नई दिल्ली11 मिनट पहले
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फिलीपींस के राष्ट्रपति रोमुआल्डेज मार्कोस जूनियर भारत के 5 दिन के राजकीय दौरे पर हैं। उन्होंंने आज PM मोदी से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की है।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पीएम मोदी ने पहलगाम हमले की निंदा और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े रहने के लिए फिलीपींस का धन्यवाद भी दिया।
इस दौरान दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापनों (MOUs) साइन हुए। दोनों नेताओं ने एक डाक टिकट भी जारी किया।
पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें…
- मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नियम आधारित व्यवस्था का समर्थन किया।
- भारत फिलीपींस जल्द असर दिखाने वाले प्रोजेक्ट्स की संख्या बढ़ाएंगे।
- भारतीयों को वीजा-फ्री एंट्री देने के फैसले का स्वागत किया।
- भारत भी फिलीपींस के पर्यटकों को फ्री ई-वीजा की सुविधा देगा।
- दिल्ली और मनीला के बीच सीधी फ्लाइट शुरू करने के लिए भी काम किया जाएगा।
- फिलीपींस के अपने डेटा क्लाउड स्ट्रक्चर के विकास में भारत मदद करेगा।
- फिलीपींस को अगले साल आसियान की अध्यक्षता के लिए भारत सहयोग करेगा।
राष्ट्रपति मार्कोस ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी
इससे पहले राष्ट्रपति मार्कोस ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी की श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति भवन में PM मोदी और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उनका स्वागत किया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित भी किया गया।
2022 में पद संभालने के बाद राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर की यह भारत की पहली यात्रा है। वे सोमवार को भारत पहुंचे थे। उनके साथ फर्स्ट लेडी लुईस अरानेटा मार्कोस और मंत्रियों का हाई-लेवल डेलिगेशन भी भारत आया है।
राष्ट्रपति मार्कोस का यह दौरा भारत-फिलीपींस के बीच कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रहा है। राष्ट्रपति के स्वागत की तस्वीरें…

राष्ट्रपति मार्कोस को गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया।

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने आगे आकर राष्ट्रपति मार्कोस का स्वागत किया।

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और PM मोदी के साथ राष्ट्रपति मार्कोस और उनकी पत्नी।

सोमवार रात विदेश मंत्री जयशंकर ने राष्ट्रपति मार्कोस से मुलाकात की।

सोमवार को एयरपोर्ट पर लैंड होने के बाद विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने उनका स्वागत किया।
आज ही कर्नाटक दौरे पर रवाना होंगे
राष्ट्रपति मार्को स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे। वहां वे कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मुलाकात करेंगे।
फिलीपींस भारत से ब्रह्मोस खरीदने वाला अकेला देश

भारत फिलीपींस को मिसाइल ऑपरेट करने की भी ट्रेनिंग भी दे रहा है।
फिलीपींस भारत से ब्रह्मोस खरीदने वाला अकेला देश है। भारत ने पिछले साल अप्रैल में फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की पहली खेप भेजी थी।
दोनों देशों के बीच जनवरी 2022 में ब्रह्मोस मिसाइलों के लिए 375 मिलियन डॉलर्स में डील हुई थी। इन मिसाइलों की स्पीड 2.8 मैक और मारक क्षमता 290 किमी है। एक मैक ध्वनि की गति 332 मीटर प्रति सेकेंड होती है।
ब्रह्मोस के हर एक सिस्टम में दो मिसाइल लॉन्चर, एक रडार और एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होता है। इसके जरिए सबमरीन, शिप, एयक्राफ्ट से दो ब्रह्मोस मिसाइलें 10 सेकेंड के अंदर दुश्मन पर दागी जा सकती हैं।
भारत-फिलीपींस ने 2 दिन नौसैनिक सैन्याभ्यास किया
भारत और फिलीपींस ने साउथ चाइना सी में पहली बार संयुक्त नौसैनिक सैन्याभ्यास किया है। रविवार 3 अगस्त को शुरु हुआ यह सैन्याभ्यास दो दिन चला।
भारत की ओर से मिसाइल विध्वंसक पोत INS दिल्ली, टैंकर INS शक्ति और कार्वेट INS किलटन इस अभ्यास में शामिल हुए। वहीं फिलीपींस ने BRP मिगुएल मालवार और BRP जोस रिजाल फ्रिगेट तैनात किए।
साउथ चाइना सी के ज्यादातर हिस्से पर चीन अपना दावा करता है। चीन इसे विवादित इलाके के तौर पर पेश करता है। भारत और फिलीपींस दोनों के साथ चीन का सीमा विवाद भी है।