SAIL Q1 Results: वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) की वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे शानदार रहे. देश की सबसे बड़ी इस्पात विनिर्माता सेल का मुनाफा बढ़कर 744.5 करोड़ हो गया. सालाना आधार पर यह 81.7 करोड़ रुपये का इजाफा है. कंपनी के नकदी प्रवाह बढ़ने और परिचालन क्षमता में सुधार की वजह से लाभ में बढ़ोतरी हुई है. शुक्रवार को शेयर बाजार को दी गई सूचना में सेल ने तिमाही नतीजे की जानकारी दी.
कंपनी का जबरदस्त प्रदर्शन
पब्लिक सेक्टर की ‘महारत्न’ कंपनी ने पिछले साल की समान तिमाही में मुनाफा 81.78 करोड़ रुपये था. पहली तिमाही के दौरान कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर 26,083.90 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के दौरान यह 24,174.80 करोड़ रुपये था.
हालांकि, कंपनी का तिमाही खर्च बढ़ गया है. पिछले साल के पहली तिमाही के दौरान जहां खर्च 23,871.60 करोड़ रुपये था, वहीं जून तिमाही के दौरान इस बार यह बढ़कर 25,189.19 करोड़ रुपये हो गया. सेल के मैनेजिंग डायरेक्टर अमरेंदु प्रकाश के अनुसार, पहली तिमाही का प्रदर्शन बेहतर परिचालन दक्षता, घरेलू बाजार में बढ़ी बिक्री और मजबूत नकदी प्रवाह को दर्शाता है.
SAIL का बढ़ा खर्च
उनका कहना है कि वैश्विक रूप से इतनी अनिश्चतताओं के बावजूद बढ़ती घरेलू खपत, सरकार से सुरक्षा शुल्क समर्थन मिलने और इस्पात क्षमता के विस्तार से कंपनी सभी इस्पात उपभोक्ता क्षेत्रों को उच्च गुणवत्ता वाला इस्पात मुहैया कराना जारी रखे हुए है.
सेल की तिमाही नतीजे आने के बाद बीएसई पर कंपनी के शेयर करीब चार प्रतिशत फिसलकर 130.65 पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. पिछले साल 1 अगस्त 2024 को सेल के शेयर का भाव 156.30 रुपये था, जो एक साल का इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड था. इसके बाद से 2025 में 12 फरवरी को 36.53 प्रतिशत गिरकर 99.20 पर आ गया था, जो एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर था.
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