Post Office Savings Schemes: पोस्ट ऑफिस ने बचत योजनाओं पर दी जाने वाली ब्याज दरों में आखिरकार कटौती कर दी है। पोस्ट ऑफिस ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट घटाए जाने के काफी समय बाद ब्याज दरों में कटौती की है, जबकि देश के तमाम बैंकों ने रेपो रेट घटाए जाने के साथ ही एफडी की ब्याज दरों में कटौती करना शुरू कर दिया था। बताते चलें कि भारतीय रिजर्व बैंक इस साल रेपो रेट में 1.00 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। आरबीआई ने ये कटौती 3 बार में की है। केंद्रीय बैंक ने सबसे पहले फरवरी में 0.25 प्रतिशत, फिर अप्रैल में 0.25 प्रतिशत और फिर जून में 0.50 प्रतिशत रेपो रेट घटाया था।
पोस्ट ऑफिस ने टाइम डिपोजिट की ब्याज दरें घटाईं
पोस्ट ऑफिस ने अपनी टीडी यानी टाइम डिपोजिट स्कीम की ब्याज दरों को घटा दिया है। पोस्ट ऑफिस में 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल की टीडी खाते खोले जाते हैं। पोस्ट ऑफिस पहले 1 साल वाली टीडी पर 6.9 प्रतिशत, 2 साल वाली टीडी पर 7.0 प्रतिशत, 3 साल वाली टीडी पर 7.1 प्रतिशत और 5 साल वाली टीडी पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज दे रहा था। हालांकि, इस ताजा बदलाव के बाद अब 1 साल, 2 साल और 3 साल तीनों अवधि वाली टीडी पर 6.9 प्रतिशत का ही ब्याज मिलेगा।
अभी भी बैंक एफडी से ज्यादा ब्याज दे रहा है पोस्ट ऑफिस
डाकघर ने बेशक टीडी की ब्याज दरों में कटौती कर दी है, लेकिन ये फिर भी देश के टॉप बैंकों द्वारा एफडी पर दी जाने वाली ब्याज दरों से ज्यादा है। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक- SBI अपने ग्राहकों को 1 साल की एफडी पर 6.25 से 6.75 प्रतिशत, 2 साल की एफडी पर 6.45 से 6.95 प्रतिशत और 3 साल की एफडी पर 6.30 से 6.80 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहा है। बताते चलें कि बैंक एफडी पर वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य नागरिकों की तुलना में 0.50 प्रतिशत ज्यादा ब्याज देता है जबकि पोस्ट ऑफिस सभी ग्राहकों को एक समान ब्याज देता है।
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