Monday, November 17, 2025
Homeअंतर्राष्ट्रीय समाचारUS India LPG Import Deal Update; Donald Trump Tariff | IOC BPCL...

US India LPG Import Deal Update; Donald Trump Tariff | IOC BPCL HPCL | टैरिफ के बाद भारत-अमेरिका के बीच पहली डील: जरूरत की 10% गैस US से खरीदेगा भारत, घरेलू सिलिंडर की कीमतें कम हो सकती हैं


नई दिल्ली38 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा क्रूड ऑयल कंज्यूमर है। हम अपनी जरूरत का करीब 88% तेल दूसरे देशों से ही खरीदते हैं। - Dainik Bhaskar

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा क्रूड ऑयल कंज्यूमर है। हम अपनी जरूरत का करीब 88% तेल दूसरे देशों से ही खरीदते हैं।

टैरिफ विवाद के बीच भारत और अमेरिका ने पहली डील साइन की है। इस डील के तहत भारत अमेरिका से करीब 2.2 मिलियन टन (MTPA) LPG खरीदेगा। ये भारत की सालाना जरूरत का 10% है। यह डील केवल एक साल यानी 2026 के लिए है।

ये डील भारत की सरकारी तेल कंपनियां- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (HPCL) ने अमेरिकी एनर्जी सप्लायर्स- चेवरॉन, फिलिप्स 66 और टोटल एनर्जीज ट्रेडिंग के साथ की है।

भारत दुनिया का दूसरा बड़ा LPG उपभोक्ता है। अभी भारत अपनी LPG जरूरतों का 50% से ज्यादा आयात करता है और ज्यादातर सप्लाई पश्चिम एशिया के बाजारों से आती है।

डील से भारत में गैस सस्ती हो सकती है

  • ये डील भारत की एनर्जी सिक्योरिटी को मजबूत करेगी।
  • ट्रेडिशनल सोर्सेज पर निर्भरता कम होगी, जिससे सप्लाई चेन ज्यादा स्टेबल बनेगी।
  • ग्रामीण और कम आय वाले परिवारों को किफायती LPG मिल सकती है।
  • दुनियाभर में बदलती कीमतों का असर कम होगा।
  • ये US के साथ ट्रेड बैलेंस करने में मदद करेगा।

खबर में आगे बढ़ने के पहले पोल में हिस्सा लेकर अपनी राय दे सकते हैं…

पेट्रोलियम मिनिस्टर बोले- पारंपरिक सप्लायर्स पर निर्भरता कम होगी

पेट्रोलियम मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने इस डील को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा- दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते LPG मार्केट्स में से एक अब औपचारिक रूप से US सप्लाई के लिए खुल गया है। भारत के लोगों को सुरक्षित और सस्ता LPG उपलब्ध कराने के हमारे प्रयास में, हम अपनी सोर्सिंग को डाइवर्सिफाई कर रहे हैं। यह डील उस दिशा में एक अहम कदम है।

अमेरिका से बड़ी मात्रा में सोर्सिंग करने का यह कदम नई दिल्ली की रणनीति का हिस्सा है, जिसका मकसद पारंपरिक सप्लायर्स पर निर्भरता कम करना, सप्लाई की स्थिरता बढ़ाना और ग्लोबल मार्केट में तेज कीमतों के उछाल से बचाव करना है।

पुरी ने बताया कि पिछले साल ग्लोबल LPG कीमतें 60% से ज्यादा बढ़ गईं, फिर भी सरकार ने उज्ज्वला लाभार्थियों को सिर्फ ₹500-550 प्रति सिलेंडर ही चुकाना पड़ा, जबकि असली लागत ₹1,100 तक पहुंच गई थी। सरकार ने बाकी बोझ खुद उठाया और उपभोक्ताओं को कीमत के झटके से बचाने के लिए ₹40,000 करोड़ से ज्यादा खर्च किए।

मंत्री ने इस US डील को भारतीय घरों के लिए ‘सुरक्षित, सस्ता और विश्वसनीय LPG सप्लाई’ सुनिश्चित करने की दिशा में एक और कदम बताया।

भारत पर अमेरिका ने 50% टैरिफ लगाया है

ट्रम्प ने रूस से तेल खरीदने के चलते भारत पर कुल 50% टैरिफ लगाया है। इसमें 25% रेसीप्रोकल और रूसी तेल खरीद पर 25% पैनल्टी है। इसके अलावा, भारत का US के साथ ट्रेड सरप्लस है। अब एनर्जी खरीद बढ़ाकर ट्रेड डील फाइनल करने की कोशिश है।

यह डील भारत के LPG मार्केट को सपोर्ट करेगी

भारत में पहले ज्यादातर LPG वेस्ट एशिया के देशों जैसे सऊदी अरब, UAE, कतर और कुवैत से आता था। अब ये डील हमारी तेल खरीद के दायरे को बढ़ाएगी।

इंडियन PSU ऑयल कंपनियों की टीमों ने हाल ही में अमेरिकी प्रोड्यूसर्स के साथ बातचीत के बाद ये फाइनल किया। वॉल्यूम इतना बड़ा है कि ये भारत के तेजी से बढ़ते LPG मार्केट को सपोर्ट करेगा, जहां करीब 60% जरूरत इम्पोर्ट से पूरी होती है।



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments