बिहार विधानसभा चुनाव 2205 में एनडीए की प्रचंड जीत हुई है और महागठबंधन को करारी शिकस्त मिली है. इस बार बिहार में लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) को भी अभूतपूर्व सफलता हाथ लगी है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी बिहार में चौथी सबसे बड़ी और एनडीए में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. इसने चिराग की लोकप्रियता को बिहार में बहुत ऊपर पहुंचा दिया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार सरकार में इस बार चिराग पासवान कौन सी भूमिका में रहने वाले हैं.
इसी मामले को लेकर एक चैनल से बात करते हुए वरिष्ठ पत्रकार विजय विद्रोही ने कहा कि मुझे लगता है कि अगर इस बार बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री बनता है तो वो चिराग पासवान को डिप्टी सीएम बनाएंगे. उन्होंने आगे बताया कि इसका कारण ये है कि चिराग पासवान दलितों के नेता हैं और नीतीश कुमार की जदयू के पास भी दलित वोट बैंक हैं. ऐसे में चिराग के बहाने बीजेपी कहीं न कहीं जदयू के दलित वोट बैंक को बीजेपी के पाले में लाना चाहेगी.
चिराग को क्यों डिप्टी सीएम बनाएगी बीजेपी ?
वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि बिहार में नीतीश कुमार ने ही दलित जातियों को महादलित में परिवर्तित किया था, लेकिन पासवान जाति को उन्होंने छोड़ दिया था. ऐसे में लॉन्ग टर्म प्लान के हिसाब से बीजेपी इस ओर बढ़ सकती है. साथ ही उन्होंने कहा कि चिराग पासवान अभी युवा हैं तो वो केंद्र की राजनीति में कहां तक जाएंगे, ऐसे में अगर वो इस बार बिहार के डिप्टी सीएम बनने में कामयाब होते हैं तो 5 साल बाद वो मुख्यमंत्री पद के लिए मजबूत दावेदार के रूप में उभरेंगे.
चिराग ने कितनी सीटों की मांग की थी ?
उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार चाहते थे कि चिराग पासवान की पार्टी को 13-14 से ज्यादा सीटें नहीं मिलनी चाहिए, लेकिन चिराग 35 सीटों पर अड़े रहे और आखिर में 28 सीटों पर एलजेपी (आर) ने चुनाव लड़ा. चिराग पासवान को इस बार बड़ी सफलता हाथ लगी है.
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