उत्तराखंड का रांसी स्टेडियम और इनसेट में आर्या की तस्वीर।
उत्तराखंड के पौड़ी स्थित एशिया के दूसरे सबसे ऊंचे स्टेडियम ‘रांसी’ से ट्रेनिंग लेने वाली 7 साल की आर्या ने इतिहास रच दिया है। इस नन्ही बच्ची ने पुणे में आयोजित BSF पावर रन मैराथन में 5 किलोमीटर की दौड़ सिर्फ 24 मिनट 22 सेकेंड में पूरी कर दुनिया की सब
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आर्या की यह उपलब्धि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो चुकी है। उसके पिता पंकज ने बताया कि इतनी कम उम्र में यह विश्व रिकॉर्ड हासिल कर आर्या ने न सिर्फ उनका बल्कि पूरे भारत का नाम रोशन किया है।
पौड़ी के रांसी स्टेडियम में आर्या को हिमाचल में जन्में इंटरनेशनल रनर सुनील शर्मा कोचिंग दे रहे हैं। वह पिछले 6 महीने से आर्या को इस मैराथन की तैयारी करवा रहे थे।

जीत के बाद रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट लेती आर्या।
महाराष्ट्र से सपने पूरे करने पौड़ी आई आर्या की कहानी
महाराष्ट्र के वर्धा जिले के पुलगांव की आर्या मिडिल क्लास फैमिली से हैं। पिता पंकज टाकोने पुलिस में हैं और मां गृहिणी हैं। आर्या ने शुरुआत पुलगांव के एक वॉलीबॉल मैदान से की, फिर वर्धा और नागपुर में प्रोफेशनल ट्रेनिंग ली।
पिता बताते हैं- “जब दूसरे बच्चे एक साल की उम्र में चलना सीखते हैं, तब आर्या दौड़ने की कोशिश करती थी। उसे बचपन से ही मैदान से लगाव था।”

मैराथन में दौड़ती आर्या।
3 साल की उम्र में बना चुकी हैं विश्व रिकॉर्ड
आर्या अभी महाराष्ट्र के ही एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं, चूंकी वह पिछले 6 महीने से ट्रेनिंग ले रहीं थी तो इस दौरान वह ऑनलाइन क्लास लेती थी, पढ़ाई के साथ साथ वह 6 से 7 घंटे प्रेक्टिस भी करती थी। आर्या के नाम केवल यही रिकॉर्ड नहीं है बल्कि वह तो तीन साल में भी दुनिया को हैरान कर चुकी हैं। दरअसल सिर्फ 3 साल 6 महीने की उम्र में उन्होंने 1 किलोमीटर की दूरी महज 6 मिनट में पूरी कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था।

ये तस्वीरें तब की हैं जब साढ़े तीन साल की उम्र में आर्या ने रिकॉर्ड बनाया था।
पौड़ी में 6 महीने तक चली थी तैयारी आर्या ने बीते छह महीने उत्तराखंड में रहकर ही इस मैराथन की तैयारी की। वह पौड़ी के रांसी स्टेडियम में कोच सुनील शर्मा के साथ हर रोज ट्रेनिंग करती थी। ऊंचाई और ठंडे मौसम में ट्रेनिंग से उसे काफी मजबूती मिली। कोच सुनील शर्मा बताते हैं कि आर्या हर दिन सुबह-शाम खूब पसीना बहाती थी और कभी अभ्यास से पीछे नहीं हटती।
साथ ही उन्होंने कहा-
बनने की आर्या की यह उपलब्धि न सिर्फ पुलगांव या वर्धा की शान है, बल्कि यह पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।


पुणे में आयोजित मैराथन में कोच के साथ दौड़ती आर्या।
अब उत्तराखंड के इस खास स्टेडियम के बारे में जानिए…
पौड़ी का गौरव– एशिया का दूसरा सबसे ऊंचा स्टेडियम
उत्तराखंड के पौड़ी में समुद्र तल से 2,133 मीटर (करीब 7,000 फीट) की ऊंचाई पर स्थित रांसी स्टेडियम को न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे एशिया का दूसरा सबसे ऊंचा खेल मैदान माना जाता है।एशिया में पहले स्थान पर हिमाचल प्रदेश का धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम है।
रांसी स्टेडियम कंडोलिया क्षेत्र के पास स्थित है। मैदान का एक ओर घने पेड़ों से घिरा दृश्य और दूसरी ओर ऊंची चट्टानों की पृष्ठभूमि इसे खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए आकर्षक बनाती है।यही कारण है कि स्टेडियम न सिर्फ अभ्यास और प्रतियोगिताओं के लिए बल्कि दर्शकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।
यूपी के सीएम ने किया उद्घाटन, बाद में शहीद का नाम जुड़ा
इस स्टेडियम की नींव साल 1974 में तत्कालीन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा ने रखी थी।निर्माण के लिए उस समय करीब 12 लाख रुपये स्वीकृत किए गए। निर्माण के बाद से ही यहाँ कई राष्ट्रीय और जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होती रही हैं।
बाद में इसका नामकरण शहीद राइफलमैन जसवंत सिंह (महावीर चक्र) के नाम पर किया गया और इसे अब शहीद राइफलमैन जसवंत सिंह स्टेडियम, पौड़ी कहा जाता है।यह मैदान न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारने का केंद्र है, बल्कि उत्तराखंड की गौरवशाली शहीद परंपरा और देशभक्ति की भावना का प्रतीक भी बन चुका है।

चारों तरफ से वादियों से घिरा रांसी स्टेडियम।
अब आर्या के कोच के बारे में जानिए, जो पौड़ी में दे रहे ट्रेनिंग….
अंतरराष्ट्रीय धावक सुनील शर्मा – भारत का नाम दुनिया में रोशन
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के रहने वाले अंतरराष्ट्रीय धावक सुनील शर्मा अब तक भारत का प्रतिनिधित्व 10 से 15 देशों में कर चुके हैं।हाल ही में उन्होंने 18 अक्टूबर को अमेरिका में आयोजित ‘बिग डॉग्स बैकयार्ड अल्ट्रा वर्ल्ड चैंपियनशिप’ में भाग लेकर देश का गौरव बढ़ाया।
शर्मा ने इस प्रतियोगिता में लगातार करीब 51 घंटे तक दौड़ते हुए 341 किलोमीटर की दूरी तय की।हालांकि दौड़ के दौरान पैर में चोट लगने के कारण उन्हें बीच में ही रुकना पड़ा, लेकिन उनके जज्बे और प्रदर्शन की सराहना पूरे अंतरराष्ट्रीय मंच पर की गई।

अंतरराष्ट्रीय धावक सुनील शर्मा की फाइल फोटो।
3 बच्चों को दे रहे ट्रेनिंग, एक चमोली से भी
सुनील शर्मा वर्तमान में रांसी स्टेडियम में युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।फिलहाल उनके तीन छात्र हैं- आर्या, भागीरथी और कुलदीप साहिन।साथ ही शर्मा भारतीय सेना के खिलाड़ियों को भी प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
शर्मा ने बताया कि चमोली जिले के वाण गांव की भागीरथी बिष्ट पिछले पांच सालों से उनके मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ले रही हैं। भागीरथी अब तक कई 42 और 21 किलोमीटर मैराथन में मेडल जीत चुकी हैं और उन्होंने इराक में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है।


