Wednesday, November 26, 2025
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Vitamin Deficiency: शरीर में किस विटामिन की है कमी, इन संकेतों से पहचानें


कभी-कभी होंठ फटना या मुंह के कोनों में दरारें सिर्फ मौसम या बुखार की वजह से होती हैं, लेकिन कई बार यह विटामिन B की कमी का सीधा संकेत भी हो सकती हैं. ऐसे में कुछ दिनों तक B-कॉम्प्लेक्स लेने से फर्क दिखने लगता है और होंठ फिर से ठीक होने लगते हैं.

कभी-कभी होंठ फटना या मुंह के कोनों में दरारें सिर्फ मौसम या बुखार की वजह से होती हैं, लेकिन कई बार यह विटामिन B की कमी का सीधा संकेत भी हो सकती हैं. ऐसे में कुछ दिनों तक B-कॉम्प्लेक्स लेने से फर्क दिखने लगता है और होंठ फिर से ठीक होने लगते हैं.

हाथों और पैरों में झनझनाहट आना भी एक आम संकेत है जो अक्सर विटामिन B12 की कमी से जुड़ा होता है. इसके साथ जीभ में सूजन, थकान, हल्का पीलापन या कमजोरी भी महसूस हो सकती है. कुछ लोगों को डाइट में B12 वाले खाद्य पदार्थ शामिल करने से आराम मिलता है, जबकि कुछ को इंजेक्शन की जरूरत पड़ जाती है. एक साधारण ब्लड टेस्ट से इसकी पुष्टि की जा सकती है.

हाथों और पैरों में झनझनाहट आना भी एक आम संकेत है जो अक्सर विटामिन B12 की कमी से जुड़ा होता है. इसके साथ जीभ में सूजन, थकान, हल्का पीलापन या कमजोरी भी महसूस हो सकती है. कुछ लोगों को डाइट में B12 वाले खाद्य पदार्थ शामिल करने से आराम मिलता है, जबकि कुछ को इंजेक्शन की जरूरत पड़ जाती है. एक साधारण ब्लड टेस्ट से इसकी पुष्टि की जा सकती है.

कभी-कभी किसी एक पैर में लगातार दर्द बना रहता है. आमतौर पर यह दर्द चोट या मांसपेशी की वजह से माना जाता है, लेकिन कुछ मामलों में यह विटामिन B6 की कमी के कारण भी हो सकता है. जब आहार में मछली, चिकन और होल-ग्रेन जैसे B6 वाले खाद्य पदार्थ जोड़े गए, तो दर्द पूरी तरह ठीक हो गया.

कभी-कभी किसी एक पैर में लगातार दर्द बना रहता है. आमतौर पर यह दर्द चोट या मांसपेशी की वजह से माना जाता है, लेकिन कुछ मामलों में यह विटामिन B6 की कमी के कारण भी हो सकता है. जब आहार में मछली, चिकन और होल-ग्रेन जैसे B6 वाले खाद्य पदार्थ जोड़े गए, तो दर्द पूरी तरह ठीक हो गया.

रात में साफ दिखाई न देना या रंगों में अंतर महसूस होना कई कारणों से हो सकता है, लेकिन यह विटामिन A की कमी का संकेत भी हो सकता है. ऐसे में गाजर, शकरकंद और पत्तेदार सब्जियां खाने से आंखों की रोशनी को नेचुरल रूप से सपोर्ट मिलता है.

रात में साफ दिखाई न देना या रंगों में अंतर महसूस होना कई कारणों से हो सकता है, लेकिन यह विटामिन A की कमी का संकेत भी हो सकता है. ऐसे में गाजर, शकरकंद और पत्तेदार सब्जियां खाने से आंखों की रोशनी को नेचुरल रूप से सपोर्ट मिलता है.

मांसपेशियों में बार-बार ऐंठन होना अक्सर डिहाइड्रेशन या पोटैशियम की कमी से जुड़ा होता है. तुरंत राहत के लिए इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक काम आती है, लेकिन इसे दोबारा होने से रोकने के लिए रोजाना केला या कोई साइट्रस फल खाना मददगार होता है.

मांसपेशियों में बार-बार ऐंठन होना अक्सर डिहाइड्रेशन या पोटैशियम की कमी से जुड़ा होता है. तुरंत राहत के लिए इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक काम आती है, लेकिन इसे दोबारा होने से रोकने के लिए रोजाना केला या कोई साइट्रस फल खाना मददगार होता है.

नाखूनों का पतला, कमजोर या चम्मच जैसा दिखना यानी ऊपर की ओर मुड़ना आयरन की कमी, यानी एनीमिया का शुरुआती संकेत हो सकता है. ऐसे में डॉक्टर अक्सर आयरन सप्लीमेंट और आयरन युक्त भोजन जैसे सीफूड, लीवर और हरी सब्जियां की सलाह देते हैं.

नाखूनों का पतला, कमजोर या चम्मच जैसा दिखना यानी ऊपर की ओर मुड़ना आयरन की कमी, यानी एनीमिया का शुरुआती संकेत हो सकता है. ऐसे में डॉक्टर अक्सर आयरन सप्लीमेंट और आयरन युक्त भोजन जैसे सीफूड, लीवर और हरी सब्जियां की सलाह देते हैं.

मसूड़ों से खून आना, स्किन का बार-बार सूखना या एक्जिमा जैसे लक्षण कई बार विटामिन C और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से जुड़े होते हैं. इन्हें ठीक करने के लिए आहार में मछली, अंडे की जर्दी, अखरोट, चिया सीड्स और अधिक फल-सब्जियां जोड़ना बहुत फायदेमंद है.

मसूड़ों से खून आना, स्किन का बार-बार सूखना या एक्जिमा जैसे लक्षण कई बार विटामिन C और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से जुड़े होते हैं. इन्हें ठीक करने के लिए आहार में मछली, अंडे की जर्दी, अखरोट, चिया सीड्स और अधिक फल-सब्जियां जोड़ना बहुत फायदेमंद है.

आखिर में सबसे जरूरी बात यह है कि मल्टीविटामिन से ज्यादा असर असली, प्राकृतिक भोजन करता है. संतुलित और ताजा आहार अपनाने से शरीर को अपनी जरूरत के पोषक तत्व खुद ही मिलने लगते हैं, और इस तरह की कमियां लंबे समय तक टिक नहीं पातीं.

आखिर में सबसे जरूरी बात यह है कि मल्टीविटामिन से ज्यादा असर असली, प्राकृतिक भोजन करता है. संतुलित और ताजा आहार अपनाने से शरीर को अपनी जरूरत के पोषक तत्व खुद ही मिलने लगते हैं, और इस तरह की कमियां लंबे समय तक टिक नहीं पातीं.

Published at : 26 Nov 2025 09:58 AM (IST)

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