिलिट्री पुलिस यूनिट जॉइन की थी।
अमेरिका में व्हाइट हाउस के पास बुधवार को हुए हमले में घायल महिला नेशनल गार्ड सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को यह जानकारी दी। ट्रम्प ने बताया कि दूसरे सैनिक एंड्रयू वॉल्फ की हालत सीरियस है।
दोनों वेस्ट गार्ड्स वर्जीनिया नेशनल गार्ड से जुड़े थे और अगस्त की शुरुआत में एक सुरक्षा मिशन पर वॉशिंगटन डीसी भेजे गए थे।
ट्रम्प ने कहा- ‘सारा अब हमारे बीच नहीं हैं और उनके माता-पिता इस समय बेहद दुख में हैं। बेकस्ट्रॉम प्रतिभाशाली नेशनल गार्ड थीं।’ सारा जून 2023 में मिलिट्री पुलिस यूनिट में भर्ती हुई थीं।
एक अफगानिस्तानी हमलावर ने कल फैरागट वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास सारा को सीने और सिर में गोली मारी थी। इसके बाद उसने एंड्रयू पर फायर किया था। उसी समय पास ही मौजूद तीसरे गार्ड ने चार गोलियां चलाईं, जिसके बाद हमलावर को काबू कर लिया गया।
एंड्रयू वॉल्फ का इलाज जारी है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एंड्रयू वॉल्फ का गंभीर हालत में इलाज जारी है। वॉल्फ फरवरी 2019 में एयर नेशनल गार्ड में शामिल हुए थे। उन्हें अपनी सर्विस के दौरान कई मेडल भी मिल चुके हैं।
ट्रम्प ने बताया कि उन्हें इस हमले के बारे में ठीक उस समय पता चला जब वे थैंक्सगिविंग के मौके पर अमेरिकी सैनिकों को वीडियो कॉल करने वाले थे।
यूएस अटॉर्नी जनरल पैम बॉंडी ने मीडिया को बताया कि सारा और एंड्रयू थैंक्सगिविंग के दिन भी अपनी मर्जी से ड्यूटी पर पहुंचे थे, ताकि दूसरे गार्ड्स को अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिल सके।

सेना की वर्दी में एंड्रयू वॉल्फ। वर्जीनिया के मसलमैन हाई स्कूल ने यह तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की।
अफगानिस्तान का रहने वाला है आरोपी
FBI अधिकारियों के मुताबिक, हमले में शामिल संदिग्ध की पहचान 29 साल के रहमानुल्लाह लाकनवाल के तौर पर हुई है। वह अगस्त 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिका आया था। उसने 2024 में शरणार्थी के दर्जे के लिए अप्लाई किया था और उसे अप्रैल 2025 में मंजूरी मिली थी।
NBC न्यूज के मुताबिक लाकनवाल के एक रिश्तेदार ने बताया कि वह अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में पला-बढ़ा था। वह 4 साल पहले अमेरिका आया था और वॉशिंगटन के बेलिंगहैम शहर में अपनी पत्नी और पांच बच्चों के साथ रहता था।
रिश्तेदार ने बताया कि लाकनवाला अमेरिका आने से पहले 10 साल तक अफगान सेना में काम कर चुका था और इस दौरान उसने अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज के साथ मिलकर ऑपरेशन भी किए थे।
रिश्तेदार के मुताबिक, लाकनवाल अपनी मिलिट्री सर्विस के दौरान कुछ समय कंधार के एक बेस पर तैनात रहा था। इस दौरान उसने अमेरिकी सैनिकों की मदद की थी।

आरोपी रहमानुल्लाह लाकनवाल 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिका आया था।
अभी तक आरोपी का मकसद साफ नहीं
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाकनवाल ऑपरेशन एलाइज वेलकम प्रोग्राम के तहत अमेरिका में आया था। उसे वॉशिंगटन के बेलिंगहैम बसाया गया था। पुलिस का कहना है कि लाकनवाल ने अकेले ही यह हमला किया और अब तक इसका मकसद साफ नहीं है।
NBC और वॉशिंगटन पोस्ट का कहना है कि FBI इस मामले की आतंकी हमले के रूप में जांच कर रही है। ट्रम्प ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना करते हुए कहा कि संदिग्ध को बाइडेन प्रशासन के समय अमेरिका लाया गया था।

अमेरिका ने अफगान नागरिकों की इमिग्रेशन प्रोसेस रोकी
अमेरिका ने अफगान नागरिकों की इमिग्रेशन से जुड़ी सभी प्रोसेस कल तुरंत रोक दी थी। अमेरिकी सिटिजन और इमिग्रेशन सर्विस (USCIS) ने X पर बताया कि अफगान नागरिकों की सभी इमिग्रेशन रिक्वेस्ट को अब अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया है।
एजेंसी ने कहा कि सुरक्षा से जुड़ी जांच और वेटिंग सिस्टम की दोबारा समीक्षा की जाएगी। जब तक यह समीक्षा पूरी नहीं हो जाती, तब तक कोई भी अफगान नागरिक इमिग्रेशन से जुड़ी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ा पाएगा।
USCIS ने अपने बयान में साफ कहा कि अमेरिकी जनता की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है, इसलिए यह कदम उठाना जरूरी हो गया था।
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