Sunday, July 20, 2025
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Q1 Results: RBL बैंक से लेकर सेंट्रल बैंक तक… पहली तिमाही नतीजे में किसका बढ़ा मुनाफा, किसे लगा घाटा


Q1 Results of RBL-Central Bank: प्राइवेट सेक्टर के आरबीएल बैंक ने शनिवार को बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 के आए पहले तिमाही के नतीजे में उसका शुद्ध लाभ 46 प्रतिशत घटकर 200 करोड़ रुपये रह गया. बैंक ने एक साल पहले इसी अवधि में 372 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था, जबकि पिछली मार्च 2025 तिमाही में यह आंकड़ा 69 करोड़ रुपये था.

आरबीएल का घटा मुनाफा

इस दौरान बैंक की मुख्य शुद्ध ब्याज आय 13 प्रतिशत घटकर 1,481 करोड़ रुपये रह गई. शुद्ध ब्याज मार्जिन सालाना आधार पर 1.15% घटकर 4.5% रह गया. समीक्षाधीन अवधि में अन्य आय 33% बढ़कर 1,069 करोड़ रुपये हो गई. 

आरबीएल बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर सुब्रमण्यकुमार ने कहा कि उच्च मार्जिन के साथ उच्च जोखिम वाले असुरक्षित पोर्टफोलियो में गिरावट जारी है.  उन्होंने कहा कि बैंक चालू वित्त वर्ष के लिए 14-15 प्रतिशत के अपने ऋण वृद्धि अनुमान को बनाए हुए है.  सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति अनुपात मार्च के 2.60 प्रतिशत से बढ़कर 2.78 प्रतिशत हो गया. कुल प्रावधान सालाना आधार पर 21 प्रतिशत बढ़कर 442 करोड़ रुपये हो गया.

33 प्रतिशत बढ़ा सेंट्रल बैंक का मुनाफा

सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 33 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,169 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी ने शनिवार को बताया कि उसका मुनाफा मुख्य आय में सुधार और फंसे कर्ज में कमी से बढ़ा है. पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में मुंबई स्थित इस बैंक का शुद्ध लाभ 880 करोड़ रुपये रहा था. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी कुल आमदनी समीक्षाधीन तिमाही में 10,374 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 9,500 करोड़ रुपये थी.

बैंक की ब्याज आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 8,589 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 8,335 करोड़ रुपये थी.. समीक्षाधीन अवधि के दौरान, बैंक का परिचालन लाभ बढ़कर 2,304 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 1,933 करोड़ रुपये था.. बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ.

जून तिमाही के अंत में सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर कुल कर्ज का 3.13 प्रतिशत रह गईं, जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 4.54 प्रतिशत थीं.. बैंक का कुल कर्ज जून तिमाही में 9.97 प्रतिशत बढ़कर 2,75,595 करोड़ रुपये हो गया, जो जून 2024 के अंत में 2,50,615 करोड़ रुपये था.. इसी प्रकार, शुद्ध एनपीए या खराब कर्ज घटकर 0.49 प्रतिशत रह गया, जबकि एक वर्ष पहले इसी अवधि में यह 0.73 प्रतिशत थे.

इससे, प्रावधान और आकस्मिक खर्च जून तिमाही के दौरान आधा होकर 521 करोड़ रुपये रह गए, जबकि एक वर्ष पहले इसी अवधि में यह 1,191 करोड़ रुपये थे.. प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 0.85 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 96.17 प्रतिशत से बढ़कर 97.02 प्रतिशत हो गया.. बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) जून तिमाही में बढ़कर 17.6 प्रतिशत हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 15.6 प्रतिशत था.

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