
आधार कार्ड की बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट कराने के लिए अब किसी तरह की कोई फीस नहीं लग रही है। अगले एक साल के लिए बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट कराना पूरी तरह से फ्री हो गया है। UIDAI ने देशवासियों को बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट कराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ये बड़ा फैसला किया है। हालांकि, UIDAI के इस फैसले का फायदा सभी को नहीं मिलेगा। UIDAI ने सिर्फ 5 साल और 15 साल की उम्र के बच्चों के आधार में बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट कराने की फीस को माफ किया है। बताते चलें कि 5 साल और 15 साल का होने के बाद बच्चे के आधार में बायोमेट्रिक डिटेल्स को अपडेट कराना अनिवार्य है।
आधार में बायोमेट्रिक अपडेट को बढ़ाने के लिए UIDAI ने BIT के साथ की साझेदारी
बच्चों के लिए आधार में अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (MBU) की सभी फीस माफ करने के साथ ही, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) MBU को अपनाने को प्रोत्साहन देने के लिए व्यवहारिक अंतर्दृष्टि का भी इस्तेमाल करेगा। यूआईडीएआई ने बच्चों और युवाओं को उनके आधार में बायोमेट्रिक के समय पर अपडेट के माध्यम से महत्वपूर्ण सेवाओं तक पहुंचने में सहायता करने के लिए रिसर्च कंसल्टेंसी Behavioural Insights Limited (BIT) के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य 5 और 15 साल के बच्चों के लिए आधार में बायोमेट्रिक अपडेट को बढ़ाना और समय पर अपडेट सुनिश्चित करने के लिए व्यवहारिक, तार्किक और जागरूकता संबंधी बाधाओं को दूर करना है, जिससे आधार से जुड़ी सेवाओं और लाभों तक निर्बाध पहुंच संभव हो सके।
30 सितंबर, 2026 तक लागू रहेगी छूट
आधार में नामांकन के बाद, बच्चे को 5 साल की उम्र पूरी होने पर और फिर 15 साल की उम्र पूरी होने पर फिंगरप्रिंट, आईरिस और फोटो जैसे महत्वपूर्ण बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट कराना होगा। यूआईडीएआई लक्षित समूहों के बीच अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट को अपनाने को बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है। यूआईडीएआई ने जन-हितैषी उपाय के अंतर्गत, 7-15 आयु वर्ग के लिए एमबीयू की सभी फीस माफ की दी हैं, जिससे लगभग 6 करोड़ बच्चों को लाभ होने की संभावना है। 5 साल और 15 साल के बच्चों के लिए अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट फीस में 1 अक्टूबर, 2025 से छूट प्रभावी हो चुकी है और एक साल की अवधि यानी 30 सितंबर, 2026 तक लागू रहेगी।


