
स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस
एलन मस्क की कंपनी Starlink की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस में गुरुवार देर रात खराबी आ गई थी। इसकी वजह से 140 देशों के लाखों यूजर्स प्रभावित हुए। हालांकि, 2.5 घंटे के आउटेज के बाद इंटरनेट सर्विस फिर से बहाल हो गई, लेकिन कंपनी के मालिक एलन मस्क ने यूजर्स को इसके लिए सॉरी कहा है और दोबारा ऐसी गलती नहीं होने का वादा किया है। इससे पहले स्टारलिंक की पैरेंट कंपनी SpaceX ने भी यूजर्स को इस दिक्कत के लिए माफी मांगी है।
दरअसल, अमेरिका और यूरोप के लाखों यूजर्स को स्टारलिंक की ब्रॉडबैंड सर्विस इस्तेमाल करने में दिक्कत आ रही थी। ऐसा स्टारलिंक के इंटरनल सॉफ्टवेयर में आई एक गड़बड़ी की वजह से हुआ। स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस में आने वाली यह एक रेयर गड़बड़ी थी। सैटेलाइट इंटरनेट को सबसे भरोसेमंद सर्विस माना जाता है, जिसकी वजह से इसमें आई ये दिक्कत चौंकाने वाली थी। सर्विस में आई दिक्कत को Downdetector पर करीब 61 हजार से ज्यादा यूजर्स ने रिपोर्ट किया था।
140 देशों में है पहुंच
Starlink की पहुंच दुनिया के 140 से ज्यादा देशों में है। जल्द ही, भारत में भी स्टारलिंक की सर्विस शुरू होने वाली है। रूस के युद्ध कर रहे यूक्रेन का पूरा मिलिट्री कम्युनिकेशन ही स्टारलिंक की सैटेलाइट पर निर्भर करता है। ऐसे में स्टारिलंक की सर्विस में आई दिक्कत की वजह से कई देशों के मिलिट्री ऑपरेशन पर भी प्रभाव पड़ा। यूक्रेन के ड्रोन फोर्स कमांडर रॉबर्ड ब्रोवडी ने स्टारलिंक में हुआ आउटेज की वजह से मिलिट्री ऑपरेशन प्रभावित होने की बात स्वीकारी है।
बिजनेस पर पड़ेगा असर
एलन मस्क की कंपनी SpaceX ने 2020 में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट ब्रॉडबैंड सर्विस लॉन्च की थी। कंपनी ने इसके लिए 8,000 LEO यानी लो अर्थ ऑर्बिट में घूमने वाले कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स को लॉन्च किया है। इन सैटेलाइट्स के जरिए ही स्टारलिंक पूरी दुनिया में हाई स्पीड सैटेलाइट सर्विस मुहैया करा रहा है। यह आउटेज SpaceX के बिजनेस को भी प्रभावित कर सकता है।
पिछले साल CrowdStrike साइबर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर में हुआ आउटेज की वजह से 85 लाख से ज्यादा इक्रोसॉफ्ट विंडोज डिवाइस प्रभावित हुए थे। इस आउटेज के बाद बड़ी संख्यां में यूजर्स ने क्राउडस्ट्राइक का सब्सक्रिप्शन कैंसिल किया था।
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