
एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)
AI दिनों-दिन इंसानों के लिए टेंशन बढ़ाता जा रहा है। एक तरफ जहां एआई की वजह से कई काम आसान हो गए हैं। वहीं, दूसरी तरफ एआई की वजह से लाखों की संख्यां में नौकरियां खत्म हो रही है। वो लोग जो अभी जॉब कर रहे हैं और आगे जॉब करने वाले हैं उनके मन में ये डर बैठा हुआ है कि एआई कभी भी उनको रिप्लेस कर सकता है। एआई के डर से एक अमेरिकी छात्रा ने बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी है।
छात्रा ने डरकर छोड़ी पढ़ाई
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) की एक छात्रा ने एआई से घबराकर अपनी पढ़ाई छोड़ दी है। छात्रा को इस बात का डर था कि जल्द ही एजीआई यानी आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस के आने के बाद पढ़ाई का कोई मतलब नहीं रहेगा।
एलिस ब्लेयर नाम की लड़की ने 2023 में MIT में दाखिला लिया था। छात्रा का कहा है कि कॉलेज पूरा करने का कोई मतलब नहीं रह गया है। AGI जल्द ही इंसानों की तरह सोचना शुरू कर देगा। छात्रा को यह डर था कि जब तक डिग्री पूरी होगी तब तक शायद वो जीवित ही न रहे। एआई की वजह से इंसानियत खत्म होने का डर उसे सता रहा है।
एलिस ब्लेयर फिलहाल सेंटर फॉर एआई सेफ्टी नाम के एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन में टेक लेखक के तौर पर भी काम कर रही है। छात्रा ने बताया कि उसका अब कैंपस लौटने का कोई इरादा नहीं है। वहीं, फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एआई के आने के बाद से कई छात्रों में इस तरह का डर बैठा रहा है। सुपरइंटेलिजेंस सिस्टम दुनिया के लिए आने वाले दिनों में बड़ा खतरा बन सकते हैं।
हावर्ड के छात्र ने भी छोड़ी पढ़ाई
इस समय कॉलेज में पढ़ाई करने वाले कई छात्र अपनी नौकरियों को लेकर चिंतित हैं। हावर्ड यूनिवर्सिटी में किए गए हालिया सर्वे में 326 छात्रों ने भाग लिया था, जिसमें आधे से ज्यादा छात्रों ने कहा कि वे चिंतित हैं कि एआई की वजह से नौकरी पर असर पड़ेगा। फॉर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हावर्ड यूनिवर्सिटी छोड़कर एक छात्र ने भी रेडवुड में रिसर्च का काम शुरू कर दिया है। कई छात्रों का कहना है कि एआई के खतरे को कम करना बेहद जरूरी हो गया है। एआई के गॉडफादर ने भी AI की वजह से इंसानियत खत्म होने की आशंका जताई है।
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