पब्लिक सेक्टर की एक नामी कंपनी पर डिफॉल्टर का ठप्पा लग गया है क्योंकि इसने समय पर बैंकों का लोन नहीं चुकाया। जी हां, सरकारी टेलीकॉम कंपनी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) ने 7 अलग-अलग सरकारी बैंकों से लिए गए 8585 करोड़ रुपये के लोन का भुगतान नहीं किया है। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में ये जानकारी दी। घाटे में चल रही पब्लिक सेक्टर की टेलीकॉम कंपनी के ऊपर 30 जून, 2025 तक कुल 34,484 करोड़ रुपये का कर्ज था। इसमें 8585 करोड़ रुपये का बैंक लोन और 24,071 करोड़ रुपये का सरकारी गारंटी वाला बॉन्ड शामिल है।
MTNL पर सबसे ज्यादा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 3733.22 करोड़ रुपये कर्ज
कुल लोन डिफॉल्ट में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 3733.22 करोड़ रुपये, इंडियन ओवरसीज बैंक का 2434.13 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया का 1121.09 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक का 474.66 करोड़ रुपये, भारतीय स्टेट बैंक का 363.43 करोड़ रुपये, यूको बैंक का 273.58 करोड़ रुपये और पंजाब एंड सिंध बैंक का 184.82 करोड़ रुपये का लोन शामिल है। इसमें मूलधन के साथ ही ब्याज का भुगतान भी शामिल है। लोन भुगतान में चूक अगस्त, 2024 से फरवरी, 2025 के बीच हुई है। एमटीएनएल ने 31 मार्च, 2025 के अंत में 8346.24 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट की सूचना दी थी, जो अगस्त, 2024 से फरवरी, 2025 की इसी अवधि के दौरान हुई थी।
मंगलवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए सरकारी कंपनी के शेयर
एमटीएनएल द्वारा शेयर बाजार को दी गई इस डिफॉल्ट की सूचना के बाद आज कंपनी के शेयर भारी गिरावट के साथ बंद हुए। सोमवार को 52.12 रुपये पर बंद हुए कंपनी के शेयर आज मामूली बढ़त के साथ 52.15 रुपये के भाव पर खुले थे। हालांकि, बाजार खुलने के थोड़ी ही देर बाद इसमें गिरावट आनी शुरू हो गई। हालांकि, कंपनी द्वारा डिफॉल्ट की जानकारी देने के बाद इसमें अचानक तेज गिरावट आई और अंत में एमटीएनएल के शेयर 2.20 रुपये (4.22%) के नुकसान के साथ 49.92 रुपये के भाव पर बंद हुए। बताते चलें कि इस सरकारी कंपनी के शेयरों का 52 वीक हाई 101.88 रुपये और 52 वीक लो 37.49 रुपये है। इसका मौजूदा मार्केट कैप 3144.96 करोड़ रुपये है।