Monday, August 11, 2025
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रूस से किया है MBBS तो क्या भारत में कर सकते हैं प्रैक्टिस? डॉक्टरी करने से पहले जान लें यह नियम


हर साल भारत के हजारों छात्र डॉक्टर बनने का सपना लेकर देश की सीमाओं से बाहर पढ़ाई के लिए निकलते हैं. बहुत सारे स्टूडेंट्स मेडिकल एजुकेशन के लिए रूस का रुख करते हैं. इसकी वजह भी साफ है यहां पढ़ाई और रहन-सहन का खर्च भारत से कम है.

लेकिन विदेश से MBBS की डिग्री लेकर लौटने के बाद भारत में डॉक्टर बनने का रास्ता उतना सीधा नहीं है जितना लगता है. नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने इसके लिए सख्त नियम बनाए हैं ताकि देश में सिर्फ योग्य और प्रशिक्षित डॉक्टर ही प्रैक्टिस कर सकें. आइए, जानते हैं कि रूस से MBBS करने के बाद भारत में डॉक्टर बनने का पूरा सफर कैसा होता है.

यूनिवर्सिटी का चुनाव और डिग्री की मान्यता

सबसे पहला कदम है यह सुनिश्चित करना कि जिस विदेशी यूनिवर्सिटी से आप MBBS करने जा रहे हैं, वह NMC से मान्यता प्राप्त हो. NMC समय-समय पर उन देशों और कॉलेजों की सूची जारी करता है जिनकी डिग्री भारत में मान्य है. कोर्स की अवधि कम से कम 54 महीने यानी साढ़े चार साल की होनी चाहिए. पढ़ाई की भाषा अंग्रेजी होनी जरूरी है.

FMGE परीक्षा पास करना

विदेश से MBBS की डिग्री लेकर आने वाले हर छात्र को भारत में प्रैक्टिस करने के लिए Foreign Medical Graduate Examination (FMGE) पास करनी होती है. इस परीक्षा का पैटर्न दो हिस्सों में बंटा होता है, जिसमें कुल 300 ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते हैं. पास होने के लिए कम से कम 150 अंक यानी 50% स्कोर लाना जरूरी है. यह परीक्षा साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित होती है. लेकिन इसमें बैठने के लिए जरूरी है कि आपने जिस देश से पढ़ाई की है, वहां की जरूरी इंटर्नशिप पूरी कर ली हो.

भारत में इंटर्नशिप पूरी करना

FMGE पास करने के बाद अगला कदम है भारत में 12 महीने की Compulsory Rotating Medical Internship (CRMI) करना जरूरी है. यह इंटर्नशिप छात्र को NMC से मान्यता प्राप्त किसी हॉस्पिटल या मेडिकल कॉलेज में करनी होगी. अगर आपने जिस देश से MBBS की है वहां पहले ही एक साल की इंटर्नशिप पूरी कर ली है और वह NMC के नियमों के मुताबिक है, तो भारत में दोबारा इंटर्नशिप करने की जरूरत नहीं पड़ सकती. इंटर्नशिप खत्म होने के बाद आपको एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जो आगे रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी है.

रजिस्ट्रेशन और स्थायी लाइसेंस

इंटर्नशिप पूरी होते ही आप NMC या अपने राज्य की State Medical Council (SMC) में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसके लिए आपको कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे. जिनमें विदेशी यूनिवर्सिटी से MBBS डिग्री, FMGE पास सर्टिफिकेट, इंटर्नशिप कंप्लीशन सर्टिफिकेट पहचान पत्र और अन्य जरूरी डाक्यूमेंट्स शामिल हैं. रजिस्ट्रेशन पूरा होते ही आपको भारत में स्थायी मेडिकल लाइसेंस मिल जाएगा, जिससे आप कानूनी रूप से डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस कर सकते हैं.

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