
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस
AI in Year 20206: साल 2026 कई मायनों में खास होने वाला है और तकनीक यानी टेक्नोलॉजी के मामले में ये तो साल बेहद धमाकेदार रहने वाला है, ऐसा माना जा रहा है। एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बढ़ते प्रभुत्व और फैलाव के बीच तकनीकी जगत में किस तरह से सारी तस्वीर बदलने वाली है, इस पर सभी की निगाहें हैं। आधुनिक युवाओं में तो एआई का इस्तेमाल इतना ज्यादा हो रहा है कि ऐसा लग रहा है कि साल 2026 में एआई के जरिए ही यंगस्टर्स अपने आधे से ज्यादा काम कराने लगेंगे। 2026 में AI में क्या होने की है उम्मीद और कैसे बदलने वाला है टेक जगत का नजारा, इसको लेकर हम यहां कुछ डिटेल्स दे रहे हैं जो आपके भी काम आ सकती है तो जानिए यहां-
1. एजेंटिक AI का नया प्रसार होगा यानी ऐसा AI जो सिर्फ बोलता नहीं, काम भी करता है। अब तक हम AI से सवाल पूछते थे, लेकिन 2026 में AI Agents का बोलबाला होगा। ये एजेंट आपके लिए ऑटोनॉमस यानी स्वायत्त रूप से काम करेंगे।
उदाहरण के लिए आपको सिर्फ यह कहना होगा कि मेरी अगले हफ्ते की मुंबई ट्रिप प्लान करो और AI खुद होटल बुक करेगा, फ्लाइट टिकट चेक करेगा और आपके कैलेंडर में मीटिंग्स री-शेड्यूल कर देगा। वहीं बिजनेस के एरिया में देखें तो कंपनियों के 40 परसेंट से ज्यादा ऐप्स में खुद निर्णय लेने वाले ‘Task-specific agents’ हो जाएंगे।
2. On-Device AI और प्राइवेसी यानी अभी ज्यादातर AI क्लाउड पर चलता है, लेकिन 2026 तक आपके स्मार्टफोन और लैपटॉप में ही इतनी ताकत होगी कि वे भारी AI मॉडल को लोकली चला सकेंगे। इससे ये फायदा होगा कि इससे आपकी जानकारी फोन से बाहर नहीं जाएगी और इंटरनेट न होने पर भी AI तेजी से काम करेगा।
3. फिजिकल AI और रोबोटिक्स का मेल होगा जिससे 2026 में AI डिजिटल दुनिया से बाहर निकलकर फिजिकल दुनिया में मजबूती से कदम रखेगा। स्मार्ट रोबोट्स की पहुंच बढ़ेगी। वेयरहाउस, मैन्युफैक्चरिंग और यहां तक कि घरों में भी ऐसे रोबोट दिखेंगे जो इंसानों जैसी कुशलता के साथ काम कर सकेंगे। ड्रोन और डिलीवरी का फैलाव बढ़ेगा जिससे डिलीवरी ड्रोन्स और रोबोटिक टैक्सियों का इस्तेमाल कई बड़े शहरों में सामान्य होने लगेगा।
4. AI मॉडल हिंदी, तमिल, बंगाली जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में इतने एक्यूरेट हो जाएंगे कि भाषा की लिमिटेशन्स पूरी तरह खत्म हो सकती है।
5. छोटे और तेज मॉडल्स की बढ़ेगी पहुंचः बड़े मॉडल्स (जैसे GPT-4) के बजाय, कंपनियां स्मॉल लैंग्वेज मॉडल्स (Small Language Models) पर ध्यान देंगी। ये आपके फोन या लैपटॉप पर बिना इंटरनेट के भी तेजी से काम कर सकेंगे, जिससे डेटा प्राइवेसी और स्पीड दोनों बढ़ेंगे।
6. स्मार्ट ग्लासेस के तहत चश्मों में AI इतना एडवांस हो जाएगा कि वे आपको सामने खड़े व्यक्ति का नाम याद दिलाने या रियल-टाइम में किसी विदेशी भाषा का अनुवाद करके आपके कान में सुनाने लगेंगे।
7. AI केवल ईमेल लिखने के काम नहीं आएगा, बल्कि जटिल वैज्ञानिक खोजों में हिस्सा लेगा। इसके अलावा दवाओं की खोज में एआई का यूज होगा जैसे नई बीमारियों के इलाज और दवाइयों को खोजने की प्रक्रिया जो सालों लेती थी, AI की मदद से हफ्तों में सिमट जाएगी।
8. पर्सनलाइज्ड हेल्थ की बदलेगी तस्वीर जैसे आपके स्मार्ट रिंग या घड़ी से मिलने वाले डेटा के आधार पर AI आपको डॉक्टर से पहले ही चेतावनी दे देगा कि आपको कौन सी बीमारी होने वाली है।
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