गाजियाबाद में रहने वाले लाखों लोगों के लिए अच्छी खबर है। आने वाले दिनों में वो ब्लू लाइन मेट्रो से सीधे गाजियाबाद तक जा पाएंगे। दरअसल, ब्लू लाइन मेट्रो का होगा विस्तार और नोएडा-गाजियाबाद नए कॉरिडोर से जुड़ेंगे। ब्लू लाइन के विस्तार के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में चार मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) से सैद्धांतिक मंजूरी मांगी है। आपको बता दें कि नोएडा सेक्टर 62 से साहिबाबाद और मोहन नगर से वैशाली—की योजनाएं 2020 से निर्माणाधीन हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, रेड लाइन पर न्यू बस अड्डा से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक 3 किमी का मार्ग, जिसमें एक स्टेशन होगा। वहीं, ब्लू लाइन पर साहिबाबाद और नोएडा सेक्टर 62 के बीच 5 स्टेशनों वाला 5.1 किमी का एलिवेटेड कॉरिडोर, ब्लू लाइन पर मोहन नगर से वैशाली तक 4 किमी का एलिवेटेड विस्तार, जिसमें चार स्टेशन होंगे, और रेड लाइन पर गोकुलपुरी (पिंक लाइन पर इंटरचेंज) से अर्थला मेट्रो स्टेशन तक 12 किमी का विस्तार।
हिंडन एयरपोर्ट जाना होगा आसान
नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद और वैशाली से मोहन नगर ब्लू लाइन के विस्तार हैं, जबकि गोकुलपुरी से अर्थला पिंक लाइन का विस्तार है और अर्थला में रेड लाइन रूट पर एक इंटरचेंज है।डीएमआरसी द्वारा तैयार किए गए रूटों के मसौदे से पता चलता है कि शहीद स्थल से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक का रूट लगभग 3 किमी लंबा होगा और इसमें एक स्टेशन होगा। नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद तक की दूरी लगभग 5.1 किमी होगी और इसमें इंदिरापुरम, शक्ति खंड और वसुंधरा सेक्टर 5 सहित कुल पांच स्टेशन होंगे। 5 किमी वैशाली से मोहन नगर कॉरिडोर में कुल चार स्टेशन होंगे, जिनमें प्रह्लादगढ़ी और वसुंधरा का सेक्टर 14 शामिल हैं। 12 किमी गोकुलपुरी से अर्थला कॉरिडोर में भूमिगत (4 किमी) और एलिवेटेड (8 किमी) का मिश्रण होगा जिसमें हिंडन सिविल टर्मिनल सहित आठ स्टेशन होंगे।
लोनी को भी मेट्रो कनेक्टिविटी मिलेगी
यह कॉरिडोर लोनी को भी मेट्रो कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और दिल्ली सीमा से लगे क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने में मदद करेगा। 300 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर की अनुमानित निर्माण लागत के साथ, चारों कॉरिडोर की कुल 25 किलोमीटर लंबाई के लिए अनुमानित बजट 7,500 करोड़ रुपये है। नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी-साहिबाबाद लाइन की पिछली डीपीआर, जिसकी लागत 1,873 करोड़ रुपये थी। फंड की कमी के कारण 2018 से रुकी हुई थी।