एयर इंडिया ने अपने बोइंग 787 प्लेन में फ्यूल कंट्रोल स्विच को ‘लॉक’ करने के सिस्टम का इंस्पेक्शन बुधवार को पूरा कर लिया और इसमें कोई समस्या नहीं पाई गई। टाटा ग्रुप की एयरलाइन कंपनी के एक अधिकारी ने ये जानकारी दी। विमानन नियामक डीजीसीए ने सोमवार को एयरलाइन कंपनियों से उनके बोइंग 787 और 737 प्लेन में फ्यूल स्विच लॉकिंग सिस्टम की जांच करने को कहा था। ये निर्देश एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान की दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आने के कुछ दिन बाद दिया गया।
एयर इंडिया हादसे में मारे गए थे कुल 297 लोग
जांच रिपोर्ट में पाया गया था कि पिछले महीने अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेक-ऑफ के बाद हुए हादसे से ठीक पहले फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद हो गए थे। इस भयावह हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों समेत कुल 297 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारी ने एयर इंडिया के पायलटों को भेजे गए एक इंटरनल मैसेज का हवाला देते हुए कहा, ‘‘वीकेंड में हमारी इंजीनियरिंग टीम ने हमारे सभी बोइंग 787 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (एफसीएस) को लॉक करने के सिस्टम का एहतियाती निरीक्षण शुरू किया। निरीक्षण पूरा हो गया है और कोई समस्या नहीं पाई गई।’’
एएआईबी की रिपोर्ट में क्या आया है सामने
अधिकारी ने ये भी बताया कि बोइंग मेनटेनेंस प्रोग्राम के अनुसार सभी बोइंग 787-8 विमानों में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल अपनाया गया है। एफसीएस इसी मॉड्यूल का हिस्सा है। फ्यूल कंट्रोल स्विच विमान के इंजन में फ्यूल के फ्लो को कंट्रोल करते हैं। हवाई दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर शनिवार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। एएआईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दोनों इंजन में फ्यूल पहुंचाने वाले स्विच टेक-ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद बंद हो गए थे, जिसकी वजह से इंजन में फ्यूल पहुंचना बंद हो गया था और विमान तुरंत ही हादसे का शिकार हो गया था।