बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान के बीच केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने पैतृक गांव अलौली विधानसभा के अंतर्गत शेरबनी में वोट डाला. इस दौरान उन्होंने अपने गांव से जुड़ी यादों, परिवार के रिश्तों और राहुल गांधी के ताजा बयान पर खुलकर बात की.
एबीपी न्यूज से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा कि गांव आना हमेशा ही सुखद एहसास होता है. मैं इस मिट्टी से जुड़ा हूं और यह रिश्ता मेरे पिता रामविलास पासवान ने मुझे सौंपा है. मैं चाहता हूं कि अगली पीढ़ी भी इस रिश्ते को ऐसे ही सहेजकर रखे है.
#WATCH | #BiharElection2025 | खगड़िया, बिहार: केंद्रीय मंत्री और LJP-रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, “…ये एक ऐसा अधिकार है जो देशवासियों के सर्वोच्च अधिकारों में से एक है। जिसका उपयोग करके आप अपने आने वाले भविष्य के जीवन को बेहतर कर सकते हैं। मैं सभी से आग्रह… https://t.co/gOKD7pjTTZ pic.twitter.com/nSwwsURVXQ
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चिराग पासवान का चचेरे भाई यशराज पर तीखा बयान
जब चिराग पासवान से पूछा गया कि इस बार उनके ही चचेरे भाई यशराज पासवान उनके खिलाफ चुनावी मैदान में हैं, तो उन्होंने कहा कि देखिए, चुनाव में जनता फैसला करेगी, लेकिन निजी रिश्तों में जो बातें हुईं, वे बेहद दुखद हैं. मेरे भाई जिनका जिक्र हो रहा है उन्होंने मेरे और मेरी मां के लिए जो बातें कही हैं, वे मर्यादा के बिल्कुल बाहर थीं. वह परिवार के सबसे छोटे हैं, मैंने हमेशा उन्हें आशीर्वाद दिया, लेकिन उन्होंने हमारी भावनाओं को गहराई से चोट पहुंचाई.
चिराग ने कहा कि मेरी मां के बारे में जिस तरह की बातें कही गईं, वह किसी भी परिवार के लिए असहनीय होती हैं. उन्होंने मर्यादाओं को तोड़ा है. मैं मानता हूं कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन निजी रिश्तों का अपमान कभी स्वीकार्य नहीं है. इसलिए, माफ करना संभव नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि मुझे अफसोस है कि परिवार के सबसे छोटे सदस्य से ऐसी उम्मीद नहीं थी. वह युवा हैं, उन्हें मर्यादा में रहकर राजनीति करनी चाहिए थी. मैं चाहता हूं कि आने वाली पीढ़ी परिवार की परंपरा और संस्कार को पहचान कर राजनीति में उतरे.
रिश्तों में पहल करने की जिम्मेदारी चाचा की है- चिराग पासवान
चिराग पासवान ने चाचा के साथ रिश्तों पर बोलते हुए कहा कि परिवार में सुलह या दूरी की पहल अब पूरी तरह से चाचा के हाथ में है. उन्होंने कहा कि परिवार में बड़े होने के नाते जिम्मेदारी उन्हीं की है कि वे रिश्ता जोड़ना चाहते हैं या नहीं. मैं हमेशा उनका सम्मान करता रहा हूं, लेकिन उन्होंने ही कहा था कि सूरज पश्चिम से निकल जाएगा, पर चिराग से रिश्ता नहीं होगा. ऐसे शब्द मेरे चाचा के थे, न कि मेरे. चिराग ने आगे कहा कि वह अब भी उम्मीद करते हैं कि परिवार के रिश्ते राजनीति से ऊपर रहेंगे, पर पहल करने की जिम्मेदारी चाचा की है.
राहुल के सत्ता चोरी वाले बयान पर जानें क्या बोलें चिराग
#WATCH | #BiharElection2025 | खगड़िया, बिहार: केंद्रीय मंत्री और LJP-रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर कहा, “मैं समझ सकता हूं कि एक के बाद एक चुनाव हारते ही जाना, किसी भी नेता और उसकी पार्टी के मनोबल को… pic.twitter.com/7k5Lv4R3Z3
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राहुल गांधी की सत्ता चोरी वाली बात पर चिराग पासवान ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल की समस्या यह है कि वे हर बार हार का ठीकरा किसी और पर फोड़ देते हैं. जितनी बार चुनाव आते हैं, वे कोई न कोई बहाना तलाशते हैं. शायद उन्हें खुद भी एहसास है कि अब जनता उनके साथ नहीं है.
उन्होंने कहा कि मैं समझ सकता हूं कि लगातार हार का सामना करना किसी भी पार्टी के मनोबल को तोड़ देता है. ऐसे में अपने कार्यकर्ताओं का हौसला बनाए रखने के लिए ऐसे बयान देने पड़ते हैं. लेकिन यह जनता को बेवकूफ नहीं बना सकते. अगर सच में कुछ गलत हो रहा है, तो उन्हें न्यायालय जाना चाहिए, सड़क पर बहाने नहीं बनाने चाहिए.
हर मतदाता को अपने वोट का करना चाहिए इस्तेमाल- चिराग
वोट डालने के बाद चिराग पासवान ने कहा कि लोकतंत्र का यह महापर्व देशवासियों के सर्वोच्च अधिकारों में से एक है. हर मतदाता को अपने वोट का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए, क्योंकि यही हमारे भविष्य को तय करता है. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि जो लोग विकास चाहते हैं, जो चाहते हैं कि बिहार आत्मनिर्भर बने, वे सही उम्मीदवार चुनें. मैं बिहार के युवाओं से खास अपील करता हूं कि घर से निकलें और मतदान करें.
चिराग पासवान ने अपने पिता रामविलास पासवान की याद करते हुए कहा कि आज भी जब मैं गांव आता हूं, तो लोगों की आंखों में वही स्नेह और अपनापन दिखता है जो पापा के समय में था. ये गांव, ये लोग ही मेरी ताकत हैं.


