Monday, December 29, 2025
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Hadi’s brother said that the Bangladesh government had Hadi killed. | भाई का आरोप- हादी की हत्या युनुस सरकार ने करवाई: ऐसा चुनाव रोकने के लिए किया; बांग्लादेश में 2 महीने में इलेक्शन होने हैं


ढाका16 मिनट पहले

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हादी के भाई उमर ने इंकलाब मंच के 'शहीदी शपथ' कार्यक्रम में यूनुस सरकार पर हत्या के आरोप लगाए। - Dainik Bhaskar

हादी के भाई उमर ने इंकलाब मंच के ‘शहीदी शपथ’ कार्यक्रम में यूनुस सरकार पर हत्या के आरोप लगाए।

भारत और शेख हसीना विरोधी बांग्लादेशी नेता उस्मान हादी की हत्या के मामले में उनके भाई शरीफ उमर हादी ने यूनुस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

उमर हादी ने कहा कि सरकार के अंदर कुछ ताकतें ही उस्मान हादी की हत्या के पीछे है। वो आने वाले राष्ट्रीय चुनाव को पटरी से उतारना चाहते हैं।

उमर ने यह आरोप मंगलवार को शाहबाग में आयोजित इंकलाब मंच के ‘शहीदी शपथ’ कार्यक्रम में लगाए। उमर हादी ने यूनुस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “तुम्ही लोगों ने उस्मान हादी को मरवाया है। अब इस मुद्दे को इस्तेमाल करके चुनाव को रोकने की कोशिश कर रहे हो।”

हादी को 12 दिसंबर को ढाका में गोली मार दी गई थी, जिसके बाद सिंगापुर में इलाज के दौरान 18 दिसंबर को उनकी मौत हो गई। बांग्लादेश में अगले साल 12 फरवरी को आम चुनाव होने हैं। इससे पहले सियासी गहमागहमी तेज हो गई है।

हादी के भाई बोले- हत्यारों पर मुकदमा चलाया जाए

उमर ने बताया कि हादी चाहते थे कि फरवरी तक चुनाव हो जाए। हादी ने अधिकारियों से चुनावी माहौल को खराब न करने का आग्रह भी किया था।

उमर ने आगे कहा, “हत्यारों पर जल्द से जल्द मुकदमा चलाया जाना चाहिए, जिससे चुनावी माहौल प्रभावित न हो। सरकार ने अब तक हमें कोई ठोस प्रगति नहीं दिखाई है। अगर उस्मान हादी को न्याय नहीं मिला, तो एक दिन आपको भी बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ेगा।

उमर हादी का दावा है कि उनका भाई किसी एजेंसी या विदेशी आकाओं के सामने नहीं झुका, इसलिए उसे मार दिया गया।

इंकलाब मंच ने बांग्लादेश सरकार को हादी के हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए अल्टीमेटम दिया है।

इंकलाब मंच ने बांग्लादेश सरकार को हादी के हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए अल्टीमेटम दिया है।

यूनुस सरकार को 30 दिनों की टाइमलाइन

इस रैली में इंकलाब मंच के सचिव अब्दुल्लाह अल जाबेर ने भी भाषण दिया। उन्होंने सोमवार को जारी प्रेस बयान में दी गई 30 दिनों की टाइमलाइन को दोहराया।

टाइमलाइन के भीतर सरकार से हत्यारों की पहचान और गिरफ्तारी की मांग की गई है। जाबेर ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश की संप्रभुता को नष्ट करने की गहरी साजिश चल रही है।

जाबेर ने सरकार के सामने दो मुख्य मांगें रखीं है, जिसमें पहली, हादी की हत्या में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी और दूसरी अवामी लीग से जुड़े सिविल-मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंटों की गिरफ्तारी है।

रैली के अंत में उपस्थित लोगों ने ‘शहीदी शपथ’ ली, जिसमें उस्मान हादी के खून को व्यर्थ नहीं जाने देने और न्याय मिलने तक सड़कों पर संघर्ष जारी रखने की कसम खाई गई।

जाबेर बोले- हत्या के पीछे पूरा सिंडिकेट, कोई नहीं बचेगा

जाबेर ने सरकार से पूछा, “आपने उस्मान हादी के हत्यारों को पकड़ने के लिए क्या किया?” उन्होंने कहा कि यह हत्या एक व्यक्ति का काम नहीं है, बल्कि इसके पीछे पूरा एक सिंडिकेट है।

जाबेर ने किसी एक राजनीतिक दल पर सीधे शक नहीं जताया, लेकिन उन्होंने कहा कि कोई भी दल संदेह से ऊपर नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि हादी सिर्फ अवामी लीग के लिए ही नहीं, बल्कि कई अन्य राजनीतिक दलों के लिए भी समस्या था।

उन्होंने चेतावनी दी कि हत्यारों का बचाव करने वालों और उनका सार्वजनिक समर्थन करने वालों को भी न्याय के दायरे में लाया जाए।

हादी के अंतिम संस्कार के बाद शनिवार दोपहर 3 तीन बजे शाहबाग चौराहे पर रैली में हजारों लोग पहुंचे थे।

हादी के अंतिम संस्कार के बाद शनिवार दोपहर 3 तीन बजे शाहबाग चौराहे पर रैली में हजारों लोग पहुंचे थे।

12 दिसंबर- हादी को बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारी

उस्मान हादी को राजधानी ढाका में 12 दिसंबर को गोली मारी गई थी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वह रिक्शे पर जा रहे थे तभी बाइक सवार हमलावर ने उन्हें गोली मारी थी।

हादी को तुरंत ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, बाद में इलाज के लिए उन्हें सिंगापुर रेफर किया गया था। जहां 18 दिसंबर को उनकी मौत हो गई थी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमले से कुछ घंटे पहले उस्मान हादी ने ग्रेटर बांग्लादेश का एक मैप शेयर किया था, इसमें भारतीय इलाके (7 सिस्टर्स) शामिल थे।

हादी ढाका से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले थे

हादी इस्लामी संगठन ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता थे और चुनाव में ढाका से निर्दलीय उम्मीदवार थे। इंकलाब मंच अगस्त 2024 के छात्र आंदोलन के बाद एक संगठन के रूप में उभरा। इसने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग की सरकार को गिरा दिया था।

यह संगठन अवामी लीग को आतंकवादी करार देते हुए पूरी तरह खत्म करने और नौजवानों की सुरक्षा की मांग को लेकर सक्रिय रहा। यह संगठन राष्ट्रीय स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा पर जोर देता है। मई 2025 में अवामी लीग को भंग करने और चुनावों में अयोग्य ठहराने में इस संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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