Sunday, November 23, 2025
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Kidney Stones: सर्दियों में ये 6 काम किए तो किडनी में नहीं बनेगा स्टोन, डॉक्टर भी देते हैं सलाह


एक्सपर्ट बताते हैं कि ठंड लगने पर प्यास कम महसूस होती है, जबकि शरीर में पानी की कमी बनी रहती है. पसीना कम आता है, हवा शुष्क होती है और धीरे-धीरे पानी की कमी पेशाब को गाढ़ा कर देती है. यही स्थिति पथरी बनने का सबसे बड़ा कारण है. डॉक्टरों का कहना है कि कैल्शियम, ऑक्जेलेट और यूरिक एसिड जैसे तत्व जब ज्यादा जमा होते हैं, तो पथरी का निर्माण तेज हो जाता है.

एक्सपर्ट बताते हैं कि ठंड लगने पर प्यास कम महसूस होती है, जबकि शरीर में पानी की कमी बनी रहती है. पसीना कम आता है, हवा शुष्क होती है और धीरे-धीरे पानी की कमी पेशाब को गाढ़ा कर देती है. यही स्थिति पथरी बनने का सबसे बड़ा कारण है. डॉक्टरों का कहना है कि कैल्शियम, ऑक्जेलेट और यूरिक एसिड जैसे तत्व जब ज्यादा जमा होते हैं, तो पथरी का निर्माण तेज हो जाता है.

मुंबई के एक यूरिनरोग एक्सपर्ट डॉ. भाविन पटेल ने TOI से बताया कि सर्दी में लोग अनजाने में कम पानी पीते हैं और यही स्थिति किडनी स्टोन की घटनाओं को बढ़ाती है. उन्होंने बताया कि ज्यादा नमक, रेड मीट, प्रोसेस्ड खाना और तली हुई चीजें भी पथरी बनने का खतरा बढ़ाती हैं. जिन लोगों को पहले पथरी रह चुकी है, मोटापा है, डायबिटीज है या यूरिक एसिड बढ़ा रहता है, उनमें सर्दियों में खतरा और बढ़ जाता है.

मुंबई के एक यूरिनरोग एक्सपर्ट डॉ. भाविन पटेल ने TOI से बताया कि सर्दी में लोग अनजाने में कम पानी पीते हैं और यही स्थिति किडनी स्टोन की घटनाओं को बढ़ाती है. उन्होंने बताया कि ज्यादा नमक, रेड मीट, प्रोसेस्ड खाना और तली हुई चीजें भी पथरी बनने का खतरा बढ़ाती हैं. जिन लोगों को पहले पथरी रह चुकी है, मोटापा है, डायबिटीज है या यूरिक एसिड बढ़ा रहता है, उनमें सर्दियों में खतरा और बढ़ जाता है.

साइंटफिक रिसर्च भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि ठंड के मौसम में पथरी के मामले बढ़ जाते हैं. कई स्टडी में पाया गया है कि सर्दियों में लोग कम पानी पीते हैं, जिससे लंबे समय तक हल्की डिहाइड्रेशन बनी रहती है. 2014 के एक स्टडी में यह भी सामने आया कि ठंडे मौसम में पथरी के केस मौसमी पैटर्न में बढ़ते हैं. दूसरी शोधों में पाया गया कि ज्यादा नमक और ज्यादा प्रोटीन वाली डाइट भी पथरी को बढ़ावा देती है, खासकर तब जब पानी कम लिया जा रहा हो.

साइंटफिक रिसर्च भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि ठंड के मौसम में पथरी के मामले बढ़ जाते हैं. कई स्टडी में पाया गया है कि सर्दियों में लोग कम पानी पीते हैं, जिससे लंबे समय तक हल्की डिहाइड्रेशन बनी रहती है. 2014 के एक स्टडी में यह भी सामने आया कि ठंडे मौसम में पथरी के केस मौसमी पैटर्न में बढ़ते हैं. दूसरी शोधों में पाया गया कि ज्यादा नमक और ज्यादा प्रोटीन वाली डाइट भी पथरी को बढ़ावा देती है, खासकर तब जब पानी कम लिया जा रहा हो.

किडनी स्टोन के लक्षण अक्सर अचानक शुरू होते हैं. पीठ, पेट या कमर में तेज चुभन जैसा दर्द, पेशाब करते समय जलन, बदबूदार या गाढ़ा पेशाब, उलटी जैसा महसूस होना या बार-बार पेशाब लगना, ये सभी चेतावनी के संकेत हैं. अगर दर्द के साथ पेशाब में खून दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि पथरी कहीं डक्ट्स  को ब्लॉक भी कर सकती है.

किडनी स्टोन के लक्षण अक्सर अचानक शुरू होते हैं. पीठ, पेट या कमर में तेज चुभन जैसा दर्द, पेशाब करते समय जलन, बदबूदार या गाढ़ा पेशाब, उलटी जैसा महसूस होना या बार-बार पेशाब लगना, ये सभी चेतावनी के संकेत हैं. अगर दर्द के साथ पेशाब में खून दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि पथरी कहीं डक्ट्स को ब्लॉक भी कर सकती है.

छोटी पथरी कई बार पानी ज्यादा पीने से अपने आप निकल सकती है, लेकिन बड़ी पथरी के लिए इलाज जरूरी होता है. डॉक्टर आवश्यकता के अनुसार शॉक वेव, लेजर या एंडोस्कोपिक प्रक्रिया से पथरी को तोड़कर निकालते हैं. जितनी जल्दी निदान होता है, उतनी जल्दी आराम मिलता है.

छोटी पथरी कई बार पानी ज्यादा पीने से अपने आप निकल सकती है, लेकिन बड़ी पथरी के लिए इलाज जरूरी होता है. डॉक्टर आवश्यकता के अनुसार शॉक वेव, लेजर या एंडोस्कोपिक प्रक्रिया से पथरी को तोड़कर निकालते हैं. जितनी जल्दी निदान होता है, उतनी जल्दी आराम मिलता है.

सर्दियों में पथरी से बचने के लिए डॉक्टर कुछ सरल लेकिन प्रभावी सलाह देते हैं. दिन में 10 से 12 गिलास पानी जरूर पिएं, चाहें प्यास न लगे. नमक कम करें और पैकेट वाली चीज़ें कम खाएं. नींबू, संतरा जैसे खट्टे फलों में मौजूद साइट्रेट पथरी बनने से रोकने में मदद करता है. रोज थोड़ी-बहुत शारीरिक गतिविधि भी किडनी को स्वस्थ रखती है.

सर्दियों में पथरी से बचने के लिए डॉक्टर कुछ सरल लेकिन प्रभावी सलाह देते हैं. दिन में 10 से 12 गिलास पानी जरूर पिएं, चाहें प्यास न लगे. नमक कम करें और पैकेट वाली चीज़ें कम खाएं. नींबू, संतरा जैसे खट्टे फलों में मौजूद साइट्रेट पथरी बनने से रोकने में मदद करता है. रोज थोड़ी-बहुत शारीरिक गतिविधि भी किडनी को स्वस्थ रखती है.

कुल मिलाकर सर्दियों में किडनी स्टोन का खतरा बिना शोर किए बढ़ता है. पानी पीने में लापरवाही, भोजन में नमक की मात्रा ज्यादा होना और ठंड की वजह से शरीर की सक्रियता कम होना पथरी बनने की स्थितियों को बढ़ाते हैं.

कुल मिलाकर सर्दियों में किडनी स्टोन का खतरा बिना शोर किए बढ़ता है. पानी पीने में लापरवाही, भोजन में नमक की मात्रा ज्यादा होना और ठंड की वजह से शरीर की सक्रियता कम होना पथरी बनने की स्थितियों को बढ़ाते हैं.

Published at : 23 Nov 2025 03:32 PM (IST)

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