Wednesday, November 19, 2025
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कैम्ब्रिज डिक्शनरी में शामिल हुआ नया शब्द ‘Parasocial’, जानें क्या होता है इसका मतलब?



प्रसिद्ध अंग्रेजी शब्दकोश कैंब्रिज डिक्शनरी हर साल की तरह इस साल भी अपना वर्ड ऑफ द ईयर 2025 लेकर आया है. इस बार जिस शब्द ने जगह बनाई है, वह है ‘पैरासोशल’. यह शब्द आज की सोशल मीडिया वाली दुनिया में तेजी से बढ़ती एक खास तरह की भावनात्मक आदत को बताता है. जहां लोग अपने पसंदीदा सेलिब्रिटी, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर या यहां तक कि एआई चैटबॉट्स के साथ एकतरफा रिश्ता महसूस करने लगते हैं. यह रिश्ता असली दुनिया में मौजूद नहीं होता, लेकिन मन में एक गहरा जुड़ाव बना रहता है.

अगर आप भी कभी किसी एक्टर, गायक, यूट्यूबर या किसी किरदार को देखकर यह महसूस करते हैं कि वह आपको समझते हैं, या आप उन्हें अपने करीबियों की तरह देखते हैं, तो यह एक ‘पैरासोशल’ व्यवहार है. कैंब्रिज डिक्शनरी ने इसी बढ़ते ट्रेंड को देखते हुए इस शब्द को साल का सबसे खास शब्द घोषित किया है.
क्यों चुना गया ‘पैरासोशल’ शब्द?

सोशल मीडिया ने लोगों की जिंदगी में बड़ी जगह बना ली है. इंस्टाग्राम, यूट्यूब, रील्स और व्लॉग अब लोगों की रोजमर्रा की रूटीन का हिस्सा बन चुके हैं. लाखों लोग अपने पसंदीदा इन्फ्लुएंसर्स को फॉलो करते हैं, उनकी हर पोस्ट, हर अपडेट और हर छोटी बात को बड़े ध्यान से देखते हैं.

बहुत से लोग तो किसी सेलिब्रिटी को अपने परिवार जैसा मानने लगते हैं. ऐसा लगता है जैसे वह उन्हें जानते हों, समझते हों. लेकिन असल में यह रिश्ता सिर्फ एक तरफा होता है. यही एकतरफा जुड़ाव पैरासोशल रिलेशनशिप कहलाता है.

कैंब्रिज डिक्शनरी ने बताया कि इस साल सोशल मीडिया में इस तरह के जुड़ाव की चर्चा बहुत ज्यादा बढ़ी है. लोग अपनी पसंदीदा हस्तियों की जिंदगी से इतनी गहराई से जुड़ने लगे हैं कि यह एक बड़े सामाजिक ट्रेंड का रूप ले चुका है. इसी वजह से ‘पैरासोशल’ शब्द को वर्ड ऑफ द ईयर चुना गया.

क्या है ‘पैरासोशल’ का मतलब?

‘पैरासोशल’ का मतलब है एक ऐसा रिश्ता जिसमें भावना तो बहुत होती है, लेकिन वह रिश्ता सिर्फ आपकी तरफ से होता है. इसमें आप अपने पसंदीदा एक्टर्स या इन्फ्लुएंसर्स को अपना दोस्त या करीब समझने लगते हैं. उनकी लाइफ से बहुत ज्यादा जुड़ जाते हैं. उनके दुख-सुख को महसूस करते हैं. लेकिन उन्हें आपकी मौजूदगी के बारे में पता भी नहीं होता. फिर भी यह भावनात्मक रिश्ता आपके मन में एक असली रिश्ते जैसा गहरा असर डालता है.

पहली बार कब इस्तेमाल हुआ ‘पैरासोशल’ शब्द?

यह शब्द नया नहीं है. इसका इतिहास काफी पुराना है. 1956 में शिकागो यूनिवर्सिटी के दो समाजशास्त्रियों ने पहली बार ‘पैरासोशल’ शब्द का इस्तेमाल किया था. तब टीवी नया-नया था और रिसर्चर्स ने देखा कि टीवी देखने वाले लोग स्क्रीन पर दिखने वाले सेलिब्रिटी के साथ एक भावनात्मक जुड़ाव महसूस करते हैं. कई लोग तो उनकी तरह बनना चाहते थे, उनकी तरह कपड़े पहनते थे या उनकी तरह बात करते थे. यही जुड़ाव आगे चलकर ‘पैरासोशल रिलेशनशिप’ कहलाया. आज वही रिश्ता सोशल मीडिया के कारण कई गुना बढ़ गया है.

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