Sunday, November 2, 2025
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Anand Mahindra fitness routine: 70 की उम्र में भी एकदम फिट कैसे हैं आनंद महिंद्रा, खुद ही कर दिया अपने फिटनेस रुटीन का खुलासा


इस साल की शुरुआत में जब उनसे उनकी फिटनेस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बड़े सरल शब्दों में कहा

इस साल की शुरुआत में जब उनसे उनकी फिटनेस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बड़े सरल शब्दों में कहा “मैं कोई फिटनेस गुरु नहीं हूं, लेकिन हफ्तेभर के रूटीन में कार्डियो, वेट ट्रेनिंग और योग को घुमाकर करता हूं. सबसे जरूरी हिस्सा है, हर सुबह 20 मिनट ध्यान.” उनकी ये बात बताती है कि सही प्लानिंग और उसको लगातार करने से उम्र बढ़ने के बावजूद फिट रहा जा सकता है.

अनंद महिंद्रा अपनी कसरत को एक ही ढर्रे पर नहीं रखते. कभी स्विमिंग और इलिप्टिकल मशीन पर कार्डियो करते हैं, तो कभी वजन उठाकर मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं. साथ ही योग और स्ट्रेचिंग से लचीलापन और संतुलन बनाए रखते हैं. यह विविधता उनके शरीर को सक्रिय रखती है और किसी एक हिस्से पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ने देती.

अनंद महिंद्रा अपनी कसरत को एक ही ढर्रे पर नहीं रखते. कभी स्विमिंग और इलिप्टिकल मशीन पर कार्डियो करते हैं, तो कभी वजन उठाकर मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं. साथ ही योग और स्ट्रेचिंग से लचीलापन और संतुलन बनाए रखते हैं. यह विविधता उनके शरीर को सक्रिय रखती है और किसी एक हिस्से पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ने देती.

उम्र बढ़ने के साथ सबसे बड़ी चिंता होती है मांसपेशियों और हड्डियों की ताकत कम होना. वे इस चुनौती से निपटने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर भरोसा करते हैं. फिटनेस एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि वेट ट्रेनिंग बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद है, क्योंकि इससे गिरने और हड्डियां कमजोर होने का खतरा कम हो जाता है.

उम्र बढ़ने के साथ सबसे बड़ी चिंता होती है मांसपेशियों और हड्डियों की ताकत कम होना. वे इस चुनौती से निपटने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर भरोसा करते हैं. फिटनेस एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि वेट ट्रेनिंग बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद है, क्योंकि इससे गिरने और हड्डियां कमजोर होने का खतरा कम हो जाता है.

दिल को तंदुरुस्त रखने के लिए वे स्विमिंग और इलिप्टिकल ट्रेनिंग करते हैं. ये दोनों एक्सरसाइज शरीर पर ज्यादा दबाव डाले बिना दिल और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाती हैं. लगातार कार्डियो करने वाले लोग न सिर्फ हार्ट डिजीज से बचते हैं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में भी ज्यादा चुस्त बने रहते हैं.

दिल को तंदुरुस्त रखने के लिए वे स्विमिंग और इलिप्टिकल ट्रेनिंग करते हैं. ये दोनों एक्सरसाइज शरीर पर ज्यादा दबाव डाले बिना दिल और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाती हैं. लगातार कार्डियो करने वाले लोग न सिर्फ हार्ट डिजीज से बचते हैं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में भी ज्यादा चुस्त बने रहते हैं.

योग और स्ट्रेचिंग उनके रूटीन का वह हिस्सा है, जो उन्हें शरीर से लचीला और दिमाग से शांत रखता है. उम्र बढ़ने पर अक्सर बैलेंस और पोस्चर बिगड़ने लगता है, लेकिन योग की वजह से महिंद्रा आज भी फुर्तीले और संतुलित बने हुए हैं. साथ ही गहरी सांस और धीमी हरकतों से तनाव भी काफी कम हो जाता है.

योग और स्ट्रेचिंग उनके रूटीन का वह हिस्सा है, जो उन्हें शरीर से लचीला और दिमाग से शांत रखता है. उम्र बढ़ने पर अक्सर बैलेंस और पोस्चर बिगड़ने लगता है, लेकिन योग की वजह से महिंद्रा आज भी फुर्तीले और संतुलित बने हुए हैं. साथ ही गहरी सांस और धीमी हरकतों से तनाव भी काफी कम हो जाता है.

हालांकि, महिंद्रा के मुताबिक सबसे अहम है सुबह का ध्यान. वे रोजाना 20 मिनट मेडिटेशन करते हैं. इसका असर सिर्फ दिमाग पर ही नहीं बल्कि पूरे जीवन पर दिखता है. उनका मानना है कि ध्यान करने से मेंटल प्रेशर हल्का होता है, सोच साफ होती है और दिन की शुरुआत सकारात्मक एनर्जी के साथ होती है.

हालांकि, महिंद्रा के मुताबिक सबसे अहम है सुबह का ध्यान. वे रोजाना 20 मिनट मेडिटेशन करते हैं. इसका असर सिर्फ दिमाग पर ही नहीं बल्कि पूरे जीवन पर दिखता है. उनका मानना है कि ध्यान करने से मेंटल प्रेशर हल्का होता है, सोच साफ होती है और दिन की शुरुआत सकारात्मक एनर्जी के साथ होती है.

Published at : 02 Nov 2025 02:22 PM (IST)



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