
घरेलू सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने और चांदी की कीमतों में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गई। मजबूत होते रुपये और वैश्विक बाजार में नरमी के दबाव में 24 कैरेट सोने (99.9% शुद्धता) की कीमत 700 रुपये टूटकर 10 ग्राम पर ₹1,25,400 (कर सहित) पर आ गई। वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना अब ₹1,24,800 पर उपलब्ध है। चांदी में भी बिकवाली का दबाव बना रहा और यह 1 किलोग्राम पर ₹1,000 सस्ती होकर ₹1,55,000 (कर सहित) पर बंद हुई।
रुपया 50 पैसे मजबूत
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 50 पैसे की तेजी के साथ 89.16 पर बंद हुआ। बैंकिंग क्षेत्र और आयातकों की ओर से डॉलर बिकवाली तथा कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से रुपये को सहारा मिला।
विशेषज्ञों का विश्लेषण
LKP सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट जतिन त्रिवेदी ने कहा कि मजबूत रुपया और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी के दोहरे दबाव से सोना कमजोर खुला। इसके अलावा, HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर कमोडिटी एनालिस्ट सॉमिल गांधी ने कहा कि रुपये में उतार-चढ़ाव के कारण घरेलू सोने में ग्लोबल बेंचमार्क से ज्यादा अस्थिरता दिखी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल
स्पॉट गोल्ड: $4,064.35 प्रति औंस (हल्की गिरावट)
स्पॉट सिल्वर: $50.09 प्रति औंस (+0.12%)
कोटक सिक्योरिटीज की एनालिस्ट कायनात चैनवाला ने कहा कि इस हफ्ते आने वाले अमेरिकी आर्थिक आंकड़े (रिटेल सेल्स, PPI, जॉबलेस क्लेम्स आदि) अहम होंगे। यदि डेटा मजबूत आया तो दिसंबर में फेड की दर कटौती की संभावना कमजोर पड़ सकती है, जिससे गोल्ड पर और दबाव बढ़ेगा। ऑग्मोंट की रिसर्च हेड रेनिशा चैनानी ने बताया कि मिश्रित US जॉब्स डेटा और फेड की नीति को लेकर अनिश्चितता के कारण फिलहाल बुलियन सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है, लेकिन भावना मंदी की ओर झुकी हुई है।
केंद्रीय बैंकों की खरीदारी जारी
चीन के सेंट्रल बैंक ने अक्टूबर में अपने सोने के भंडार में 74.09 लाख ट्रॉय औंस की बढ़ोतरी की- यह लगातार 12वां महीना है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, वैश्विक केंद्रीय बैंकों ने तीसरी तिमाही में 220 टन सोना खरीदा, जो पिछले तिमाही से 28% अधिक है। लंबी अवधि में यह मांग सोने को मजबूत आधार दे रही है। न्यूयॉर्क फेड अध्यक्ष जॉन विलियम्स के ताजा बयान से दिसंबर में दर कटौती की उम्मीद अभी बरकरार है, जिससे आने वाले दिनों में कीमतों में उछाल की संभावना भी बनी हुई है।


