
भारत सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने और सप्लाई चेन को अधिक पारदर्शी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने सोमवार को देशभर के होटल और रेस्टोरेंट संचालकों से अपील की कि वे फल, सब्ज़ियां और अन्य खाद्य सामग्री की खरीद सीधे किसान उत्पादक संगठनों यानी FPOs से करें। पीटीआई की खबर के मुताबिक, उनका कहना है कि इससे बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सकेगा।
GI टैग वाले उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर
चतुर्वेदी ने यह भी सुझाव दिया कि हॉस्पिटैलिटी उद्योग को भारतीय खाने की असल पहचान GI टैग वाले उत्पादों को अपने मेन्यू में बढ़ावा देना चाहिए। इससे पर्यटकों को भारत की विविध खाद्य विरासत का अनुभव मिलेगा और होटलों को अपनी डिशेज़ की क्वालिटी और प्रामाणिकता बढ़ाने में मदद मिलेगी। कृषि मंत्रालय और होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ नॉर्दर्न इंडिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अगर होटल स्थानीय किसानों के साथ साझेदारी कर ताज़ा सब्ज़ियां, फल, मसाले और अन्य उत्पाद सीधे खरीदें, तो यह किसानों और उद्योग, दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
जल्द आएगा वेब प्लेटफॉर्म
चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान में देश में 35,000 से ज्यादा FPOs सक्रिय हैं, जिनमें से 10,000 सरकार समर्थित योजनाओं के तहत बनाए गए हैं। कृषि मंत्रालय जल्द ही एक वेब-आधारित प्लेटफॉर्म लॉन्च करने जा रहा है, जिस पर FPOs अपना अतिरिक्त स्टॉक सूचीबद्ध कर सकेंगे, ताकि होटल और रेस्टोरेंट उनसे सीधे खरीदारी कर सकें। उन्होंने कहा कि अभी होटल और रेस्टोरेंट मंडियों या रिटेल चेन से सामान खरीदते हैं। हम बस यह चाहते हैं कि वे अपने आस-पास के FPOs के साथ डायरेक्ट सोर्सिंग शुरू करें।
कृषि क्षेत्र की चुनौतियों पर भी बोले
चतुर्वेदी ने बताया कि कृषि देश की जीडीपी का 18% हिस्सा है और 46% लोग इससे जुड़े हैं, जो आय असमानता का संकेत है। उन्होंने कहा कि किसानों के सामने दो बड़ी समस्याएं हैं- छोटी-बिखरी भूमि होल्डिंग और खेती पर मिलने वाला दाम और बाजार में बिकने वाले दाम के बीच बड़ा अंतर। सीधी खरीदारी की व्यवस्था इस दाम के अंतर को घटाने में मदद कर सकती है। उन्होंने बताया कि देश में ऑर्गेनिक और कीटनाशक-मुक्त खाद्य पदार्थों की मांग तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में प्राकृतिक खेती करने वाले किसान समूह होटल चेन के साथ जोड़कर प्रमाणित ऑर्गेनिक सप्लाई कर सकते हैं।
GI उत्पादों से बढ़ेगी भारत की पहचान
उन्होंने कहा कि भारत में बासमती के अलावा कई ऐसे GI टैग वाले उत्पाद हैं-अनाज, फल, सब्ज़ियां, मसाले और प्रोसेस्ड फूड जिन्हें होटलों को प्रमोट करना चाहिए। GI उत्पादों का इस्तेमाल आपके मेन्यू को विशिष्ट बनाएगा और पर्यटक भारत की असली खाद्य विरासत को पहचान पाएंगे।
पर्यटन मंत्रालय ने भी दी पहल को मंजूरी
पर्यटन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सुमन बिल्ला ने कहा कि डायरेक्ट सोर्सिंग दोनों सेक्टरों-कृषि और पर्यटन के लिए लाभकारी है। उन्होंने कहा कि पर्यटक सबसे ज्यादा वास्तविक अनुभव तलाशते हैं, और खाने का वास्तविक स्वाद तभी आता है जब सामग्री ताज़ा और स्थानीय हो।
होटल उद्योग करेगा FPOs की डायरेक्टरी जारी
फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशंस ऑफ इंडिया ने घोषणा की कि वे देशभर के FPOs की सूची, उनके उत्पाद,और संपर्क विवरण वाली एक बुकलेट जारी करेंगे। इसके अलावा, होटल उद्योग को FPOs से सीधे जोड़ने के लिए एक विशेष सेल भी बनाया जाएगा।


