
NSE IPO: कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि लंबे समय से लटका हुआ NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) का आईपीओ जल्द ही आएगा। तुहिन कांत पांडेय ने एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी पूर्ववर्ती माधवी पुरी बुच के जाने के बाद सेबी ने हितों के टकराव के खुलासे से संबंधित एक व्यवस्था बनाने के लिए एक समिति का गठन किया था। ये समिति 10 नवंबर तक अपने सुझाव दे सकती है। एनएसई के आईपीओ को लेकर पूछे गए एक सवाल पर पांडेय ने कहा, ”ये जल्द ही आएगा।” हालांकि, उन्होंने एनएसई के आईपीओ पर कोई विस्तृत जानकारी या समय-सीमा नहीं बताई।
लंबे समय से किया जा रहा है एनएसई के आईपीओ का इंतजार
भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख एक्सचेंज एनएसई के आईपीओ का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा है। NSE सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े शेयर बाजार एक्सचेंजों में से एक है। हालांकि, तुहिन कांत पांडेय के इस ताजा बयान के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि एनएसई का आईपीओ जल्द ही दस्तक दे सकता है। देश का दूसरा प्रमुख शेयर बाजार एक्सचेंज बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) फरवरी, 2017 में ही घरेलू शेयर बाजार में लिस्ट हो गया था।
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए व्यय अनुपात पर क्या बोले चेयरमैन
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए व्यय अनुपात से जुड़ी चिंताओं पर सेबी के चेयरमैन तुहीन कांत पांडेय ने कहा कि शुल्क संरचनाओं पर सेबी का हालिया मसौदा स्पष्टता प्रदान करने और किसी भी विसंगति को दूर करने के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा, ”मसौदे में जो संकेत दिया गया है, वो उद्योग और निवेशक के हितों में सामंजस्य स्थापित करने का एक व्यावहारिक तरीका है। हमें संतुलन बनाना होगा। हम कह रहे हैं कि हमें और ज्यादा पारदर्शी होने की जरूरत है। निवेशकों को इसकी जानकारी होनी चाहिए।”
विदेशी निवेशकों की बिकवाली से टेंशन नहीं
भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली पर सेबी चीफ ने कहा कि 900 अरब डॉलर से ज्यादा की संपत्ति रखने वाले निवेशकों के एक ग्रुप द्वारा 4 अरब डॉलर की बिकवाली उन्हें बेवजह चिंतित नहीं करती है।


