33 मिनट पहले
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कैलिफोर्निया में एक ज्वेलरी दुकान पर गुरुवार शाम मास्क पहने पांच लुटेरों ने धावा बोल दिया। उन्होंने करीब 1.4 करोड़ रुपए की ज्वेलरी लूट ली। हालांकि, दुकान मालिक के गोली चलाने के बाद सभी भाग निकले।
घटना शाम 7 बजे के बाद हुई जब दुकान ‘ओलिविया फाइन ज्वेलरी’ से ग्राहक निकल चुके थे। काले कपड़े और मास्क पहने लुटेरे अचानक अंदर घुसे। कुछ के हाथ में कांच तोड़ने के औजार थे, जबकि एक दरवाजे पर पहरेदार बना रहा।
लुटेरे काउंटर पार कर ज्वेलरी निकालने लगे। तभी पीछे के कमरे से दुकान मालिक निकले और हैंडगन से 3-5 गोलियां चलाईं। लुटेरे एक-दूसरे पर गिरते हुए बाहर भागे। मालिक ने दरवाजे पर पहुंचकर और चेतावनी की गोलियां चलाईं। कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन लुटेरे ज्वेलरी लेकर फरार हो गए।
पुलिस को लुटेरों की गाड़ी शहर के बाहर मिली। जांच में पता चला कि डकैती से पहले वे इलाके में चक्कर लगा रहे थे। सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी है। लुटेरों की पहचान नहीं हो सकी क्योंकि वे मास्क और काले कपड़ों में थे।
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कांगो में खदान ढहने से 32 की मौत, कई लोगों के फंसे होने की आशंका

दक्षिण-पूर्वी कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में शनिवार को एक खदान ढह गया। हादसे में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। एक अधिकारी ने रविवार को घटना की जानकारी दी। यह हादसा लुआलाबा प्रांत के मुलोंडो में कलांडो खदान में हुई।
प्रांत के गृह मंत्री रॉय कौम्बा मायोंडे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि भारी बारिश और लैंडस्लाइड के खतरे के कारण खदान में जाने पर बैन लगा था। इसके बावजूद अवैध माइनिंग करने वाले खदान में जबरन खदान में घुस गए थे।
DRC की सरकारी एजेंसी SAEMAPE की रिपोर्ट में कहा गया है कि घटनास्थल पर सैनिकों की फायरिंग से माइनिंग करने वालो में दहशत फैल गई और वे खदान के ऊपर पुल की ओर दौड़ पड़े, जिससे पुल ढह गया।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें खदान के नीचे कई लोग खड़े दिखे। अचानक खदान का बड़ा हिस्सा ढह गया और उसके मलबे में कई लोग दब गए। कई लोग भागने के दौरान एक-दूसरे के ऊपर गिर गए, जिससे उनकी जान गई।
बता दें कि DRC दुनिया में कोबाल्ट का सबसे बड़ा उत्पादक है। कोबाल्ट इलेक्ट्रिक वाहनों और दूसरे प्रोजक्ट के लिए लिथियम-आयन बैटरी बनाने में इस्तेमाल होता है। इस मध्य अफ्रीकी देश में उत्पादन का 80% हिस्सा चीनी कंपनियों के कंट्रोल में है। देश की खनन इंडस्ट्री लंबे समय से बाल मजदूरी, असुरक्षित परिस्थितियों और भ्रष्टाचार के आरोपों के जूझ रही है।


