गुवहाटी1 घंटे पहले
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चोटिल होने के बाद मोहम्मद सिराज चोटिल होकर बाउंड्री पर ही बैठ गए।
गुवाहाटी टेस्ट में भारत पर हार का खतरा बढ़ता दिख रहा है। मंगलवार को साउथ अफ्रीका से मिले 549 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने चौथे दिन 27 रन पर 2 विकेट खो दिए। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी 260/5 पर डिक्लेयर की थी।
बरसापारा स्टेडियम में यशस्वी जायसवाल सबसे तेज 2500 टेस्ट रन बनाने वाले चौथे भारतीय बन गए। वहीं प्रोटियाज ने भारत की सरजमीं पर अब तक का सबसे बड़ा टारगेट देकर दबाव और बढ़ा दिया। मैच के दौरान पेसर मोहम्मद सिराज फील्डिंग करते हुए चोटिल भी हो गए, जिसके बाद उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। पढ़िए चौथे दिन के मोमेंट्स और रिकॉर्ड्स…
रिकॉर्ड्स…
1. जडेजा साउथ अफ्रीका के खिलाफ 50+ टेस्ट विकेट लेने वाले पांचवें भारतीय रवींद्र जडेजा साउथ अफ्रीका के खिलाफ 50+ टेस्ट विकेट लेने वाले पांचवें भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उनसे पहले अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, हरभजन सिंह और रविचंद्रन अश्विन यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
इस लिस्ट में कुंबले सबसे ऊपर हैं, जिन्होंने प्रोटियाज के खिलाफ 84 विकेट लिए। श्रीनाथ 64 विकेट के साथ दूसरे नंबर पर हैं, जबकि हरभजन सिंह ने 60 और अश्विन ने 57 विकेट झटके हैं। अब जडेजा भी 52 विकेट के साथ इस क्लब में शामिल हो गए हैं। खास बात यह है कि उनका औसत (19.6) लिस्ट में सबसे बेहतर है।
जडेजा साउथ अफ्रीका के खिलाफ 50+ टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे लेफ्ट-आर्म स्पिनर भी हैं। उनसे पहले सिर्फ इंग्लैंड के कॉलिन ब्लाइथ ने यह कारनामा किया था, जिन्होंने 1906 से 1910 के बीच 59 विकेट चटकाए थे।

2. साउथ अफ्रीका ने भारत को भारत में सबसे बड़ा टारगेट दिया साउथ अफ्रीका ने गुवाहाटी टेस्ट में भारत के सामने 549 रन का बड़ा लक्ष्य रखा, जो भारत में किसी भी टीम द्वारा दिया गया सबसे बड़ा टारगेट है। इससे पहले यह रिकॉर्ड 2004 में नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के नाम था, जिसने 543 रन का लक्ष्य दिया था। साउथ अफ्रीका ने 1996 में ईडन गार्डन्स पर 467 रन का टारगेट भी सेट किया था, जो इस सूची में तीसरे स्थान पर है।
ओवरआल टेस्ट में भारत को दिया जाने वाला यह तीसरा सबसे बड़ा टारगेट है। टीम को सबसे बड़ा टारगेट 607 रन पाकिस्तान ने 2006 में कराची में दिया था। साउथ अफ्रीका की दूसरी इनिंग में 549 रन की बढ़त भारत में किसी भी टीम की दूसरी पारी में सबसे बड़ी लीड भी है।

3. यशस्वी सबसे तेज 2500 टेस्ट रन बनाने वाले चौथे भारतीय यशस्वी जायसवाल ने सबसे तेज 2500 टेस्ट रन बनाने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं। उन्होंने इसके लिए सिर्फ 53 पारियों का सामना किया है। इस सूची में सबसे ऊपर वीरेंद्र सहवाग हैं, जिन्होंने महज 47 इनिंग में यह आंकड़ा छू लिया था। उनके बाद गौतम गंभीर (48 इनिंग) और राहुल द्रविड़ (50 इनिंग) का नंबर आता है।

मोमेंट्स…
1. सिराज ने हवा में छलांग लगाकर कैच लपका 19वें ओवर की तीसरी बॉल पर मोहम्मद सिराज के कैच से साउथ अफ्रीका का पहला विकेट गिरा। रवींद्र जडेजा की बॉल पर रायन रिकेल्टन ने बड़ा शॉट खेला लेकिन गलत टाइमिंग की वजह से विकेट गंवा बैठे। कवर पर सिराज छलांग लगाकर शानदार कैच पकड़ा। रिकेल्टन 35 रन बनाकर आउट हुए।
2. सुदर्शन ने बावुमा का कैच छोड़ा 32वें ओवर में साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा को साई सुदर्शन ने जीवनदान दिया। वॉशिंगटन सुंदर की ने मिडिल और लेग स्टंप की लाइन पर गेंद डाली। बावुमा डिफेंस करने गए लेकिन अंदरूनी किनारा लगकर गेंद शॉर्ट लेग की तरफ गई। यहां सुदर्शन ने दाएं हाथ से कोशिश की, हाथ भी लगा, लेकिन गेंद पकड़ नहीं पाए। हालांकि बावुमा इस मौके का फायदा नहीं उठा सके और महज 3 रन बनाकर आउट हो गए।

बावुमा का कैच लेने की कोशिश करते हुए साई सुदर्शन।
3. टोनी डी जॉर्जी ने 102 मीटर लंबा सिक्स लगाया 36वें ओवर में टोनी डी जॉर्जी ने वॉशिंगटन सुंदर की बॉल पर 102 मीटर लंबा सिक्स लगा दिया। सुंदर की फुल लेंथ की बॉल पर जॉर्जी क्रीज से आगे बढ़े और गेंद को लॉन्ग-ऑन के ऊपर से 102 मीटर दूर छक्के के लिए भेज दिया।

टोनी डी जॉर्जी 49 रन बनाकर आउट हुए।
4. जडेजा ने मार्करम को बोल्ड किया साउथ अफ्रीका का दूसरा विकेट 74 रन पर गिरा। रवींद्र जडेजा ने 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर ऐडन मार्करम को बोल्ड कर दिया। जडेजा ने गेंद को क्रीज के बाहर की तरफ से रिलीज किया और गुड लेंथ पर मिडिल और लेग स्टंप की लाइन के बीच डाला।
मार्करम डिफेंस करने की कोशिश में गेंद को मिस कर बैठे और गेंद ऑफ स्टंप के ऊपरी हिस्से से टकरा गई। मार्करम ने 84 गेंदों पर 29 रन बनाए।

मार्करम 84 गेंदों पर 29 रन बनाकर बोल्ड हुए।
5. फील्डिंग करते हुए सिराज चोटिल हुए साउथ अफ्रीका की पारी के दौरान 76वें ओवर में मोहम्मद सिराज फील्डिंग करते हुए चोटिल हो गए। ट्रिस्टन स्टब्स ने नीतीश कुमार रेड्डी की गेंद पर डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग की दिशा में शॉट लगाया।
सिराज चौका रोकने के लिए तेजी से दौड़े और बाउंड्री लाइन के पास डाइव लगाई। उन्होंने शानदार प्रयास करते हुए 2 रन तो बचा लिए, लेकिन इसी दौरान अपनी लेफ्ट साइड पर जोर से गिर पड़े और चोटिल हो गए। इसके बाद सिराज मैदान से बाहर चले गए, और उनकी जगह देवदत्त पाडिक्कल सब्स्टीट्यूट फील्डर के तौर पर मैदान में आए।

चोटिल होने के बाद सिराज ने अपना कंधा पकड़ लिया।


