बिहार में वोटर लिस्ट के वेरिफिकेशन पर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. दरभंगा में एक कांग्रेस नेता ने एक वीडियो साझा किया है, जिसे विपक्ष चुनाव आयोग और बी जे पी की मिलीभगत का खुला सुबूत बता रहा है. यह वीडियो दरभंगा के एक सरकारी स्कूल का है, जहाँ मतदान केंद्र के बीएलओ बैठे हुए हैं और उनके बगल में बी जे पी की महिला जिलाध्यक्ष सपना भारती बैठी हैं. वीडियो बनाने वाले कांग्रेस नेता ने बी जे पी नेता की मौजूदगी पर सवाल उठाए, जिसके बाद दोनों के बीच कैमरे पर बहस हुई और यह वीडियो वायरल हो गया. तेजस्वी यादव ने वीडियो साझा करते हुए लिखा, “और भी किसी प्रत्यक्ष प्रमाण की आवश्यकता है क्या?” विवाद बढ़ने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने सफाई दी कि बी जे पी नेता अपने परिवार के लोगों के दस्तावेज जमा कराने आई थीं, जबकि बी जे पी महिला नेता का कहना है कि वह मोहल्ले की महिलाओं की सहायता कर रही थीं. इस साल बिहार में और अगले साल पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं. मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने कोलकाता में विरोध मार्च निकाला और कहा कि जो लोग बंगाली बोलते हैं, उन्हें बांग्लादेशी रोहिंग्या बताकर उनका हक छीनने की कोशिश हो रही है और उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. ममता बेनर्जी ने कहा कि अगर चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में संशोधन की मांग करता है, तो इसका विरोध किया जाएगा. वहीं, बी जे पी का कहना है कि ऐसा होना बेहद ज़रूरी है. बी जे पी नेताओं का साफ कहना है कि “हमारी एक ही बात है बिहार में जो हुआ है तुरंत बंगाल में चालू करो। और घोटाल इसमें जितना भी रोहिंग्या मुसलमान आए सब नाम डिलीट करो।” बी जे पी का मानना है कि आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल में भी बिहार जैसे हालात दिखाई दे सकते हैं.