1 घंटे पहले
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शमी भारत के लिए आखिरी इंटरनेशनल मैच चैंपियंस ट्रॉफी में खेला था।
मोहम्मद शमी ने अपनी रिटायरमेंट की अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है। 34 साल के शमी ने साफ कहा कि जब तक उनमें खेल के प्रति जुनून और प्रेरणा बनी रहेगी, वह मैदान पर डटे रहेंगे। शमी को इंग्लैंड में एंडरसन-तेंडुलकर ट्रॉफी और 9 सितंबर से UAE में शुरू हो रहे एशिया कप के लिए भारतीय टीम में उन्हें जगह नहीं मिली है।
शमी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में शमी ने रिटायरमेंट की अफवाहों पर तीखा जवाब देते हुए कहा,’अगर किसी को मुझसे दिक्कत है, तो सामने आकर बताए। मेरे रिटायर होने से किसकी जिंदगी बेहतर हो जाएगी? मैं किसी की जिंदगी में पत्थर क्यों बनूं कि तुम्हें मुझसे रिटायरमेंट चाहिए? जिस दिन मुझे बोरियत होगी, मैं खुद मैदान छोड़ दूंगा। आप मुझे न चुनें, न खिलाएं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं मेहनत करता रहूंगा।’
घरेलू क्रिकेट में भी खेलने को तैयार शमी ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका न मिले, तो वह घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘अगर आप मुझे अंतरराष्ट्रीय मैचों में नहीं चुनते, तो मैं घरेलू क्रिकेट खेलूंगा। मैं कहीं न कहीं खेलता रहूंगा। रिटायरमेंट जैसा फैसला तब लिया जाता है, जब आपको लगे कि आप बोर हो गए हैं, जब आप सुबह 7 बजे टेस्ट मैच के लिए उठना नहीं चाहते। लेकिन मेरे लिए अभी वह वक्त नहीं आया। आप चाहें तो मैं सुबह 5 बजे भी उठकर तैयार हो जाऊंगा।’

ODI वर्ल्ड कप जीतने का अधूरा सपना शमी ने बताया कि उनका सबसे बड़ा लक्ष्य वनडे वर्ल्ड कप जीतना है, जो उनका एकमात्र अधूरा सपना है। 2023 वर्ल्ड कप में भारत के फाइनल तक पहुंचने की याद ताजा करते हुए उन्होंने कहा,’मेरा एक ही सपना बाकी है, वह है वनडे वर्ल्ड कप जीतना। 2023 में हम बहुत करीब थे। हमें भरोसा था, लेकिन नॉकआउट स्टेज में डर भी था। फैंस का उत्साह और समर्थन हमें प्रेरित करता था। शायद उस वक्त मेरी किस्मत में नहीं था, लेकिन मैं 2027 में वहां होना चाहता हूं।’
फिटनेस पर की कड़ी मेहनत शमी ने अपनी फिटनेस पर भी खुलकर बात की। हाल के समय में चोटों से जूझने के बावजूद, उन्होंने पिछले दो महीनों में अपनी फिटनेस पर कड़ा काम किया है। उन्होंने वजन कम किया, गेंदबाजी में लय हासिल की और लंबे स्पेल डालने की तैयारी की। शमी ने कहा,’मैंने ट्रेनिंग की, अपनी स्किल्स को और बेहतर किया, बल्लेबाजी और फील्डिंग की प्रैक्टिस की, जिम में पसीना बहाया। सब कुछ किया। मेरा फोकस लय हासिल करने और लंबे स्पेल डालने पर है।’
जब तक प्यार है, खेलता रहूंगा शमी ने अपनी बात को मजबूती से रखते हुए कहा कि क्रिकेट के प्रति उनका प्यार अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा,’मुझे अभी भी क्रिकेट से प्यार है। जिस दिन यह जुनून खत्म होगा, मैं खुद मैदान छोड़ दूंगा। तब तक मैं लड़ता रहूंगा।’ शमी का यह बयान न केवल उनकी दृढ़ता और जुनून को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वह अभी भी भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ दे सकते हैं। उनके इस जज्बे को देखकर फैंस को 2027 वनडे वर्ल्ड कप में शमी की वापसी की उम्मीद जरूर बंधी है।
आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए खेले शमी ने आखिरी बार 2025 की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए खेला था। भारत ने फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर खिताब जीता, और शमी ने 5 मैचों में 9 विकेट लिए, जो भारत के लिए वरुण चक्रवर्ती के साथ संयुक्त रूप से सर्वाधिक थे। हालांकि, उनकी गेंदबाजी महंगी रही, क्योंकि उन्होंने प्रति ओवर 5.68 रन दिए।

शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में आखिरी मैच खेला था।
शमी दलीप ट्रॉफी खेल रहे हैं शमी 28 अगस्त से शुरू हो रहे दलीप ट्रॉफी में पूर्व क्षेत्र की टीम का हिस्सा हैं। यह टूर्नामेंट, अपने पुराने फॉर्मेट इंटर-जोनल तरीके से खेला जा रहा है। शमी, जिन्होंने 64 टेस्ट, 108 वनडे और 25 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
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