कीव43 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से रूस ने जुलाई मे यूक्रेन पर सबसे ज्यादा ड्रोन अटैक किए थे।
यूक्रेन ने दावा किया है कि रूसी अटैक ड्रोन्स में उसे भारत में बनाए गए पुर्जे मिले हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने कहा कि रूस को विदेशी पुर्जों की आपूर्ति रुकनी चाहिए, ताकि वो इनका इस्तेमाल यूक्रेनी लोगों की जान लेने में न कर पाए।
एंड्री यरमक ने यह दावा ऐसे वक्त पर किया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प भारत पर आरोप लगा रहे हैं कि भारत रूसी ऑयल खरीदकर रूस की मदद कर रहा है, जिससे उसे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध जारी रखने में मदद मिल रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने जुलाई में यूक्रेन पर 6000 से ज्यादा ड्रोन हमले किए थे। यह 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से अबतक के सबसे ज्यादा ड्रोन अटैक थे।
इन हमलों में दर्जनों लोग मारे गए और कई घायल हुए थे। इसके साथ ही कई घरों, किंडरगार्टन और एक एम्बुलेंस सहित मिलिट्री ठिकानों को भी नुकसान पहुंचा था।

रूसी ड्रोन अटैक में यूक्रेनी राजधानी कीव की कई बिल्डिंग में आग लग गई थी।
इस महीने भी रूस के ड्रोन अटैक जारी
इस महीने भी रूस की तरफ से लगातार यूक्रेन पर मिसाइल और ड्रोन हमले जारी हैं। यूक्रेनी वायुसेना के मुताबिक शनिवार रात 2 अगस्त को रूस ने 76 ड्रोन और 7 मिसाइलें दागीं थीं।
इनमें से 60 ड्रोन और 1 मिसाइल को मार गिराया गया। बाकी 16 ड्रोन और 6 मिसाइलें आठ अलग-अलग जगहों पर गिरीं।
इससे पहले 31 जुलाई को रूसी ड्रोन और मिसाइल हमले में यूक्रेन के 31 लोग मारे गए थे। इनमें 5 बच्चे शामिल थे, जबकि 150 से ज्यादा घायल हुए थे।
यूक्रेन ने भी रूस पर ड्रोन अटैक किए
वहीं, यूक्रेन ने रविवार को रूस के सोची स्थित एक ऑयल डिपो पर ड्रोन से हमला किया था। हमले के बाद डिपो में भीषण आग लग गई थी।
क्रास्नोडार क्षेत्र के गवर्नर वेनियामिन कोंद्रात्येव ने बताया कि ड्रोन के मलबे के तेल टैंक से टकराने के बाद आग लगी, जिसे बुझाने के लिए 120 से ज्यादा दमकलकर्मी लगाए गए थे।
हमले के बाद रूस के सिविल एविएशन एजेंसी रोसावियात्सिया ने कुछ समय के लिए सोची एयरपोर्ट पर उड़ानें रोक दीं थीं। इस दौरान 2 रशियन लड़कियां विस्फोट के साथ वीडियो बनाते हुए भी नजर आईं थीं।
रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रशियन सेना ने शनिवार रात से रविवार सुबह तक रूस और ब्लैक सी के ऊपर यूक्रेन के 93 ड्रोन मार गिराए थे। हालांकि रूस के वोरोनेज क्षेत्र में एक और यूक्रेनी ड्रोन हमले में चार लोग घायल हो गए थे।

सोची ऑयल डिपो पर यूक्रेनी ड्रोन हमले के बाद काले धुएं का गुबार उठता नजर आया।
पुतिन को ट्रम्प का अल्टीमेटम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए 8 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है।
ट्रम्प ने चेतावनी दी कि अगर कोई हल नहीं निकला तो रूस पर नए आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा-

रूसी काफी चालाक होते हैं, अक्सर प्रतिबंधों को चकमा दे देते हैं, देखते हैं क्या होता है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि जुलाई में इस्तांबुल में हुई वार्ता के बाद रूस और यूक्रेन ने 1200 युद्ध बंदियों की अदला-बदली पर सहमति बनी है।
जानिए क्यों शुरू हुई रूस-यूक्रेन की जंग
फरवरी 2022- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले का ऐलान करते ही यूक्रेन में रूसी टैंक धड़धड़ाते हुए घुसने लगे। तब के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- पुतिन से बातचीत का कोई प्लान नहीं है। उन्होंने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। रूस को यूक्रेन पर हमले की गंभीर कीमत चुकानी होगी।
फरवरी 2025- अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुतिन से फोन पर 90 मिनट तक बात की। इसके बाद सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिकी के बीच हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें यूक्रेन को नहीं रखा गया। ट्रम्प ने पुतिन की तारीफ की और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को ‘तानाशाह’ कह दिया।
मई 2025- रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति बातचीत 2025 में तेज हुई, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहल के बाद। हाल के दिनों में कैदी अदला-बदली हुई है, लेकिन क्षेत्रीय नियंत्रण और सुरक्षा गारंटी पर मतभेद बने हुए हैं।
——————————– यह खबर भी पढ़ें…
यूक्रेनी सेना में महिलाओं की संख्या दोगुनी हुई:साढ़े तीन साल में 1 लाख पहुंची; ड्रोन से लेकर मोर्चे पर तोपें संभाल रहीं

यूक्रेन और रूस युद्ध के बीच यूक्रेन की सेना में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ी है। बीते साढ़े तीन साल में सेना में महिलाओं की संख्या बढ़कर एक लाख हो गई है।
फिलहाल यूक्रेनी सेना में कुल 10 लाख सैनिक हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध शुरू होने के बाद महिलाएं सेना में शामिल होने के लिए खुद आगे आ रही हैं।
सशस्त्र बलों की सलाहकार ओक्साना ग्रिगोरिएवा बताती हैं कि रूस के खिलाफ फिलहाल साढ़े पांच हजार महिलाएं सीधे मोर्चे पर हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर…