<p>सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि रजिस्ट्री सिर्फ बिक्री का रिकॉर्ड है, मालिकाना हक का सबूत नहीं। बिल्डर्स को साफ मालिकाना हक दिखाना होगा और विवाद की जानकारी देनी होगी। खरीदारों को विक्रेता के मालिक होने और विवाद की जांच करनी चाहिए। होम लोन पर बैंक दस्तावेज़ जांचता है, जिससे मदद मिलती है। विरासत में मिली संपत्ति के लिए लीगल हीर सर्टिफिकेट या वसीयत देखें। इस वीडियो में जानें कैसे इस फैसले से खुद को सुरक्षित रखें। </p>
Source link