बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग से ठीक पहले प्रचार के आखिरी दिन नेताओं के बीच जुबानी जंग चरम पर पहुंच गई. बीजेपी के राहुल गांधी की पंचमढ़ी जंगल सफारी पर सवाल उठाने और गिरिराज सिंह के बुर्के वाले बयान के बाद कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कड़ा पलटवार किया है. अल्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना पाकिस्तानी सेना के पूर्व कमांडर-इन-चीफ अयूब खान के साथ की. राशिद अल्वी ने कहा पीएम मोदी ने मन की बात अयूब खान से सीखी है.
पुलवामा का जिक्र कर बीजेपी को घेरा
राहुल गांधी की जंगल सफारी पर बीजेपी के सवालों का जवाब देते हुए अल्वी ने कहा, “जहां तक जंगल सफारी का ताल्लुक है इलेक्शन का आज आखिरी दिन है क्या भारतीय जनता पार्टी भूल गई है. 14 फरवरी 2019 को हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कॉर्बेट पार्क के अंदर जो सेलिब्रेट कर रहे थे और बोट में बैठकर मजे कर रहे थे, जबकि पुलवामा के अंदर हमारे सीआरपीएफ की 40 जवान शहीद हो गए थे. क्या बीजेपी भूल गई है इस बात को कि उन्हीं के गवर्नर सतपाल मलिक ने कहा था कि प्रधानमंत्री और अजीत डोभाल ने कहा था सतपाल मलिक खामोश रहो और पाकिस्तान पर इल्जाम लगा दिया था.”
उन्होंने आगे कहा, “आज तक इन्वेस्टिगेट नहीं किया गया. पता नहीं चला कौन जिम्मेदार था. क्या है बीजेपी का पास इस बात का जवाब? 14 फरवरी को तो वह एंजॉय कर रहे थे यह तो जंगल सफारी का मामला है वह कॉर्बेट के अंदर पूरी फिल्म बना रहे थे उधर सीआरपीएफ के लोग अपने जान दे रहे थे. बीजेपी को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.”
गिरिराज के बयान पर करारा जवाब
गिरिराज के बुर्के की आड़ में बोगस वोटिंग वाले बयान पर कहा, “गिरिराज इस काबिल नहीं है कि उनकी बातों का जवाब दिया जाए. जलालत का कोई जवाब नहीं होता. मुझे ताजुब होता है बीजेपी के पास क्या कोई अच्छे पढ़े-लिखे लोग नहीं है जो अच्छी बातें कर सके. ऐसे लोगों को क्यों मंत्री बना रखा है, जिस तरह से गिरिराज सिंह बात करते हैं सारे हिंदुस्तान के मुसलमान नमक हराम है क्योंकि भारत सरकार की स्कीम का फायदा उठा रहे हैं तो आप वापस ले लो ना. आप कह दो सिर्फ हिंदुओं को फायदा पहुंचेगा मुसलमान को फायदा नहीं होगा. हिम्मत है तो करके देखो वरना इस तरीके के बयान मत दो.
बुर्का वाले बयान पर घूंघट का हवाला
गिराज के बुर्का उठाने वाले बयान पर कहा, “उन्हें एहसास नहीं है कि हमारे गांव के अंदर हिंदू बहनें भी इतना बड़ा घूंघट निकालकर पर्दा करती हैं, लेकिन जब वह आधार कार्ड बनवाने जाती है तो उन्हें भी घुंघट उठना पड़ता है. वह किसी के सामने घूंघट नहीं उठाती. तुम समझते हो यह पाकिस्तान है और शरीयत का हुक्म है तो तुम्हारी सरकार है जो चाहे वह करो लेकिन मैं गिरिराज और बीजेपी के नेताओं से कहूंगा अमेरिकी डेमोक्रेसी से सबक हासिल करो. वह कॉम्पिटेंट लोगों को चुनते हैं हिंदू मुसलमान नहीं करते.”
रमेश बिधूड़ी के बयान पर तंज
रमेश बिधूड़ी के बयान पर कहा, “बीजेपी के नेताओं के पास मुसलमान, पाकिस्तान, यूनिफॉर्म सिविल कोड, तीन तलाक इन सबके अलावा कोई बात ही नहीं है और वह समझते हैं किस तरीके की बातें करके वह हिंदू कम्युनिटी को खुश कर देंगे, लेकिन वह वक्त गुजर गया है अब बिहार की जनता इनको इन बातों का जवाब देगी. प्रधानमंत्री हर महीने मां की बात करते हैं तो उन्होंने ये किस से सीखा, क्योंकि पूरी दुनिया में अकेला अयूब खान था जो हर महीने मां की बात करता था. मुझे लगता है मोदी जी ने अयूब खान से मन की बात करना भी सीखा है. जिनके घर शीशे के होते हैं वह दूसरों पर पत्थर नहीं मारा करते.”
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