रोहतक की सुनारों वाली गली में संजीव वर्मा को सम्मानित करने के दौरान नाचते हुए स्वर्णकार।
रोहतक स्वर्णकार संघ की तरफ से सुनारों वाली गली में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें क्रिकेटर शेफाली वर्मा के पिता संजीव वर्मा का दुकानदारों ने सम्मान किया। संघ के सदस्यों ने ढोल बजाते हुए संजीव वर्मा को बधाई दी ओर बेटी के वर्ल्ड कप विजेता टीम
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वीमेंस वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम की ओपनर शेफाली वर्मा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ शानदार पारी खेली और 2 विकेट हासिल करते हुए टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। शेफाली के प्रदर्शन के कारण ही टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचा और इसी खुशी में शेफाली के पिता संजीव वर्मा को सुनारों ने सम्मानित किया।

सुनारों वाली गली में नाचते हुए शेफाली के पिता संजीव वर्मा व दुकानदार।
ढोल बजाते हुए दुकानदार नाचे
सुनारों वाली गली में एक तरफ जहां डीजे बजाकर डांस किया, वहीं ढोल बजाकर दुकानदारों ने जमकर डांस किया। दुकानदारों ने संजीव वर्मा को बेटी की कामयाबी पर बधाई दी और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। साथ ही कहा कि संजीव की बेटी ने सुनारों का नाम रोशन कर दिया।

सुनारों वाली गली में नाचते हुए दुकानदार।
छोटी सी उम्र से शेफाली रही प्रतिभा की धनी
स्वर्णकार संघ के प्रधान जगदीश वर्मा ने कहा कि शेफाली ने जो काम करके दिखाया है, उससे पूरे शहर में खुशी की लहर है। अचानक शेफाली को मैच में बुलाया गया और इतिहास रच दिया। शेफाली जब छोटी सी थी, तभी से शेफाली प्रतिभा की धनी रही है।

शेफाली वर्मा के पिता संजीव वर्मा व बहन नैंसी के साथ दुकानदार।
जगदीश वर्मा ने कहा कि हरियाणा में या तो कपिल देव वर्ल्ड कप लेकर आए थे या शेफाली वर्मा वर्ल्ड कप लेकर आई है। संजीव वर्मा की सुनारों वाली गली में एक छोटी सी दुकान है और साधारण से परिवार से निकली शेफाली ने पूरे विश्व में नाम रोशन कर दिया है। शेफाली आगे भी अपना प्रदर्शन जारी रखे और देश का नाम रोशन करती रहे।


                                    