राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद में पुलिस ने एक ऐसा आतंकी मॉड्यूल पकड़ा है, जिसने पूरे देश की सुरक्षा एजेंसियों को हिला कर रख दिया है. यह मॉड्यूल कश्मीर के कुछ डॉक्टरों से जुड़ा हुआ है, जो मेडिकल की आड़ में बड़ा धमाका करने की साजिश रच रहे थे.
पुलिस ने अब तक करीब 2900 किलो विस्फोटक बरामद किया है. अगर ये विस्फोटक इस्तेमाल हो जाता, तो तबाही का मंजर कितना बड़ा होता? ये सोचकर ही रूह कांप जाएगी.
कहां से बरामद हुआ विस्फोटक?
फरीदाबाद के फतेहपुर तगा और धौज गांव से ये सामान मिला है. पुलिस को यहां से 20 टाइमर, वॉकी-टॉकी, और असॉल्ट राइफलें भी मिली हैं. धौज गांव में आरोपी डॉक्टर ने एक मकान किराए पर ले रखा था. उसी कमरे से करीब 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ. मकान एक मौलाना के नाम पर था, जिसे अब हिरासत में ले लिया गया है.
एक गांव से मिला 2563 किलो संदिग्ध विस्फोटक
फतेहपुर तगा गांव से 2563 किलो संदिग्ध विस्फोटक और बरामद हुआ. पुलिस को इतना बारूद मिला कि उसे भरने के लिए ट्रक बुलाना पड़ा. आरोपी डॉक्टर का नाम डॉ. मुजम्मिल शकील है. वो फरीदाबाद की एक यूनिवर्सिटी में मेडिकल टीचर भी था. इससे पहले यूपी के सहारनपुर से डॉ. आदिल अहमद डार को पकड़ा गया था. दोनों कश्मीरी डॉक्टर एक बड़े आतंकी नेटवर्क से जुड़े बताए जा रहे हैं.
जांच में पता चला है कि एक तीसरा डॉक्टर मुजफ्फर अहमद राथर दो महीने पहले दुबई भाग गया. पुलिस को शक है कि वो अब पाकिस्तान या अफगानिस्तान में छिपा है. इस पूरे मॉड्यूल में लखनऊ की एक लेडी डॉक्टर शाहीन शाहिद का नाम भी सामने आया है. शाहीन की कार से राइफल और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. सूत्रों के मुतबिक डॉक्टर मुजम्मिल उसी कार का इस्तेमाल करता था.
पुलिस ने क्या बताया?
फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बरामद किया गया पदार्थ RDX नहीं, बल्कि अमोनियम नाइट्रेट है. ये भी उतना ही खतरनाक और विस्फोटक माना जाता है. आरोपियों के कमरे से 83 कारतूस, एक पिस्तौल और दो मैगजीन भी बरामद हुईं. यहां तक कि पुलिस को आठ बड़े सूटकेस और चार छोटे बैग भी मिले हैं, जिनमें विस्फोटक भरा था.
जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर इनका निशाना कौन-सा शहर था. फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम पिछले 15 दिनों से इस पर काम कर रही थी. अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें डॉक्टर, मौलवी और सहयोगी शामिल हैं.
सुरक्षा एजेंसियां इस मॉड्यूल को हाल के सालों का सबसे बड़ा आतंकी जाल मान रही हैं. पुलिस का कहना है कि फिलहाल कई अहम जानकारी गुप्त रखी जा रही है. इतना तय है कि अगर समय रहते ये मॉड्यूल न पकड़ा जाता, तो देश में एक बहुत बड़ा धमाका हो सकता था.
कौन है डॉक्टर मुजम्मिल?
डॉ. मुजम्मिल पिछले साढ़े साल से फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में नौकरी कर रहा था और यूनिवर्सिटी के कैंपस के अंदर ही डॉक्टर्स क्वार्टर्स में रहता था. डॉ मुजम्मिल जनरल फिजिशियन था. जम्मू कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में डॉक्टर मुजम्मिल को 9 दिन पहले गिरफ्तार किया गया.
मुजम्मिल कि निशानदेही से अल फलाह यूनिवर्सिटी के कैंपस से महज़ 500 मीटर की दूरी मौजूद धौज गांव के एक घर से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया. डॉ मुजम्मिल के धौज गांव वाले कमरे से पुलिस ने वॉकी टॉकी 20 टाइमर 20 बैटरी और घड़ी बरामद की है.
इसके अलावा कुछ केमिकल भी पुलिस ने बरामद किया है. विस्फोटक के साथ जम्मू कश्मीर पुलिस और फरीदाबाद पुलिस ने डॉक्टर मुजम्मिल के पास से एक स्विफ्ट कार बरामद की. इस कार से एक एसॉल्ट राइफल 83 गोलियां दो मैगजीन एक पिस्टल पिस्टल के कुछ जिंदा कारतूस दो खाली खोखे और पिस्तौल की एक मैगजीन बरामद की है.
डॉ मुजम्मिल की निशानदेही पर फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव के एक घर के कमरे से पुलिस ने 2563 किलोग्राम संदिग्ध विस्फोटक बरामद किया है, जो शुरुआती जांच में देखने में अमोनियम नाइट्रेट लग रहा है.
फतेहपुर तगा वाला घर हाफिज इश्तियाक नाम के शख्स का है. हाफिज इश्तियाक धौज गांव की मस्जिद का मौलाना है. पुलिस ने हाफिज इश्तियाक को भी हिरासत में लिया हुआ है और उससे पूछताछ कर रही है. डॉ मुजम्मिल के पास से जो स्विफ्ट कार बरामद हुई है. अलफलाह यूनिवर्सिटी की डॉक्टर शाहीन शाहिद की है. डॉक्टर शाहीन शाहिद को जम्मू कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. डॉक्टर शाहीन शाहिद लखनऊ के लालबाग इलाके की रहने वाली है. पुलिस शाहीन शाहिद से पूछताछ कर रही है.
क्या चाहती है पुलिस?
दरअसल पुलिस यह जानना चाहती है कि डॉ मुजम्मिल और शाहीन शाहिद कब से एक दूसरे के संपर्क में है साथ ही डॉक्टर मुजम्मिल शाहिद की गाड़ी का इस्तेमाल कब से कर रहा था. डॉक्टर आदिल को जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस टेरर नेटवर्क में गिरफ्तार किया है.
दरअसल डॉक्टर आदिल जीएमसी यानी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में रेजीडेंट डॉक्टर था. दरअसल डॉक्टर अदिल ने आतंकी संगठन जैसे मोहम्मद से जुड़े कुछ पोस्टर कश्मीर में चिपकाए थे, जिसका सीसीटीवी जम्मू कश्मीर पुलिस के हाथ लगा था.
जब जम्मू कश्मीर पुलिस ने उस सीसीटीवी की जांच की तो पता चला कि पोस्टर चिपकाने वाला शख्स कोई और नहीं जीएमसी का डॉक्टर आदिल है.
जम्मू कश्मीर पुलिस की टीम डॉ आदिल के घर कुलगाम में पहुंची तो डॉक्टर आदिल अपने घर पर मौजूद नहीं था. इसके बाद परिवार वालों से हुई पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला की डॉक्टर आदिल सहारनपुर में एक शादी अटेंड करने के लिए गया हुआ है. इसके बाद जम्मू कश्मीर पुलिस की एक टीम सहारनपुर पहुंची और डॉ आदिल को वहां से गिरफ्तार कर लिया गया.


