Sunday, August 24, 2025
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रातोंरात ऐसे चमकी जग्गू दादा की किस्मत, 1 लाख के बन गए 100 करोड़; पत्नी आयशा ने किया खुलासा


Jackie Shroff: बॉलीवुड के सितारे फिल्मों के अलावा कई और तरीके से भी कमाई करते हैं. इनमें से ऐड प्रोमोशन सबसे कॉमन है. इसके अलावा, किसी का रेस्टोरेंट चेन है, तो कोई अपना जिम चलाता है. फिल्मों से इतर इस तरह के बिजनेस से इनकी अच्छी-खासी कमाई हो जाती है. इन्हीं में से एक हैं जाने-माने एक्टर जैकी श्रॉफ और उनकी पत्नी आयशा श्रॉफ, जिन्होंने रातभर चली पार्टी के बाद एक ऐसा डील क्रैक किया, जिससे उनके 1 लाख रुपये 100 करोड़ में बदल गए. आइए जाने हैं कि पूरा माजरा क्या है? 

सोनी के साथ जुड़ने के लिए की कड़ी मेहनत 

जैकी श्रॉफ की पत्नी आयशा श्रॉफ ने हाल ही में ऑनलाइन ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के यूट्यूब चैनल Zero1 Hustle को दिए एक इंटरव्यू में पूरा वाक्या शेयर किया है. 1994 का वह दौर था, जब भारत में धीरे-धीरे केबल टीवी के दौर के शुरुआत हो रही थी. उस दौरान सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन भी भारतीय बाजारों में एंट्री लेना चाह रहा था.

जैकी और उनकी पत्नी आयशा श्रॉफ चैनल को भारत में लाने के लिए सात लोगों की एक टीम में शामिल हो गए, जिसमें हर किसी के पास अलग-अलग हुनर था. यह कॉर्पोरेट दुनिया का हिस्सा बनने का उनका पहला अनुभव था. सोनी के साथ जुड़ने के लिए टीम के हर एक सदस्य ने एक साल तक कड़ी मेहनत की.यह डील मुश्किल थी क्योंकि सोनी को लुभाने में कई बड़े ब्रांड और बिजनेसेस लगे हुए थे इस वजह से सोनी उनके साथ डील फाइनल करने से हिचकिचा रहे थे. 

आयशा की तरकीब रंग लाई

सोनी के साथ डील फाइनल करने के लिए आयशा को एक आईडिया सूझा. उन्होंने जैकी को सोनी के एग्‍जीक्‍यूटिव के लिए  एक शानदार बॉलीवुड पार्टी रखने का सुझाव दिया. मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित आरजी क्लब में रखी गई यह पार्टी सुबह के 6 बजे तक चली. पार्टी में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े बड़े-बड़े सितारे आए.

आयशा ने बताया कि पार्टी का असर तुरंत दिखा. अगली ही सुबह लॉस एजेंलिस से सोनी के एक अधिकारी का फोन आया और अगले ही दिन डील साइन हो गई. आयशा ने बताया कि 15 साल पहले सोनी में किया गया 1 लाख रुपये का निवेश  आज बढ़कर 100 करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा का हो चुका है. आयशा ने बताया कि हमारे कॉन्ट्रैक्ट में एक शर्त थी कि हम सात लोग या तो साथ होंगे या कोई नहीं होगा. चूंकि कुछ लोग छोड़ना चाहते थे इसलिए हमने 15 साल बाद 2005 में अपना एग्रीमेंट पूरा कर इस समझौते से बाहर निकल गए. 

 

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