दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली, जबकि चांदी की कीमत में जोरदार बढ़त दर्ज की गई। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख और निवेशकों की सतर्कता ने सोने पर दबाव डाला। पीटीआई की खबर के मुताबिक, 99.9% शुद्धता वाले सोने की कीमत ₹250 घटकर ₹1,00,370 प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि पिछले सत्र में यह ₹1,00,620 पर बंद हुआ था। वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना ₹150 सस्ता होकर ₹1,00,050 प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर आ गया, जो गुरुवार को ₹1,00,200 था।
चांदी ने लगाई छलांग, ₹1,15,000 पहुंची
सोने के विपरीत, चांदी की कीमतों में उछाल देखने को मिला। यह शुक्रवार को ₹1,000 की तेजी के साथ ₹1,15,000 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो एक दिन पहले ₹1,14,000 थी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी गिरावट
न्यूयॉर्क में स्पॉट गोल्ड 0.25% टूटकर USD 3,330.48 प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। स्पॉट सिल्वर भी 0.48% गिरकर USD 37.96 प्रति औंस पर पहुंच गई। Augmont की रिसर्च प्रमुख रेनिशा चैनानी के मुताबिक, निवेशक अमेरिकी फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की जैक्सन होल स्पीच का इंतजार कर रहे हैं, जिससे मौद्रिक नीति के रुख को लेकर संकेत मिल सकते हैं।
मिराए एसेट शेयरखान के कमोडिटी व करेंसी हेड प्रवीण सिंह ने कहा कि सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना बनी हुई है, लेकिन पॉवेल इसका फैसला आर्थिक आंकड़ों पर आधारित कर सकते हैं, क्योंकि फिलहाल अमेरिकी अर्थव्यवस्था से मिले-जुले संकेत मिल रहे हैं।
भारत में सोने की खपत
भारत चीन के बाद दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। सालाना औसतन 700–900 टन सोने की खपत होती है (वर्ष और कीमत के अनुसार यह घट-बढ़ सकती है)। भारत में लगभग 70% से अधिक सोना आभूषण (ज्वेलरी) बनाने में इस्तेमाल होता है। भारत की सोने की खपत का लगभग 60% से अधिक हिस्सा ग्रामीण भारत से आता है। शहरी क्षेत्रों में लोग अब गहनों के बजाय निवेश उद्देश्यों के लिए सोना खरीद रहे हैं।