कोलंबो6 मिनट पहले
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भारत की ब्लाइंड विमेंस टीम ने पहली बार कोई ग्लोबल टूर्नामेंट जीता।
भारत ने ब्लाइंड विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया। टीम ने रविवार को कोलंबो में नेपाल को 7 विकेट से फाइनल हराया और पहली बार हो रहे टूर्नामेंट की ट्रॉफी अपने नाम की। भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से हराया था।
नेपाल को एक ही बाउंड्री लगाने दी पी सारा ओवल स्टेडियम में इंडिया विमेंस टीम ने टॉस जीतकर बॉलिंग चुनी। नेपाल की टीम 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 114 रन ही बना सकी। भारत की गेंदबाजों ने नेपाल की बैटर्स को एक ही बाउंड्री लगाने दी। इंडिया विमेंस ने फिर 12 ओवर में महज 3 विकेट गंवाकर टारगेट हासिल कर लिया।
फुला सारेन ने 44 रन बनाए इंडिया विमेंस के लिए फुला सारेन ने 27 गेंद पर 44 रन की नॉटआउट पारी खेली और टीम को चैंपियन बनाया। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल भी 12 ओवर में ही जीत लिया था। तब ऑस्ट्रेलिया विमेंस ने 109 रन बनाए थे, इंडिया विमेंस ने 1 ही विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया था। टीम इंडिया को पूरे टूर्नामेंट में एक भी हार नहीं मिली।

फुला सारेन को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला।
नेपाल ने पाकिस्तान को सेमीफाइनल हराया था नेपाल ने शनिवार को पाकिस्तान विमेंस को दूसरे सेमीफाइनल में हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। मेजबान श्रीलंका टूर्नामेंट में कुछ खास नहीं कर सकी। टीम को 5 मुकाबलों में एक ही जीत मिली। यह जीत अमेरिका के खिलाफ आई थी।
पाकिस्तान की मेहरीन अली टॉप स्कोरर 6 टीमों के टूर्नामेंट में पाकिस्तान की मेहरीन अली टॉप रन स्कोरर रहीं। उन्होंने 6 मुकाबलों में 600 से ज्यादा रन बनाए। इनमें श्रीलंका के खिलाफ 78 बॉल पर 230 रन की पारी भी शामिल रही। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 130 रन बनाए थे। हालांकि, सेमीफाइनल में जल्दी आउट हो जाने के कारण उनकी टीम फाइनल में जगह नहीं बना सकी।
11 नवंबर को शुरू हुआ था टूर्नामेंट विमेंस ब्लाइंड वर्ल्ड कप 11 नवंबर को दिल्ली में शुरू हुआ था। टूर्नामेंट में भारत, नेपाल, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, पाकिस्तान और अमेरिका ने हिस्सा लिया। ग्रुप स्टेज में सभी टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ 5-5 मैच खेले। पॉइंट्स टेबल के टॉप-4 पोजिशन पर रहने वाली टीमों के बीच सेमीफाइनल हुआ। इन्हें जीतने वाली नेपाल और भारत ने फाइनल खेला।

इंडिया विमेंस टीम टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए चैंपियन बनी।
9 राज्यों से खिलाड़ी चुनकर टीम बनाई भारत की कप्तानी कर्नाटक की दीपिका टीसी ने की। टीम में देश के 9 अलग-अलग राज्यों से 16 प्लेयर्स को चुना गया। इनमें कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, दिल्ली, असम और बिहार की प्लेयर्स शामिल रहीं। खिलाड़ियों को क्रिकेट के बारे में स्कूल शिक्षकों, NGO और कम्यूनिटी कैम्प्स में बताया गया था।
प्लास्टिक बॉल से होता है ब्लाइंड क्रिकेट ब्लाइंड क्रिकेट प्लास्टिक बॉल से खेला जाता है। गेंद में लोहे की बैरिंग लगी होती है, जो टप्पा खाने पर आवाज करती है। टीम में 3 तरह की ब्लाइंड प्लेयर्स होती हैं। B1 (पूरी तरह ब्लाइंड), B2 और B3 (इन्हें कुछ-कुछ दिखाई देता है)। टीमों में तीनों तरह की प्लेयर्स होना जरूरी है। गेंदबाज अंडरआर्म बॉलिंग करते हैं। वहीं B1 बैटर्स सुरक्षा के लिए रनर रखते हैं, हर रन को 2 रन माना जाता है।

ब्लाइंड क्रिकेट में 3 तरह की ब्लाइंड प्लेयर्स हिस्सा लेती हैं।
मेंस टीम इंडिया जीत चुकी है दोनों वर्ल्ड कप विमेंस क्रिकेट में पहली बार ही ब्लाइंड टी-20 वर्ल्ड कप खेला जा रहा था। भारत ने इसे जीतकर अपना दबदबा कायम रखा। मेंस ब्लाइंड टीम वनडे और टी-20 वर्ल्ड कप को कई बार जीत चुकी है। विमेंस टीम ने पहली बार ही ग्लोबल लेवल पर कोई खिताब जीता।
विमेंस एबल्ड टीम भी इसी महीने वर्ल्ड चैंपियन बनी ब्लाइंड टीम से पहले इसी साल 2 नवंबर को भारत की एबल्ड विमेंस क्रिकेट टीम ने भी अपना पहला वर्ल्ड कप जीता था। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम ने नवी मुंबई के डीवाय पाटील स्डेडियम में साउथ अफ्रीका को फाइनल हराकर ट्रॉफी अपने नाम की थी। टीम ने सेमीफाइनल में डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराया था।
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