
बिहार की राजनीति में नई दिशा देने वाले जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बताया कि पिछले तीन सालों में उन्होंने सलाहकारी सेवाओं (Consultancy Services) से ₹241 करोड़ रुपये की वैध कमाई की है.

इस आय पर उन्होंने ₹30.95 करोड़ रुपये जीएसटी (GST) और ₹20 करोड़ रुपये आयकर (Income Tax) के रूप में जमा किए हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक साल 2025 में प्रशांत किशोर की अनुमानित कुल संपत्ति ₹45 से ₹60 करोड़ रुपये के बीच बताई जा रही है.

प्रशांत किशोर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि उन्होंने अपनी सलाहकारी सेवाएं कई क्षेत्रों में दीं, जिसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य और सार्वजनिक नीति (Public Policy) जैसे सेक्टर शामिल हैं.

प्रशांत किशोर ने उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने Navyuga Constructions नाम की कंपनी को सिर्फ दो घंटे की सलाह दी थी, जिसके बदले उन्हें ₹11 करोड़ रुपये का भुगतान मिला.

प्रशांत किशोर ने कहा कि 2021 के बाद उन्होंने अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा जन सुराज आंदोलन और पार्टी के सामाजिक अभियानों में लगाने का फैसला किया ताकि आंदोलन बाहरी फंडिंग पर निर्भर न रहे.

प्रशांत किशोर ने हाल ही में बताया कि पिछले तीन सालों में उन्होंने सलाहकारी सेवाओं (Consultancy Services) से ₹241 करोड़ रुपये की वैध कमाई की है. इस आय पर उन्होंने ₹30.95 करोड़ रुपये जीएसटी (GST) और ₹20 करोड़ रुपये आयकर (Income Tax) के रूप में जमा किए हैं. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मैं कोई चोर नहीं हूं. मेरी सारी कमाई वैध है और उस पर पूरा टैक्स दिया गया है.

प्रशांत किशोर ने बताया है कि वह राजनीति में आने से पहले वे पार्टियों और कॉर्पोरेट संस्थाओं को मुफ़्त सलाह देते थे, लेकिन 2021 के बाद उन्होंने तय किया कि वे अपनी परामर्श सेवाओं के लिए शुल्क लेंगे ताकि पार्टी और सामाजिक अभियानों के खर्च पूरे हो सकें. उन्होंने कहा, “अब मेरी हर कमाई टैक्स चुकाकर आती है. मैं चाहता हूं कि बिहार की राजनीति और धन दोनों ईमानदारी से चलें.”
Published at : 01 Nov 2025 12:56 PM (IST)


