Apple Hits Record Revenue: भारत के ऊपर हाई टैरिफ लगाकर अमेरिकी कंपनियों को वापस बुलाने की कोशिश कर रहे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह खबर बड़ी निराशा साबित हो सकती है. जहां ट्रंप चाहते हैं कि अमेरिकी कंपनियां अपना उत्पादन और निवेश देश के भीतर करें, वहीं एप्पल (Apple) ने उनकी इस नीति को नजरअंदाज करते हुए भारतीय बाजार में दांव खेला और अब उसी का मीठा फल उसे मिल रहा है.
भारत में रिकॉर्ड मुनाफा
आईफोन निर्माता एप्पल ने जुलाई–सितंबर 2025 तिमाही में भारत में अब तक का सर्वाधिक राजस्व दर्ज किया है. यह इस बात का प्रमाण है कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार अब कंपनी के लिए सबसे तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र बन चुका है. कंपनी के अनुसार, इस तिमाही में उसका वैश्विक राजस्व 102.5 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो पिछले साल की तुलना में 8% अधिक है. एप्पल के सीईओ टिम कुक ने बताया कि कंपनी ने अमेरिका, कनाडा, लैटिन अमेरिका, पश्चिम एशिया, जापान, कोरिया, दक्षिण एशिया समेत कई बाजारों में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है.
कुक का कहना है कि भारत में उन्होंने सर्वकालिक अधिकतम राजस्व हासिल किया है. उन्होंने आगे कहा कि हम अपने अब तक के सबसे बेहतर प्रोडक्ट लाइनअप के साथ साल के सबसे व्यस्त सीजन में प्रवेश कर रहे हैं. हाल ही में भारत और यूएई जैसे उभरते बाजारों में नए रिटेल स्टोर खोले गए, जबकि अमेरिका और चीन में भी विस्तार जारी है.
अब क्या करेंगे ट्रंप?
ट्रंप लगातार अमेरिकी कंपनियों से आग्रह कर रहे हैं कि वे विदेशों से लौटकर अमेरिका में उत्पादन करें, लेकिन एप्पल जैसी दिग्गज कंपनियों ने इसके उलट भारत में निवेश बढ़ाना चुना — और यह कदम अब सफल साबित हो रहा है. कंपनी के CFO केवन पारेख के मुताबिक, इस तिमाही में आईफोन का राजस्व 49 अरब डॉलर रहा, जो 6% की बढ़ोतरी दर्शाता है. इसमें iPhone 16 की बिक्री ने अहम भूमिका निभाई. वहीं, नए iPhone 17 की शानदार वैश्विक प्रतिक्रिया से अगली तिमाही में और भी बेहतर नतीजों की उम्मीद है.
एप्पल ने हाल ही में MacBook Pro और iPad Pro को M5 चिप के साथ पेश किया है. टिम कुक ने कहा कि कंपनी इस त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं को “अब तक का सबसे असाधारण प्रोडक्ट अनुभव” देने के लिए उत्साहित है.


