
आईटी शेयरों में पॉजिटिव ट्रेंड को देखते हुए अलग-अलग म्यूचुअल फंड कंपनियों ने आईटी कंपनियों में निवेश बढ़ा दिया है। सितंबर 2025 में 67 महीने के निचले स्तर को छूने के बाद, म्यूचुअल फंड्स ने अक्टूबर में आईटी शेयरों में अपने निवेश को धीरे-धीरे बढ़ाकर 7.6% कर दिया। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मासिक आधार पर म्यूचुअल फंड कंपनियों ने सितंबर के 7.5 प्रतिशत की तुलना में अक्टूबर में आईटी शेयरों में अपना निवेश बढ़ाकर 7.6% कर दिया है, जबकि वार्षिक आधार पर निवेश अक्टूबर 2024 के 8.9% से लगभग 130 बेसिस पॉइंट्स यानी 1.30 प्रतिशत बढ़ गया है।
किन सेक्टरों में बढ़ी म्यूचुअल फंड कंपनियों की दिलचस्पी
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि अक्टूबर 2025 में, म्यूचुअल फंडों ने टेक, एनबीएफसी, ऑयल एंड गैस, पब्लिक सेक्टर के बैंकों, टेलीकॉम और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में दिलचस्पी दिखाई, जिससे उनके मासिक भार में वृद्धि हुई। इसके उलट, ऑटोमोबाइल, यूटिलिटी, सीमेंट, केमिकल और टेक्सटाइल्स के मासिक भार में गिरावट देखने को मिली है। अक्टूबर में म्यूचुअल फंड्स के लिए 17.3% भार वाले प्राइवेट बैंक टॉप सेक्टर होल्डिंग थे, इसके बाद ऑटोमोबाइल (8.3%), टेक्नोलॉजी (7.6%) और हेल्थकेयर (7.4%) का स्थान रहा।
टेक्नोलॉजी सेक्टर टॉप सेक्टोरल होल्डिंग्स में से एक
बीएसई 200 इंडेक्स में 8.4% आवंटन था और आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड, डीएसपी म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, टाटा म्यूचुअल फंड और यूटीआई म्यूचुअल फंड जैसे कुछ फंड हाउसों का आईटी शेयरों में 8.4% से ज्यादा आवंटन था। रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर फंड हाउसों के लिए टेक्नोलॉजी सेक्टर टॉप सेक्टोरल होल्डिंग्स में से एक था, लेकिन क्वांट म्यूचुअल फंड के मामले में ये शीर्ष सेक्टर आवंटन नहीं था। वर्तमान में, आईटी शेयरों पर आधारित 32 फंड हैं, जिनमें एक्टिव और पैसिव फंड शामिल हैं, जिन्होंने बाजार में तीन साल पूरे कर लिए हैं।


