नई दिल्ली3 घंटे पहले
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान सालों से सीक्रेट तरीके से न्यूक्लियर एक्टिविटी करता रहा है। इसमें तस्करी, नियम तोड़ना, सीक्रेट साझेदारी और AQ खान नेटवर्क शामिल है।
उन्होंने कहा कि भारत हमेशा दुनिया को इसकी याद दिलाता रहा है। इसी वजह से हमने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पाकिस्तान के न्यूक्लियर टेस्ट वाले बयान पर भी गौर किया है।
दरअसल ट्रम्प ने रविवार को एक इंटरव्यू में कहा था कि पाकिस्तान सीक्रेट तरीके से परमाणु परीक्षण कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसी बयान पर प्रतिक्रिया दी है।
AQ खान नेटवर्क न्यूक्लियर तकनीक की तस्करी करता था
विदेश मंत्रालय ने जिस AQ खान नेटवर्क का जिक्र किया, वो एक सीक्रेट अंतरराष्ट्रीय परमाणु तस्करी नेटवर्क था। इसे पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कदीर खान ने बनाया था। यह नेटवर्क 1970 के दशक से लेकर 2000 के शुरुआती सालों तक एक्टिव रहा।
कदीर खान को पाकिस्तान के परमाणु बम का जनक कहा जाता है। उन्होंने पाकिस्तान के लिए यूरेनियम संवर्धन तकनीक डेवलप की थी, जिससे पाकिस्तान ने 1998 में परमाणु परीक्षण किया।
हालांकि बाद में सामने आया कि डॉ. खान ने यही तकनीक दूसरे देशों तक भी पहुंचाई। इसे ही AQ खान नेटवर्क कहा गया। यह नेटवर्क कोई औपचारिक संस्था नहीं था, बल्कि वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और कंपनियों का एक सीक्रेट नेटवर्क था जो अलग-अलग देशों में फैला था
2003 में हुआ नेटवर्क का खुलासा
AQ खान नेटवर्क के जरिए एटमी प्रोग्राम के लिए जरूरी पुर्जे, मशीनें और डिजाइन चुपचाप ईरान, उत्तर कोरिया और लीबिया जैसे देशों तक पहुंचाए गए।
साल 2003 में इस सीक्रेट का पर्दाफाश तब हुआ जब लीबिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम की जानकारी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को दी। जांच में यह पता चला कि लीबिया को तकनीक पाकिस्तान से मिली थी।
इसके बाद 2004 में डॉ. कदीर खान ने टीवी पर आकर स्वीकार किया कि उन्होंने इन देशों की मदद की थी, हालांकि कदीर खान ने यह भी कहा कि उन्होंने यह काम अपनी मर्जी से किया, सरकार के आदेश पर नहीं।

अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बाद पाकिस्तान ने डॉ. अब्दुल कदीर खान को घर में नजरबंद कर दिया था और कहा था कि नेटवर्क को खत्म कर दिया गया है।
ट्रम्प बोले- रूस, चीन और कोरिया में भी एटमी टेस्टिंग
ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका को फिर से परमाणु परीक्षण शुरू करने की जरूरत है। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका के पास इतने परमाणु हथियार हैं कि दुनिया को 150 बार नष्ट किया जा सकता है, लेकिन रूस और चीन की गतिविधियों के चलते टेस्ट करना जरूरी है।
जब ट्रम्प से पूछा गया कि नॉर्थ कोरिया के अलावा कोई भी परमाणु टेस्ट नहीं कर रहा तो आप क्यों कर रहे हैं? इस पर ट्रम्प ने कहा कि रूस,पाकिस्तान और चीन भी गुप्त परीक्षण कर रहे हैं, बस दुनिया को पता नहीं चलता। पूरी खबर पढ़ें…
विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस की अन्य प्रमुख बातें…
- राष्ट्रपति ट्रम्प के भारत दौरे के बारे में अभी कुछ कहने को नहीं है। जैसे ही कुछ होगा बताया जाएगा।
- रूसी सेना में 44 भारतीय फंसे हुए हैं। भारत सरकार रूस से इनकी जल्द रिहाई मांग रही है। यह भर्ती का धंधा भी बंद करवाएंगे।
- कल थाईलैंड से 270 भारतीय भारत लौट आए। ये म्यांमार के कैंपों से भागकर थाईलैंड गए थे। कुछ और भारतीय वहां बाकी हैं जो जल्द लौटेंगे।
- रिटायर्ड मेजर विक्रांत कुमार जैतली यूएई में फंसे हैं। भारत सरकार ने चार बार उनसे मुलाकात की है। परिवार से संपर्क में हैं। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर हर संभव मदद दी जा रही है।
- काबुल में हमारी तकनीकी मिशन को दूतावास में अपग्रेड कर दिया गया है। अब इसके कामकाज, जिम्मेदारियां और स्टाफ बढ़ाने पर विचार चल रहा है। ये सब जल्द ही होगा।
- क्वाड हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चार देशों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा का अच्छा मंच है। क्वाड लगातार आगे बढ़ रहा है। हाल ही में मुंबई में इंडिया मैरीटाइम वीक हुआ।
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