ढाका1 मिनट पहले
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बांग्लादेश के जहाज ने समुद्र में ही PNS सैफ जहाज को सलामी दी और उसे बंदरगाह तक एस्कॉर्ट किया।
1971 के युद्ध के बाद पहली बार पाकिस्तान का एक युद्धपोत बांग्लादेश पहुंचा है। शनिवार को पाकिस्तानी वॉरशिप PNS सैफ बंगाल की खाड़ी से होते हुए चटगांव बंदरगाह पहुंचा। यह जहाज चार दिन की सद्भावना यात्रा (गुडविल विजिट) पर है, जिसका मकसद दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करना बताया गया है।
बांग्लादेश नौसेना के मुताबिक, इस जहाज की कमान कैप्टन शुजात अब्बास राजा के पास है। चटगांव पहुंचने से पहले बांग्लादेश नौसेना के जहाज BNS शाधीनोता ने समुद्र में ही पाकिस्तानी जहाज को औपचारिक सलामी दी और बंदरगाह तक एस्कॉर्ट किया।
यात्रा के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं के अधिकारी आपसी मुलाकात करेंगे और सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। यह यात्रा 12 नवंबर को समाप्त होगी।
2024 के अगस्त में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद पाकिस्तान उन शुरुआती देशों में था, जिसने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार का स्वागत किया था। इसके बाद से ढाका और इस्लामाबाद के रिश्ते लगातार बेहतर हो रहे हैं, जबकि भारत और बांग्लादेश के संबंधों में हाल के महीनों में तनाव बढ़ा है।

पाकिस्तान का वॉरशिप शनिवार को बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पहुंचा।

बांग्लादेश नौसेना प्रमुख एडमिरल एम. शाहीन इकबाल ने पाकिस्तान के अधिकारियों का फूल देकर स्वागत किया।
खराब स्टेबलाइजर से जूझ रहा PNS सैफ, चीन ने 15 साल पहले बेचा था
पाकिस्तानी वॉरशिप PNS सैफ इन दिनों तकनीकी खराबी से जूझ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहाज के HP-5 स्टेबलाइजर सिस्टम में गड़बड़ी आई है, जो जहाज की स्थिरता और संतुलन बनाए रखने के लिए अहम होता है। इस खराबी के कारण समुद्री यात्रा के दौरान जहाज का कंट्रोल प्रभावित हो सकता है और नेविगेशन में दिक्कतें आती हैं।
PNS सैफ को चीन ने 2010 में पाकिस्तान को बेचा था। यह वही फ्रिगेट क्लास का जहाज है जिसमें PNS शामशीर और PNS आसलत भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इन दोनों जहाजों में भी इसी तरह की तकनीकी समस्याएं सामने आई हैं।
रक्षा विश्लेषकों के अनुसार, चीन ने इस क्लास के जहाजों की सप्लाई के लिए पाकिस्तान से करीब 6,375 करोड़ रुपए वसूले थे। लेकिन अब बार-बार आ रही खराबियों ने चीनी हथियारों की गुणवत्ता पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि चीन के हथियार भले ही कम कीमत पर उपलब्ध हों, लेकिन उनकी टिकाऊ क्षमता सीमित होती है। तकनीकी खराबियों के कारण पाकिस्तानी नौसेना को अब इन जहाजों की मरम्मत और अपग्रेडेशन पर अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है।

पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख एडमिरल भी बांग्लादेश दौरे पर
बांग्लादेश नौसेना ने एक बयान में कहा कि यह दौरा दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच दोस्ती और सहयोग को और मजबूत करेगा। इसी दौरान पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख एडमिरल नवेद अशरफ भी चार दिन के आधिकारिक दौरे पर बांग्लादेश में हैं।
नवेद अशरफ 8 नवंबर को पाकिस्तान गए हैं। वे 12 नवंबर तक वहां रहेंगे। इससे पहले पाकिस्तान के टॉप मिलिट्री कमांडर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने बांग्लादेश का दौरा किया था। वे 24 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक वहां रहे। इस दौरान उन्होंने मोहम्मद यूनुस से भी मुलाकात की थी।

पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की थी।
ट्रेड और शिक्षा क्षेत्र में PAK-बांग्लादेश ने डील किए थे
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच अगस्त में 6 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। इसमें ट्रेड, इकोनॉमी, डिप्लोमेटिक ट्रेनिंग, शिक्षा, मीडिया और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना शामिल है।
ये समझौते पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मुहम्मद इशाक डार और बांग्लादेश के विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के बाद हुए थे।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के 6 समझौते
- वीजा मुक्त समझौता: दोनों देशों के सरकारी और राजनयिक पासपोर्ट वाले लोग बिना वीजा के एक-दूसरे के देश जा सकेंगे।
- व्यापार कार्य समूह: दोनों देश मिलकर व्यापार बढ़ाने के लिए एक समूह बनाएंगे, जो व्यापार से जुड़े मुद्दों पर काम करेगा।
- विदेश सेवा अकादमी सहयोग: दोनों देशों के कूटनीतिक प्रशिक्षण संस्थान एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करेंगे और अनुभव साझा करेंगे।
- मीडिया एजेंसी सहयोग: एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान कॉर्पोरेशन और बांग्लादेश समाचार एजेंसी संगबाद के बीच एक समझौता हुआ है। ये संस्था मिलकर काम करेंगी।
- रणनीतिक अध्ययन सहयोग: दोनों देशों के रणनीतिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों के शोध संस्थान मिलकर काम करेंगे।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान: दोनों देश अपनी संस्कृति, कला और परंपराओं को साझा करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करेंगे।

पाकिस्तान विदेश मंत्री मुहम्मद इशाक डार और बांग्लादेश के विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन की मौजूदगी में अगस्त में 6 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे।
क्या भारत के लिए मुसीबत बन सकता है पाकिस्तान का वॉरशिप?
भारत के लिए PNS सैफ का बांग्लादेश आना चिंता की बात है। 54 साल बाद पहली बार कोई पाकिस्तानी वॉरशिप चटगांव पहुंचा है।
यह दिखता है कि बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पाकिस्तान से तेजी से रिश्ते सुधार रही है। यह जहाज चीन में बना है और उसकी तकनीक से लैस है, जिससे चीन बांग्लादेश में सैन्य पहुंच बना सकता है।
इसके अलावा चटगांव बंदरगाह बंगाल की खाड़ी में भारत के पूर्वी तट के करीब है, इसलिए पाकिस्तानी और चीनी जहाजों की आवाजाही से भारत की समुद्री सुरक्षा पर खतरा बढ़ सकता है। ठीक एक महीने पहले अमेरिकी जहाज भी यहीं आया था।
दूसरी ओर पिछले साल बांग्लादेश में हुए हिंसक छात्र आंदोलन के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा था। फिलहाल वह भारत की शरण में हैं। इसके बाद भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव आ गया था।
बांग्लादेश–पाकिस्तान के बीच बेहतर हो रहे रिश्ते
जनवरी 2025: बांग्लादेशी लेफ्टिनेंट जनरल एस.एम. कमर-उल-हसन का पाकिस्तान दौरा।
फरवरी 2025: पहली बार सीधे व्यापार शुरू। पाकिस्तान से 50,000 टन चावल की खेप बांग्लादेश भेजी गई।
अगस्त 2025: पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ढाका पहुंचे। 13 साल में इस स्तर का पहला दौरा।
सितंबर 2025: मोहम्मद यूनुस और इशाक डार के बीच न्यूयॉर्क में बातचीत, डिप्लोमैटिक चैनल फिर सक्रिय।
अक्टूबर 2025: पाकिस्तान के दूसरे नंबर के आर्मी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा बांग्लादेश गए, डिफेंस और सिक्योरिटी कोऑपरेशन पर बातचीत।
अक्टूबर 2025: दोनों देशों ने सैन्य सहयोग बढ़ाने, ट्रेनिंग एक्सचेंज और मिलिट्री-टू-मिलिट्री इंटरेक्शन बढ़ाने पर सहमति जताई।
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