59 मिनट पहले
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चीन ने एक सड़क हादसे के बाद सेल्फ ड्राइविंग कारों को बेचने के प्लान को फिलहाल रोक दिया है। इस साल 29 मार्च को सेल्फ ड्राइविंग तकनीक से लैस कार में सवार 3 छात्रों की मौत हो गई थी। इस दौरान कार की रफ्तार 116 किमी प्रति घंटा थी।
फिलहाल चीन के उद्योग और आईटी मंत्रालय ने केवल दो कंपनियों बीजिंग ऑटोमोटिव ग्रुप और चांगन ऑटोमोबाइल को लेवल-3 सेल्फ-ड्राइविंग वाहनों के टेस्टिंग की अनुमति दी है।
ये कारें केवल बीजिंग और चोंगकिंग के कुछ तय किए गए हाईवे पर ही चल सकेंगी। यानी सेल्फ ड्राइविंग कारों को अभी सिर्फ टेस्टिंग की अनुमति दी गई है।
दरअसल, चीन में इस समय सिर्फ लेवल-2 सिस्टम चलन में हैं, जिनमें ड्राइवर को हर समय ज्यादा सतर्कता बरतनी पड़ती है। मार्च में हुए हादसे वाली कार में लेवल-2 सिस्टम लगा हुआ था।हादसे के बाद सरकार ने कार कंपनियों को ‘स्मार्ट ड्राइविंग’ या ‘ऑटोनॉमस ड्राइविंग’ जैसे शब्दों के इस्तेमाल से भी रोक दिया है।
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कनाडाई PM बोले- हम भारत से ट्रेड वार्ता शुरू कर रहे, ट्रम्प इसका सम्मान करते हैं

यूक्रेन ने कहा है कि उसने रूस की एक बड़ी तेल रिफाइनरी पर ब्रिटेन की स्टॉर्म शैडो मिसाइलों से हमला किया है। यूक्रेनी सेना के मुताबिक यह हमला रूस के रोस्तोव इलाके में स्थित नोवोशाख्तिंस्क तेल रिफाइनरी पर किया गया।
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कहा है कि उनका देश भारत के साथ ट्रेड वार्ता शुरू कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प इस बात का सम्मान करते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कनाडा, चीन के साथ रिश्ते बेहतर करने की कोशिश कर रहा है। कार्नी के मुताबिक, ट्रम्प को लगता है कि जो देश अपने हितों के लिए मजबूत कदम उठाता है, वह सम्मान का हकदार होता है।
मार्क कार्नी ने पिछले महीने भी बताया था कि ट्रम्प से बातचीत के दौरान उन्होंने साफ कहा था कि कनाडा अब अपने व्यापार और विदेश नीति में सिर्फ अमेरिका पर निर्भर नहीं रहना चाहता।
वह भारत जैसे तेजी से बढ़ते देश के साथ व्यापार बढ़ाना चाहता है और चीन के साथ भी रिश्तों में सुधार लाना चाहता है। ट्रम्प ने इस सोच को सही बताया और कहा कि वे कनाडा की इस रणनीति का सम्मान करते हैं।
कनाडा हाल ही में भारत के साथ एक बड़े व्यापार समझौते पर फिर से बातचीत शुरू करने जा रहा है, ताकि दोनों देशों के बीच कारोबार बढ़े और कंपनियों को नए मौके मिलें। इसके साथ ही, कनाडा चीन के साथ भी बातचीत के जरिए पुराने तनाव कम कर रिश्ते सामान्य करने की कोशिश कर रहा है।
यूक्रेन का ब्रिटिश मिसाइलों से रूस की तेल रिफाइनरी पर हमला, यहां से रूसी सेना को फ्यूल सप्लाई होती है

यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने बताया कि रिफाइनरी में कई जोरदार धमाके हुए। अधिकारियों ने कहा कि यह रिफाइनरी दक्षिणी रूस में तेल उत्पादों की बड़ी सप्लायर थी और यहां से रूसी सेना को डीजल और जेट ईंधन भेजा जाता था, जिसका इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में हो रहा था।
यूक्रेन को पिछले साल ब्रिटेन ने इजाजत दी थी कि वह स्टॉर्म शैडो मिसाइलों का इस्तेमाल रूस के अंदर भी कर सकता है। इसके बाद नवंबर में पहली बार इन मिसाइलों से हमला किया गया था।
इसके अलावा यूक्रेन ने अपने बनाए हुए लंबी दूरी के ड्रोन से भी रूस के एनर्जी ठिकानों को निशाना बनाया है। इन ड्रोन हमलों में क्रास्नोदार इलाके के टेमरयुक बंदरगाह पर तेल के टैंक और ओरेनबुर्ग में एक गैस प्रोसेसिंग प्लांट पर हमला किया गया।
ओरेनबुर्ग का यह प्लांट यूक्रेन की सीमा से करीब 1,400 किलोमीटर दूर है। रूस के अधिकारियों ने कहा कि टेमरयुक बंदरगाह पर ड्रोन हमले के बाद दो तेल टैंकों में आग लग गई।
पिछले कुछ महीनों में यूक्रेन और रूस दोनों ही एक-दूसरे के एनर्जी ठिकानों पर हमले बढ़ा चुके हैं। अगस्त से यूक्रेन ने रूस की तेल रिफाइनरियों और एनर्जी ढांचे को ज्यादा निशाना बनाना शुरू किया है, ताकि रूस की तेल से होने वाली कमाई को नुकसान पहुंचाया जा सके, क्योंकि यही पैसा उसके युद्ध खर्च का बड़ा हिस्सा है।
पाकिस्तान के एटमी हथियार दुनिया के लिए खतरा:दस्तावेजों से खुलासा- पुतिन ने 24 साल पहले जॉर्ज बुश को आगाह किया था

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साल 2001 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश से अपनी पहली मुलाकात के दौरान पाकिस्तान को लेकर चिंता जताई थी। पुतिन ने कहा था कि पाकिस्तान असल में एक सैन्य शासन यानी जुंटा है, जिसके पास परमाणु हथियार हैं। यह कोई लोकतांत्रिक देश नहीं है।
पुतिन के मुताबिक, इसके बावजूद पश्चिमी देश पाकिस्तान की आलोचना नहीं करते, जो चिंता की बात है। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए।
दोनों नेता पाकिस्तान के अंदरूनी हालात, राजनीतिक अस्थिरता और परमाणु कमांड सिस्टम को लेकर चिंतित थे। उन्हें डर था कि अगर हालात बिगड़े तो परमाणु तकनीक गलत हाथों में जा सकती है।
यह जानकारी दोनों के बीच 2001 से 2008 के दौरान हुई बातचीत के डीक्लासिफाइड दस्तावेज सामने आए हैं। ये दस्तावेज अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी आर्काइव ने सूचना के अधिकार कानून के तहत जारी किए हैं। पढ़ें पूरी खबर…
अमेरिका की नाइजीरिया में ISIS के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक:ट्रम्प बोले- मारे गए आतंकियों को क्रिसमस की बधाई, ये ईसाइयों की हत्या कर रहे

अमेरिका ने गुरुवार रात नाइजीरिया में आतंकी संगठन ISIS के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। राष्ट्रपति ट्रम्प ने सोशल मीडिया पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। ट्रम्प का आरोप है कि यहां ISIS ईसाइयों को निशाना बनाकर बेरहमी से हत्या कर रहा है।
उन्होंने ISIS आतंकियों को ‘आतंकी कचरा’ बताते हुए लिखा कि यह संगठन लंबे समय से निर्दोष ईसाइयों की हत्या कर रहा है। ट्रम्प के मुताबिक इस ऑपरेशन में अमेरिकी सेना ने कई परफेक्ट स्ट्राइक कीं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ किया कि अमेरिका ‘कट्टर इस्लामी आतंकवाद को पनपने नहीं देगा।’ पोस्ट के अंत में ट्रम्प लिखा- सभी को क्रिसमस की बधाई, मारे गए आतंकियों को भी। अगर ईसाइयों की हत्याएं जारी रहीं, तो आगे और भी आतंकी मारे जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर…
म्यांमार से वेनेजुएला तक दुनियाभर में दखल दे रहा अमेरिका:कहीं राष्ट्रपति को हटाने के लिए वॉरशिप तैनात किए, तो कहीं 50% टैरिफ लगाया

अमेरिका हाल के सालों में कई देशों के चुनाव और सत्ता में सीधे दखल देता नजर आ रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की लीडरशिप में अमेरिका कहीं अपने पसंदीदा नेताओं को जिताने की कोशिश कर रहा है, तो कहीं सरकारें गिराने के लिए सैन्य और आर्थिक ताकत का इस्तेमाल कर रहा है।
इसके लिए वो अलग-अलग हथकंडे भी अपना रहा है। ट्रम्प सरकार ने दूसरे देशों पर दबाव बनाने के लिए कही वॉरशिप तैनात किए हैं, कहीं भारी भरकम टैरिफ की मदद ली है। पढ़ें पूरी खबर…


