बर्लिन2 घंटे पहले
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वर्चुअल बैठक के दौरान जर्मन चांसलर फेडरिक मर्त्ज के साथ जेलेंस्की।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बुधवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। बैठक का मकसद रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के रास्ते तलाशना था।
बैठक में ट्रम्प ने कहा कि इस जंग को खत्म करने के लिए दोनों पक्षों को जमीन की अदला-बदली करनी पड़ सकती है। इस पर यूरोपीय नेताओं ने ट्रम्प को समझाने की कोशिश की कि 15 अगस्त को उनकी रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ होने वाली मुलाकात में ऐसा कोई समझौता न हो, जिससे यूक्रेन को नुकसान पहुंचे।
जेलेंस्की ने बैठक के दौरान कहा कि पुतिन धोखा दे रहे हैं। वो यह दिखावा कर रहे हैं कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का उन पर कोई असर नहीं पड़ रहा हैं और ये कारगर नहीं हैं।
इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में डोनबास क्षेत्र की जमीन रूस को सौंपने के सवाल पर जेलेंस्की ने साफ कहा कि वे अपनी जमीन नहीं छोड़ रहे हैं। पहले युद्धविराम होना चाहिए और फिर सुरक्षा की गारंटी मिलनी चाहिए।

जेलेंस्की बोले- मेरी पोजिशन नहीं बदलेगी
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की जमीन के बारे में कोई भी फैसला बिना यूक्रेन की सहमति के नहीं हो सकता। मेरी पोजिशन नहीं बदलेगी। एक दिन पहले भी उन्होंने कहा था कि उनके पास अपनी देश की जमीन छोड़ने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने आगे कहा- पहले युद्धविराम होना चाहिए, फिर मजबूत सुरक्षा गारंटी दी जानी चाहिए। रूस को यूक्रेन के यूरोप या नाटो में शामिल होने की संभावनाओं पर वीटो लगाने का अधिकार नहीं होना चाहिए।
जेलेंस्की ने यह भी कहा कि पुतिन शांति नहीं चाहते, वे यूक्रेन पर कब्जा करना चाहते हैं। पुतिन किसी को बेवकूफ नहीं बना सकते।
दरअसल, यूरोप और यूक्रेन को डर है कि ट्रम्प और व्लादिमीर पुतिन के बीच कोई ऐसा समझौता हो सकता है, जिससे रूस को यूक्रेन का करीब पांचवां हिस्सा मिल सकता है। इस बैठक में फिनलैंड, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली, पोलैंड, यूरोपीय यूनियन (EU) के नेता और नाटो महासचिव मार्क रूट भी मौजूद थे।

फरवरी 2025 तक यूक्रेन और रूस के कंट्रोल वाले इलाके।
वर्चुअल बैठक के बाद वर्ल्ड लीडर के बयान…
- ट्रम्प ने अलास्का बैठक में रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम की उम्मीद जताई है। ट्रम्प ने भरोसा दिया है कि क्षेत्रीय मुद्दों पर कोई भी बातचीत यूक्रेन को शामिल किए बिना नहीं होगी। इमैनुएल मैक्रों, फ्रांसीसी राष्ट्रपति
- सीमाओं को ताकत के दम पर नहीं बदला जाना चाहिए। हमारा यूक्रेन को अटूट समर्थन जारी रहेगा। ट्रम्प की कोशिशों से शांति समझौते की संभावना बनी हुई है।- कीर स्टार्मर, ब्रिटिश पीएम
- अगर रूस अलास्का में सहयोग नहीं करता, तो अमेरिका और यूरोप को रूस पर दबाव बढ़ाना होगा। यूक्रेन क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन रूस के कब्जे को कानूनी मान्यता नहीं दी जा सकती।- फ्रेडरिक मर्त्ज,जर्मन चांसलर
- अब गेंद पुतिन के पाले में है। हम एकजुट हैं और इस भयानक युद्ध को खत्म कर यूक्रेन में स्थायी शांति चाहते हैं।- मार्क रूट, नाटो प्रमुख
- आज यूरोप, अमेरिका और नाटो ने यूक्रेन के लिए एकजुटता को मजबूत किया। हम लगातार आपस में सहयोग करते रहेंगे। हम स्थायी शांति चाहते हैं।- उर्सुला वॉन डेर,यूरोपीय यूनियन अध्यक्ष
ट्रम्प बोले- यह बाइडेन का युद्ध है
यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक के बाद ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें ट्रम्प से पूछा गया कि क्या वे पुतिन को यूक्रेन में नागरिकों पर हमले रोकने के लिए मना सकते हैं, तो उन्होंने कहा-शायद नहीं, क्योंकि मैंने पहले भी यह बात की है।
ट्रम्प ने आगे कहा कि मैं इस युद्ध को खत्म करना चाहता हूं। यह बाइडेन का युद्ध है, लेकिन मैं इसे खत्म करने पर गर्व महसूस करूंगा, जैसे मैंने पिछले छह महीनों में पांच युद्ध खत्म किए।” ट्रम्प ने यह भी चेतावनी दी कि अगर पुतिन जंग रोकने पर सहमत नहीं होते, तो रूस को खतरनाक अंजाम भुगतने होंगे।

2021 में आखिरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति से मिले से पुतिन
अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति के बीच आखिरी मुलाकात जून 2021 में हुई थी। उस वक्त तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पुतिन ने जेनेवा में मुलाकात की थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प शुक्रवार को अलास्का में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात करेंगे। इसका मकसद यूक्रेन में साढ़े तीन साल से चल रही जंग को खत्म करना है।

ट्रम्प अब तक 4 बार रूसी राष्ट्रपति से बात कर चुके हैं…
- 12 फरवरी, 2025: ट्रम्प और पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत की।
- 18 मार्च, 2025: दोनों नेताओं ने यूक्रेन में युद्धविराम और शांति पर बात की।
- 19 मई, 2025: दो घंटे से अधिक की बातचीत में यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
- 4 जून, 2025: यूक्रेन और ईरान के मुद्दे पर दोनों नेताओं में 1 घंटे बातचीत हुई।
जानिए क्यों शुरू हुई रूस-यूक्रेन की जंग
फरवरी 2022- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले का ऐलान करते ही यूक्रेन में रूसी टैंक धड़धड़ाते हुए घुसने लगे। तब के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- पुतिन से बातचीत का कोई प्लान नहीं है। उन्होंने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। रूस को यूक्रेन पर हमले की गंभीर कीमत चुकानी होगी।
फरवरी 2025- अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुतिन से फोन पर 90 मिनट तक बात की। इसके बाद सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिकी के बीच हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें यूक्रेन को नहीं रखा गया। ट्रम्प ने पुतिन की तारीफ की और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को ‘तानाशाह’ कह दिया।
मई 2025- रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति बातचीत 2025 में तेज हुई, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहल के बाद। हाल के दिनों में कैदी अदला-बदली हुई है, लेकिन क्षेत्रीय नियंत्रण और सुरक्षा गारंटी पर मतभेद बने हुए हैं।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस को किसी भी हाल में यूक्रेन का दूसरा बंटवारा करने नहीं दिया जाएगा।
एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि रूस के जमीन देकर नहीं, बल्कि न्यायपूर्ण तरीके से जंग खत्म करके ही शांति आ सकती है। यहां पढ़ें पूरी खबर…