
लेकिन कई बार ऐसा होता है कि उम्मीद से कम स्कोर आता है और छात्र निराश हो जाते हैं. ऐसे में सवाल उठता है अब क्या करें?

घबराइए मत, क्योंकि CUET में कम स्कोर आने का मतलब यह नहीं कि आपका करियर रुक गया. देश में कई ऐसी यूनिवर्सिटीज हैं जहां कम नंबर पर भी एडमिशन मिल सकता है. CUET का मकसद ही यही है कि हर छात्र को एक समान अवसर मिले. यह परीक्षा बोर्ड के अंकों से हटकर एक राष्ट्रीय स्तर का मूल्यांकन देती है.

डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी, अयोध्या में BA, BSc, BCom जैसे कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया सरल होती है. यहां फीस भी कम है और कट-ऑफ भी तुलनात्मक रूप से नीचे रहता है.

वहीं, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, जौनपुर में आर्ट्स और कॉमर्स कोर्स में यहां सीटें जल्दी भरती नहीं हैं, जिससे कम स्कोर पर भी एडमिशन संभव है.

बी.आर. अंबेडकर यूनिवर्सिटी, आगरा में कट-ऑफ अपेक्षाकृत कम रहता है. पढ़ाई का माहौल अच्छा है और इंफ्रास्ट्रक्चर भी ठीक-ठाक है. उधर, गोरखपुर यूनिवर्सिटी (डीडीयू), गोरखपुर में आर्ट्स और जनरल कोर्स में यहां कम प्रतियोगिता के कारण स्कोर थोड़ा कम हो तो भी चिंता की बात नहीं होती.

तेजपुर यूनिवर्सिटी, असम में साइंस, आर्ट्स और मैनेजमेंट कोर्सेस में दाखिला देती है. मणिपुर यूनिवर्सिटी कम प्रतियोगिता और बेहतर कोर्सेस की वजह से यहां दाखिले के अच्छे अवसर होते हैं. पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, पांडिचेरी में कम स्कोर पर भी ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन पा सकते हैं.
Published at : 04 Jul 2025 03:40 PM (IST)