कांग्रेस पार्टी ने शनिवार (8 नवंबर, 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिहार की संस्कृति और मिथिला की सांस्कृतिक गौरव का अपमान करने का आरोप लगाया है. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (8 नवंबर) को एक चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए गए थे. उनकी सीतामढ़ी यात्रा को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने ही कहा था कि बिहार के सीतामढ़ी जिले में माता सीता के जन्म लेने के कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं हैं. उन्होंने पीएम मोदी से माफी की भी मांग की है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार (8 नवंबर, 2025) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया. पोस्ट में जयराम रमेश ने कहा, ‘12 अप्रैल, 2017 को राज्यसभा में भाजपा सरकार ने कहा था कि बिहार के सीतामढ़ी में माता सीता के जन्म लेने का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है. यह जवाब भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से दिया गया था.’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह बयान बिहार की आस्था, मिथिला की अस्मिता और सांस्कृतिक गौरव का सीधा अपमान है.
उन्होंने कहा, ‘सवाल प्रधानमंत्री से यह है कि जब आपकी ही सरकार ने संसद में बिहार की आस्था का अपमान किया, तो आज सीतामढ़ी की पवित्र धरती पर आने से पहले क्या आप सार्वजनिक माफी मांगेंगे? बिहार के धार्मिक स्थलों को संरक्षित और विकसित करने में आपकी दिलचस्पी क्यों नहीं है?’
बिहार के विकास के नाम पर किए सिर्फ फर्जी वादे- जयराम
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के विकास के नाम पर प्रदेश के साथ सिर्फ फर्जी वादे और धोखा किया है. उन्होंने यह दावा भी किया कि इस बार बिहार की जनता राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को सत्ता से हटाने के लिए वोट कर रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘NDA के 20 साल के शासन के बाद भी जब प्रधानमंत्री बिहार की धरती पर आते हैं, तो उन्हें बिहारियों के लिए सिर्फ कट्टा और गोली याद आते हैं, लेकिन बिहार के विकास के नाम पर बस उनके पास ढेर सारे फर्जी वादे और धोखा है.’ उन्होंने कहा, ‘आज प्रधानमंत्री सीतामढ़ी और बेतिया में हैं. बिहार के साथ हुए भेदभाव और उपेक्षा को लेकर उनसे सीधे सवाल हैं.’
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