दिल्ली ब्लास्ट का नाम सामने आते ही देश में सनसनी फैल गई है. जांच में डॉ उमर, जो इस घटना में शामिल बताया जा रहा है. वह किसी साधारण कॉलेज से नहीं बल्कि एक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर चुका था. एक ऐसा इंसान जो कभी लोगों की जान बचाने की शपथ ले चुका था, वही अब मौत का सौदागर बन गया. हर साल लाखों छात्र डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं, कड़ी मेहनत से मेडिकल एंट्रेंस पास करते हैं और सरकारी कॉलेज में दाखिला पाते हैं. आइए जानते हैं डॉ उमर ने किस कॉलेज से पढ़ाई-लिखाई की थी.
डॉ. उमर की कहानी जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के कोइल गांव से शुरू होती है. उसका जन्म 24 फरवरी 1989 को हुआ था.मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि उमर बचपन से ही पढ़ाई में तेज था. परिवार को उससे बड़ी उम्मीदें थीं कि एक दिन वो एक बड़ा डॉक्टर बनेगा और हुआ भी ऐसा उसने अपनी मेहनत से एमबीबीएस में दाखिला पा लिया.
कहां से की थी डॉक्टर की पढ़ाई?
उमर ने श्रीनगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC) से अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी. यह कश्मीर घाटी का सबसे पुराना और टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज है, जहां हर साल हजारों छात्र मेरिट के आधार पर एडमिशन के लिए कोशिश करते हैं. पढ़ाई के दौरान वह हमेशा अच्छा रहा. इंटर्नशिप के दौरान दिन-रात अस्पतालों में मरीजों की सेवा में जुटा रहता था.
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज श्रीनगर नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) से मान्यता प्राप्त है और वहां से पढ़ने वाले छात्र पूरे देश में डॉक्टर बनकर नाम रोशन करते हैं. उमर ने भी वहीं से अपनी डिग्री ली और बतौर रेजिडेंट डॉक्टर काम शुरू किया.
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अनंतनाग से फरीदाबाद तक
डॉ उमर ने अनंतनाग के GMC में रेजिडेंट डॉक्टर के रूप में भी काम किया. कुछ वर्षों तक उसने वहीं सेवा दी. अभी कुछ साल पहले वह अपने परिवार के साथ फरीदाबाद शिफ्ट हो गया और एक यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में पढ़ाने लगा.
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